चलती कार से ईयररिंग, मोजा और अंडरगारमेंट तक गायब… उदयपुर गैंगरेप कांड में IT मैनेजर पीड़िता की आपबीती

उदयपुर में आईटी कंपनी की मैनेजर से गैंगरेप के मामले में पुलिस ने सीईओ समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पीड़िता के होश में आने पर ईयररिंग, मोजा और अंडरगारमेंट गायब मिले, जिससे उसे वारदात का अहसास हुआ. डैशकैम रिकॉर्डिंग, मेडिकल रिपोर्ट और बयान के आधार पर पुलिस जांच कर रही है. आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया है.

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उदयपुर पुलिस ने गैंगरेप के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है (Photo ITG) उदयपुर पुलिस ने गैंगरेप के तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है (Photo ITG)

पंकज शर्मा

  • उदयपुर ,
  • 26 दिसंबर 2025,
  • अपडेटेड 1:14 PM IST

जब सुबह हल्का-हल्का होश आया, तो सबसे पहली उसकी नजर कपड़ों पर गई. देखा तो एक कान की ईयररिंग नहीं थी, मोजे और अंडरगारमेंट तक गायब थे. प्राइवेट पार्ट पर चोट के निशान थे. यह कहना है उदयपुर की एक आईटी कंपनी की मैनेजर का. उनकी शिकायत पर कंपनी के सीईओ, एक महिला एग्जीक्यूटिव हेड और उसके पति को चलती कार में गैंगरेप के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है.

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यह है पूरा मामला

20 दिसंबर को कंपनी के सीईओ की बर्थडे और न्यू ईयर पार्टी शोभागपुरा स्थित एक होटल में आयोजित की गई थी. पीड़िता रात करीब 9 बजे पार्टी में पहुंची. कार्यक्रम देर रात तक चला और करीब 1:30 बजे पार्टी समाप्त हुई. इस दौरान पीड़िता की तबीयत खराब होने लगी और वह घर लौटना चाहती थी. कुछ लोग उसे घर छोड़ने की तैयारी में थे, तभी कंपनी की एक महिला एग्जीक्यूटिव हेड ने ‘आफ्टर पार्टी’ का प्रस्ताव रखा. इसके बाद पीड़िता को कार में बैठाया गया. कार में पहले से महिला एग्जीक्यूटिव हेड का पति और कंपनी का सीईओ मौजूद थे. पीड़िता को बताया गया कि उसे घर तक छोड़ दिया जाएगा. रास्ते में कार एक दुकान पर रुकी, जहां से स्मोकिंग से संबंधित सामग्री ली गई. इसके बाद कार के भीतर ही पीड़िता को स्मोक कराया गया. कुछ ही समय में उसकी हालत बिगड़ती चली गई और वह सामान्य स्थिति में नहीं रही. पीड़िता के अनुसार, इसके बाद की घटनाएं उसे स्पष्ट रूप से याद नहीं रहीं.

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होश आया तो पता चला गैंगरेप हुआ

जब उसे हल्का होश आया, तो उसने महसूस किया कि उसके साथ छेड़छाड़ की जा रही है. उसने विरोध किया और रुकने की बात कही, लेकिन उसकी बात नहीं मानी गई. आरोप है कि इस दौरान कार में मौजूद तीनों लोगों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. यह सिलसिला रात करीब 1:45 बजे से सुबह 5 बजे के बीच बताया गया है. सुबह के समय पीड़िता को उसके घर के पास छोड़ा गया. वह किसी तरह घर पहुंची. कुछ देर बाद जब उसे पूरी तरह होश आया, तो शरीर पर चोटों और दर्द का एहसास हुआ. तभी उसे अपनी ईयररिंग, मोजे और अंडरगारमेंट के गायब होने का पता चला.

डैशकैम में सब रिकॉर्ड

इसके बाद पीड़िता ने घटनाक्रम को समझने की कोशिश की. उसे याद आया कि जिस कार में वह रात भर रही, उसमें डैशकैम लगा हुआ था. उसने कार के डैशकैम के ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड खंगाले. रिकॉर्डिंग में बातचीत और आवाजें मिलीं, जो उसके संदेह की पुष्टि करती थीं. यही रिकॉर्डिंग आगे चलकर जांच का अहम आधार बनी.

पुलिस ने तेज की जांच 

पीड़िता ने उदयपुर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. जिला पुलिस अधीक्षक योगेश गोयल के अनुसार, पीड़िता के बयान, मेडिकल रिपोर्ट और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर मामले की जांच शुरू की गई. जांच की जिम्मेदारी एएसपी माधुरी वर्मा को सौंपी गई. मेडिकल जांच में शरीर पर चोटों की पुष्टि हुई, जिससे प्रथम दृष्टया गैंगरेप की आशंका सामने आई.

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तीनों आराेपी गिरफ्तार 

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आईटी कंपनी के सीईओ जयेश, सह-आरोपी गौरव और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया. तीनों को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है. पुलिस यह भी जांच कर रही है कि पीड़िता को नशे की हालत में लाने के लिए किसी विशेष पदार्थ का इस्तेमाल तो नहीं किया गया. एसपी योगेश गोयल ने बताया कि कार के डैशकैम में रिकॉर्ड ऑडियो जांच का महत्वपूर्ण हिस्सा है. इन्हीं तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर घटनाक्रम की कड़ियां जोड़ी जा रही हैं. पुलिस का कहना है कि मामले में सभी पहलुओं की निष्पक्ष जांच की जा रही है.

कौन है आरोपी 

गिरफ्तार आरोपियों में जयेश प्रकाश सिसोदिया, निवासी स्काई मरीना अपार्टमेंट, सुखाडिया सर्किल; गौरव सिरोही, हाल निवासी हितवाना अपार्टमेंट, सुखेर; और कंपनी की महिला एग्जीक्यूटिव हेड शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, जांच जारी है और जरूरत पड़ने पर और लोगों से भी पूछताछ की जाएगी.

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