MP में अमानवीयता की हद... अवैध खनन रोकने पर दलित युवक की बर्बर पिटाई, सरपंच के बेटे ने मुंह पर किया पेशाब

MP एक बार फिर अमानवीयता और जातिगत उत्पीड़न की बात सामने आई है. कटनी जिले में अवैध खनन का विरोध करने वाले दलित युवक से मारपीट और उसके मुंह पर पेशाब कर करने की लिखित शिकायत एसपी कार्यालय में की गई है.

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अवैध खनन रोकने पर दलित युवक की बर्बर पिटाई.(Photo:META AI) अवैध खनन रोकने पर दलित युवक की बर्बर पिटाई.(Photo:META AI)

अमर ताम्रकार

  • कटनी,
  • 17 अक्टूबर 2025,
  • अपडेटेड 12:38 PM IST

मध्य प्रदेश के कटनी जिले से एक बार फिर अमानवीयता और जातिगत उत्पीड़न का बेहद शर्मनाक मामला सामने आया है. अवैध खनन का विरोध करने पर दलित युवक के साथ न सिर्फ बेरहमी से मारपीट की गई, बल्कि उसके मुंह पर पेशाब करने का भी गंभीर आरोप लगा है.

स्लीमनाबाद थाना क्षेत्र के मटवारा गांव के फरियादी राजकुमार चौधरी  (36) ने एसपी कार्यालय में दिए आवेदन में बताया कि घटना 13 अक्टूबर की शाम की है. उन्होंने अपने खेत के पास रमगढ़ा पहाड़ी पर हो रहे शासकीय भूमि के अवैध उत्खनन का विरोध किया था. विरोध करने पर उत्खनन कार्य में लगे राम बिहारी हल्दकार ने उन्हें जातिसूचक गालियां दीं.

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बर्बरता की हदें पार
राजकुमार चौधरी जब अपनी मां मुन्नी बाई चौधरी के साथ घर लौट रहे थे, तभी गांव के पास सरपंच रामानुज पांडेय, उनके पुत्र पवन पांडेय, भतीजे सतीश पांडेय और उनके साथियों ने उन्हें रोक लिया. सभी ने मिलकर राजकुमार पर लात-घूंसे और लोहे की रॉड से हमला कर दिया.

मूत्र कांड का आरोप
सबसे चौंकाने वाला आरोप यह है कि पिटाई के दौरान सरपंच पुत्र पवन पाण्डेय ने राजकुमार चौधरी के मुंह पर मूत्र त्याग कर दिया. बीच-बचाव करने पहुंची मां मुन्नी बाई को भी बालों से घसीटा गया और जातिसूचक अपशब्द कहे गए.

मामले में क्रॉस FIR दर्ज 
यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है. एक पक्ष सामान्य वर्ग से तो दूसरा दलित वर्ग से है. 13 अक्टूबर को ही सामान्य वर्ग के लोगों ने स्लीमनाबाद थाने में शिकायत की थी, जिस पर पुलिस ने राजकुमार चौधरी सहित अन्य के खिलाफ बीएनएस (भारतीय न्याय संहिता) की धाराओं 296, 115(2), 351(3) के तहत मामला दर्ज किया था.

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जबकि दलित वर्ग ने दो दिन बाद यानी 15 अक्टूबर को फरियादी राजकुमार चौधरी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय जाकर लिखित शिकायत दी. इस शिकायत के आधार पर सामान्य परिवार के लोगों के खिलाफ बीएनएस की धाराओं के साथ-साथ एससी-एसटी एक्ट की धाराओं में भी मामला दर्ज किया गया है.

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संतोष डेहरिया ने पुष्टि की है कि पुलिस ने दोनों पक्षों पर एफआईआर दर्ज कर ली है और सभी बिंदुओं की जांच जारी है.

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