मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दतिया जिले के इंदरगढ़ निवासी डॉ. एमएस बघेल के सुपुत्र भरत बघेल के रूस में निधन पर गहन दुख व्यक्त किया है. उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि भरत के निधन का समाचार अत्यंत दुखद है. उन्होंने ईश्वर से दिवंगत की पुण्यात्मा की शांति और शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुख सहन करने का संबल देने की प्रार्थना की है.
CM यादव ने सोशल मीडिया 'X' पर कहा कि भरत का पार्थिव शरीर भारत लाने के लिए अधिकारियों को अपेक्षित कार्यवाही यथाशीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रदेश के अधिकारी भारतीय दूतावास के निरंतर संपर्क में हैं. उल्लेखनीय है कि भरत अध्ययन के लिए रूस गए थे, जहां उनका निधन हो गया.
दतिया के इंदरगढ़ तहसील के निवासी भरत बघेल रूस में MBBS की पढ़ाई कर रहे थे. उनकी 21 जून को हॉस्टल से गिरकर संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. भरत पहले यूक्रेन में पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण पढ़ाई छोड़कर लौट आए थे. बाद में उन्होंने रूस में एमबीबीएस जारी रखा. यह उनका अंतिम वर्ष था और 20 जून को उनका फाइनल पेपर था, जबकि 28 जून को रिजल्ट आने वाला था. इस कारण वे वहां रुके थे और 2 जुलाई को भारत लौटने की योजना थी.
भरत के पिता मुलायम बघेल ने बताया कि उन्हें अभी पूरी जानकारी नहीं है कि बेटे की मौत कैसे हुई. हॉस्टल से उनके रूममेट का फोन आया कि भरत की गिरकर मौत हो गई. उन्होंने कहा कि यह हादसा है या हत्या, यह रूस पुलिस की जांच के बाद ही स्पष्ट होगा.
मुलायम बघेल और पूर्व विधायक सेवड़ा राधे बघेल ने भारत सरकार और मध्य प्रदेश सरकार से अनुरोध किया है कि भरत का पार्थिव शरीर जल्दी भारत लाने में मदद की जाए.
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