दुल्हन के दरवाजे पर पहुंची बारात, घोड़ी पर बैठे दूल्हे को किसी ने मार दिया चाकू और फिर...

राजस्थान के कोटा में शादी के लिए दुल्हन के घर पहुंची एक बारात में घोड़ी पर बैठे दूल्हे पर किसी ने चाकू से हमला कर दिया. हमले के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. भगदड़ में 2 से 3 बाराती घायल हो गए.

Advertisement
कोटा में घोड़ी पर बैठे दूल्हे को किसी ने मार दिया चाकू कोटा में घोड़ी पर बैठे दूल्हे को किसी ने मार दिया चाकू

चेतन गुर्जर

  • कोटा,
  • 04 मई 2025,
  • अपडेटेड 11:12 AM IST

राजस्थान के कोटा में एक शादी में जो हुआ उससे हड़कंप मच गया. यहां बारात में घोड़ी पर बैठे दूल्हे पर किसी ने चाकू से हमला कर दिया. हमले के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई. भगदड़ में 2 से 3 बाराती घायल हो गए. गंभीर रूप से घायल दूल्हे को कोटा के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है. घटना देवली मांझी के खाती खेड़ा गांव में 2 मई की रात की है.

Advertisement

दूल्हे के चचेरे भाई पवन ने बताया कि केशवरायपाटन के इंद्रपुरिया गांव निवासी दूल्हे लक्ष्मीनारायण की बारात लेकर चारचोमा के पास स्थित खातीखेड़ा गांव आए थे. रात करीब 9:45 बजे जब बारात दुल्हन के घर की तरफ जा रही थी, तभी दुल्हन के घर से 500 मीटर पहले 2-3 युवकों ने दूल्हे पर हंगामा कर दिया.

ग्रामीण एसपी सुजीत शंकर ने बताया कि यह मामला एक ही समाज के लोगों के बीच हुए विवाद का है. परिजनों की शिकायत पर मामला दर्ज कर किया गया. शुरुआती जांच में सामने आया है कि हमलावर युवक दुल्हन के गांव का ही रहने वाला है. पुलिस झगड़े के कारणों की जांच में जुटी हुई है.

हमलावरों ने घोड़ी पर सवार दूल्हे लक्ष्मीनारायण की पीठ पर चाकू से वार कर दिया, जिससे वह नीचे गिर गया. इस घटना के बाद बारात में अफरा-तफरी मच गई और भगदड़ में 2-3 बाराती भी घायल हो गए. दूल्हे की पीठ पर दो गहरे घाव पाए गए हैं. अभी तक दूल्हे की तबीयत में सुधार नहीं आया है. हमले के बाद शादी भी नहीं हो पाई.

Advertisement

फिलहाल हमलावर युवकों की पहचान नहीं हो पाई है. स्थानीय लोगों का कहना है कि इस तरह की घटना इलाके में पहली बार हुई है, जिससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. लक्ष्मीनारायण 5 भाई-बहन में सबसे बड़ा है और गांव में किराने की दुकान चलाता है. वह प्रतियोगी परीक्षा (लाइब्रेरियन) की तैयारी भी कर रहा है. लक्ष्मीनारायण की दो बहनों की शादी हो चुकी है. तीसरी बहन की शादी की तैयारी चल रही थी. लक्ष्मी नारायण के पिता धर्मराज खेती करते हैं.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement