पाताललोक से आ रहे हैं हाथीराम चौधरी... साहित्य आजतक में खूब जमेगी बैठकी, आइएगा जरूर!

साहित्य के इस महाकुंभ 'साहित्य आज तक' के दौरान इन तीन दिनों में देश-दुनिया में मशहूर कवि, लेखक, कलाकार, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता, रंगकर्मी, चिंतक और विचारक एक जगह, एक साथ इकट्ठा होंगे.

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साहित्य आजतक में आ रहे हैं अभिनेता जयदीप अहलावत साहित्य आजतक में आ रहे हैं अभिनेता जयदीप अहलावत

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 17 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 5:05 PM IST

साहित्य, गीत-संगीत और कला- अभिनय आदि की विधा के पुरोधाओं से मिलने की इच्छा हिलोरें मारती है तो साहित्य आजतक आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है. यहां आप अपने पसंदीदा साहित्यकारों से रूबरू हो सकते हैं. अभिनेताओं को सामने देख उनकी बाते, उनकी आपबीती सुन सकते हैं और अपने पसंदीदा सिंगर्स को लाइव सुन सकते हैं. 

तो देर किस बात की है, कैलेंडर में मार्क कर लीजिए और नवंबर की 21, 21 और 23 तारीख को राजधानी दिल्ली के मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में पहुंच जाइए. यही वो जगह है जो कई दिग्गजों से गुलजार होने वाली है. भारत के सबसे तेज और सबसे बड़े हिंदी न्यूज चैनल 'आज तक' की ओर से हर साल सजने वाला यह महाकुंभ एक बार फिर सजने को तैयार है. 

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मशहूर कवि, लेखक और संगीतकारों से रूबरू होने का मौका
साहित्य के इस महाकुंभ 'साहित्य आज तक' के दौरान इन तीन दिनों में देश-दुनिया में मशहूर कवि, लेखक, कलाकार, संगीतकार, नाटककार, अभिनेता, रंगकर्मी, चिंतक और विचारक एक जगह, एक साथ इकट्ठा होंगे.

मिलिए जयदीप अहलावत से 

इस बार तमाम दिग्गजों के बीच आपके लिए खास आकर्षण का केंद्र होंगे अभिनेता जयदीप अहलावत. उनके खास सेशन का नाम है, 'पाताललोक के परमानेंट निवासी'. अभिनेता जयदीप अहलावत ने अपनी वेबसीरीज 'पाताललोक' से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई है. थिएटर से एक्टिंग की एबीसीडी सीखकर सिल्वर स्क्रीन पर अपना जलवा बिखेर रहे जयदीप अहलावत आज भी जमीन से जुड़े हुए हैं. 

23 नवंबर को दोपहर 2:00 बजे से दोपहर 2:45 बजे तक उनसे मंच के जरिए खास बातचीत की जा सकती है. 

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इरशाद कामिल भी होंगे रूबरू
इसके ठीक बाद आप से रूबरू होंगे कवि और गीतकार इरशाद कामिल. इरशाद कामिल के नाम से कौन परिचित नहीं है भला... बॉलीवुड के कितने ही फेमस और दिल में उतर जाने वाले गाने इरशाद कामिल की ही देन हैं. 

पी लूं, सौदेबाजी, आओगे जब तुम ओ साजना, मैंनू विदा करो, नगाड़ा-नगाड़ा बजा, मौजा ही मौजा, सजदे किए हैं लाखों... ऐसे कितने ही सुरीले गीत हैं जो कामिल साहब की कलम से निकले हैं. 

सैयारा तू तो बदला नहीं है है... इस खास सेशन में दोपहर 2:45 से 3:30 बजे तक इरशाद कामिल आपसे रूबरू होंगे. 

इसके अलावा साहित्य आजतक में इमरान प्रतापगढ़ी (शायर और राज्यसभा सदस्य), स्मृति इरानी (एक्टर, लेखक और राजनेता), नेहा कक्कड़, विशाल मिश्रा, चेतन भगत आदि भी मंच पर शिरकत करने आ रहे हैं, जिनसे आप रूबरू होंगे.

साहित्य के महाकुंभ 'साहित्य आज तक' में अभी रजिस्टर करें.
तारीख: 21, 22 और 23 नवंबर, 2025
आयोजन स्थल: मेजर ध्यानचंद राष्ट्रीय स्टेडियम, नई दिल्ली
रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट: aajtak.in/sahitya

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