Shani Dev: ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को अक्सर कठोर और क्रूर माना जाता है. लोग उनकी साढ़ेसाती या ढैय्या की बातें सुनकर डर जाते हैं. लेकिन असल में शनि देव न्याय के देवता हैं. वे हर व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार फल देते हैं. अमीर या गरीब, राजा या रंक, किसी को भी उनके कर्मों के अनुसार ही फल मिलता है. इसका मतलब यह नहीं कि शनि हमेशा नकारात्मक प्रभाव देते हैं. कुछ राशियों के लोगों पर शनि देव की विशेष कृपा रहती है, और उनके जीवन में शनि का नकारात्मक असर बहुत कम होता है. जानते हैं वो राशियां कौन सी हैं.
मकर राशि
मकर राशि शनि की मूल राशि मानी जाती है. मकर राशि के लोग मेहनती, धैर्यवान और समझदार होते हैं. वे हमेशा अपने लक्ष्यों के प्रति स्थिर रहते हैं और कठिन मेहनत से डरते नहीं. शनि देव की कृपा से मकर राशि के लोग अपने जीवन में आने वाली चुनौतियों का सामना आसानी से करते हैं और अंत में सफलता पाते हैं.
कुंभ राशि
कुंभ राशि को शनि की त्रिकोण राशि कहा जाता है. कुंभ राशि के लोग बहुत परोपकारी और शांत स्वभाव के होते हैं. वे हमेशा दूसरों की मदद करने में विश्वास रखते हैं. शनि देव इन लोगों को मानसिक शक्ति, समझदारी और स्थिरता देते हैं. जीवन में कठिनाइयां आ सकती हैं, लेकिन कुंभ राशि के लोग धैर्य और विवेक से उनका सामना करते हैं. शनि देव की कृपा से उनके जीवन में नकारात्मक प्रभाव बहुत कम होता है.
तुला राशि
तुला राशि भी शनि देव की कृपा प्राप्त राशियों में आती है. तुला राशि के लोग संतुलित, न्यायप्रिय और सामाजिक होते हैं. वे हमेशा जीवन में संतुलन और सामंजस्य बनाए रखना पसंद करते हैं. शनि देव तुला राशि के लोगों को उनकी मेहनत में सफलता, समझदारी और दूरदर्शिता देते हैं. जीवन में आने वाली परेशानियां भी तुला राशि के लोग धैर्य और विवेक से हल कर लेते हैं.
2026 में इन राशियों पर शनिदेव मेहरबान
बता दें कि साल 2026 ज्योतिषीय दृष्टि से बहुत खास रहेगा. शनि, जो कर्मफलदाता और न्यायाधीश माने जाते हैं, इस समय मीन राशि में रहेंगे. साल 2026 में भी वहीं रहेंगे. इस दौरान शनि मार्गी, वक्री और नक्षत्र परिवर्तन करेंगे. नए साल पर शनि मीन राशि में मार्गी होंगे, 26 जुलाई को वक्री होंगे .साल के अंत में फिर मार्गी होंगे. इस दौरान वे तीन राशियों पर खास मेहरबान होंगे. इनमें वृषभ राशि, तुला राशि, और मकर राशि शामिल हैं.
साल 2026 में शनि वृषभ राशि से ग्यारहवें भाव में रहेंगे. यह आपकी आय और इच्छाओं की पूर्ति के लिए बहुत शुभ रहेगा. वहीं तुला राशि में शनि छठे भाव में रहेंगे. छठा भाव बीमारी और शत्रुओं का होता है. इस समय शत्रुओं पर विजय और पुरानी बीमारियों से मुक्ति मिलेगी. व्यापार और निवेश में लाभ होगा और रुका हुआ धन भी मिलेगा. मकर राशि के लिए शनि विशेष महत्व रखते हैं क्योंकि वे आपके स्वामी ग्रह हैं. शनि का मीन राशि में रहना आपके लग्न और धन भाव पर सकारात्मक प्रभाव देगा. इस साल मेहनत के साथ-साथ आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और धन प्राप्ति के नए अवसर मिलेंगे.
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