कोटा में भगवान जगन्नाथ की तबीयत खराब, इलाज के लिए वैद्य आ रहे हैं मंदिर

राजस्थान के कोटा से एक दिलचस्प मामला सामने आया है. यहां भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं. इस कारण वैद्य द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है. भगवान का इलाज चलने के कारण भक्तों के लिए मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए हैं.

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इलाज करते वैद्य इलाज करते वैद्य

चेतन गुर्जर

  • कोटा,
  • 05 जून 2023,
  • अपडेटेड 11:57 PM IST

राजस्थान के कोटा के रामपुर इलाके से एक दिलचस्प मामला सामने आया है. अब तक आपने लोगों को बीमार होते देखा और सुना होगा. मगर, रामपुर में जगन्नाथ मंदिर में भगवान जगन्नाथ बीमार हो गए हैं, जिनका उपचार वैद्य कर रहे हैं. इस समय भगवान जगन्नाथ का इलाज मंदिर परिसर में ही हो रहा है.

इलाज के दौरान मंदिर में सिर्फ पुजारी और वैद्य को ही जाने की इजाजत है. भगवान के इलाज में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो, इसलिए मंदिर की सभी घंटियों को बांधकर रखा गया है. साथ ही खिड़कियों और दरवाजों को बंद कर दिया गया है.

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15 दिनों तक भगवान रहेंगे क्वारंटाइन 

भगवान जगन्नाथ का इलाज 15 तक चलेगा और इस कारण भगवान 15 दिनों तक मंदिरों में क्वारंटाइन रहेंगे. इलाज के कारण भक्तों को भगवान के दर्शन करने की इजाजत नहीं है. यहां तक की उनके मंदिर में प्रवेश की अनुमति भी नहीं है. मंदिर में सुबह-शाम केवल पुजारी और वैद्य को ही इलाज के लिए आने-जाने की इजाजत है.

आम का रस पीने के कारण भगवान बीमार- पुजारी

जगन्नाथ मंदिर के मुख्य पुजारी कमलेश दुबे ने बताया कि पूर्णिमा के दिन भगवान ने स्नान करने के बाद 200 किलो आम से बने रस का सेवन किया था. इस कारण उनकी तबीयत खराब हो गई है. अब वैद्य के द्वारा उनका इलाज किया जा रहा है. पुजारी का कहना है कि यह सब परंपरा का हिस्सा है.

सामान्य वर्ष में भगवान जगन्नाथ के शयन काल का समय 15 दिन रहता है. उन्होंने आगे बताया कि इस माह में भगवान जगन्नाथ केवल आधे घंटे के लिए सिंह द्वार में विराजित होंगे और अपने भक्तों को दर्शन देंगे. इसके बाद मंदिर में हवन और शुद्धिकरण का कार्य किया जाएगा.

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