मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने कहा कि अच्छी सप्लाई के कारण किसान प्याज फेंक रहे हैं, जिससे विपक्ष कांग्रेस ने उनके बयान को किसानों का अपमान बताया और इस पर विवाद खड़ा हो गया. कंसाना ने खजुराहो में पत्रकारों से बात करते हुए यह बयान दिया.
किसानों द्वारा अपनी उपज का सही दाम न मिलने पर सड़क पर प्याज फेंकने के सवाल के जवाब में मंत्री कंषाना ने कहा, "देखिए, प्याज बागवानी का मामला है. फिर भी कृषि मंत्री होने के नाते मैं कह रहा हूं कि प्याज की सप्लाई अच्छी रही है, इसलिए वे फेंक रहे हैं... कांग्रेस शासन के दौरान प्याज नहीं था. किसानों को पानी नहीं मिलता था, इसलिए प्याज ज्यादा नहीं होता था."
मंत्री के बयान का जवाब देते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इंदौर में पत्रकारों से कहा, "कंषाना का यह बयान किसानों के साथ धोखा है. यह किसानों का अपमान है. सरकार की गलत नीतियों के कारण उन्हें प्याज फेंकने पर मजबूर होना पड़ रहा है."
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की कथित जिद और घमंड पार्टी को खत्म कर देगा और किसान सही समय पर उन्हें सबक सिखाएंगे.
मशहूर टूरिस्ट डेस्टिनेशन खजुराहो में मंगलवार को हुई राज्य कैबिनेट की बैठक को 'सरकारी पैसे की बर्बादी' बताते हुए पटवारी ने पूछा कि ऐसे आयोजनों से जनता को क्या फायदा हो रहा है?
पटवारी ने आरोप लगाया, "राज्य सरकार ने राज्य के हर व्यक्ति को 60,000 रुपए के कर्ज में डाल दिया है. यह सरकार हर दिन 165 करोड़ रुपए का कर्ज लेती है."
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