Guru Nakshatra Parivartan 2026: साल 2026 में देवगुरु बृहस्पति एक महत्वपूर्ण नक्षत्र परिवर्तन करने जा रहे हैं. इस दौरान गुरु पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे और कुछ राशियों पर अपनी विशेष कृपा बनाएंगे. पुष्य नक्षत्र को ज्योतिष में नक्षत्रों का राजा माना गया है, जो सुख-समृद्धि और धन वृद्धि का संकेत देता है. इस नक्षत्र के स्वामी कर्मफल दाता शनि देव हैं. द्रिक पंचांग के अनुसार, देवगुरु बृहस्पति 18 जून 2026 को पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेंगे करीब रात 9 बजकर 30 मिनट पर.
ज्योतिष मान्यताओं के अनुसार, जब गुरु जैसे शुभ और ज्ञानदायक ग्रह शनि के नक्षत्र में गोचर करते हैं, तो व्यक्ति को उसके परिश्रम का उचित फल मिलने लगता है. इस समय अटके हुए कार्य पूरे होने लगते हैं, विवाह के योग बनते हैं, आर्थिक स्थिति में सुधार आता है और संतान सुख की संभावना भी बढ़ती है. ऐसे में गुरु का यह नक्षत्र गोचर किन राशियों के लिए लाभकारी रहेगा, आइए जानते हैं.
कर्क
कर्क राशि वालों के लिए गुरु का यह नक्षत्र परिवर्तन आर्थिक रूप से राहत देने वाला रहेगा. लंबे समय से जो पैसा अटका हुआ था, उसके मिलने के योग बन सकते हैं. नौकरी में स्थिरता आएगी और आय के नए साधन बन सकते हैं. परिवार से जुड़ी चिंताएं कम होंगी और घर में सुख-शांति बनी रहेगी. जो लोग जमीन, मकान या वाहन से जुड़े काम कर रहे हैं, उन्हें फायदा मिल सकता है.
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए यह गोचर भाग्य को मजबूत करेगा. करियर में आगे बढ़ने के मौके मिल सकते हैं और वरिष्ठ लोगों का सहयोग मिलेगा. विवाह की बात चल रही है तो उसमें सफलता मिल सकती है. संतान पक्ष से खुशखबरी मिलने के योग हैं. मानसिक तनाव कम होगा और जीवन में संतुलन आएगा.
धनु
धनु राशि वालों के लिए गुरु का पुष्य नक्षत्र में जाना मेहनत का पूरा फल दिलाने वाला साबित हो सकता है. जो लोग लंबे समय से प्रयास कर रहे थे, उन्हें अब अच्छे परिणाम मिल सकते हैं. नौकरी में प्रमोशन या नई जिम्मेदारी मिल सकती है. बिजनेस में धीरे-धीरे मुनाफा बढ़ेगा. स्वास्थ्य भी पहले से बेहतर रहेगा.
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