Eli Lilly weight loss pill orforglipron: जब आपके शरीर में अत्यधिक फैट जमा हो जाता है तो वह मोटापे की श्रेणी में आता है. जिनका वजन अधिक होता है वो लाइफस्टाइल, खान-पान और फिजिकल एक्टिविटी को बदलते हैं ताकि उनका वजन मेंटेन हो सके. कुछ समय पहले भारतीय बाजार में वजन घटाने वाली दवा औपचारिक रूप से लॉन्च की गई थी जिसका नाम मौनजारो (टिर्जेपेटाइड) था. इस कंपनी को भारत में Eli Lilly ने लॉन्च किया था. लेकिन अब यही कंपनी अपनी ओरल दवा (टेबलेट) को लॉन्च करने की योजना बना रही है. इस गोली को ऑर्फोर्ग्लिप्रॉन (Orforglipron) नाम से जाना जाएगा.
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, यदि ऑर्फोर्गलिप्रोन एक आसानी से ली जाने वाली गोली के रूप में इंजेक्शन (मौनजारो) जैसे रिजल्ट दे सकता है तो इसमें कई लोगों तक पहुंचने की क्षमता है. हालांकि एली लिली की गोली को बिक्री के अप्रूवल के लिए फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन की रिव्यू प्रोसेस से गुजरना होगा.
कंपनी ने क्या कहा
एली लिली ने कुछ दिन पहले कहा, 'मोटापा कम करने वाली गोली के अंतिम स्टेज में भी कई ट्रायल होते हैं. हमारी टेबलेट ने तीसरे ट्रायल में भी सफलता प्राप्त की है जिससे टाइप 2 डायबिटीज के मरीजों को उनके ब्लड शुगर और शरीर के वजन को कम करने में मदद मिली है.'
'ट्रायल के नतीजे फार्मास्युटिकल इंडस्ट्री के इस साल की सबसे निकटतम रिसर्चों में से एक है क्योंकि एली लिली की एक्सपेरिमेंटल पिल्स (ऑर्फोर्गलिप्रोन) को वजन घटाने और डायबिटीज के तेजी से बढ़ते बाजार में एक नया और सुई-रहित ऑपशंस बना सकता है.'
गोली कब से उपलब्ध होगी?
एली लिली ने कहा, 'हमने इस साल के अंत में वजन घटाने के लिए और अगले साल की शुरुआत में डायबिटीज के लिए दवा को बाजार में लाने के लिए अप्रूवल की प्लानिंग की है लेकिन डिसीजन लेने से पहले कंपनी के ट्रायल डेटा के रिव्यू में FDA को महीनों और संभवतः उससे भी अधिक समय लग सकता है.'
विश्लेषकों का कहना है, 'अगर सब कुछ सुचारू रूप से चला तो ऑर्फोर्ग्लिप्रोन अगले साल की दूसरी छमाही में संयुक्त राज्य अमेरिका में उपलब्ध हो सकती है. लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि देश के हेल्थ सेकेट्री रॉबर्ट एफ. कैनेडी जूनियर इस पर टिप्पणी करेंगे या नहीं क्योंकि उन्होंने पहले GLP-1 दवाओं की यह कहते हुए आलोचना की थी कि लोगों के लिए स्वस्थ भोजन खाना ही बेहतर होगा.'
टेबलेट्स और मौजूदा इंजेक्शनों पर की गईं पिछली रिसर्चों से पता चलता है कि डायबिटीज के रोगियों का वजन दूसरे लोगों की तुलना में कम घटता है जिससे इन आंकड़ों की तुलना विशेष रूप से मोटापे के लिए बनाई गई दवाओं से करना कठिन हो जाता है.
एली लिली द्वारा मोटापे के लिए जेपबाउंड (Zepbound) और डायबिटीज के लिए मौनजारो (Mounjaro) नाम के इंजेक्शन बनाए गए हैं. वहीं नोवो नॉर्डिस्क कंपनी मोटापे के लिए वेगोवी (Wegovy) और डायबिटीज के लिए ओजम्पिक (Ozempic) नाम से अपने इंजेक्शन बेचती है.
ट्रायल में कितना वजन कम हुआ?
एली लिली के क्लिनिकल ट्रायल में टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित 500 से अधिक लोगों पर रिसर्च की गई जिन्होंने लगभग 10 महीनों तक ऑर्फोर्ग्लिप्रॉन या प्लेसबो लिया. कंपनी के अनुसार, ऑर्फोर्ग्लिप्रॉन की अधिकतम खुराक लेने वाले रोगियों ने औसतन 7.2 किलो वजन कम किया था यानी उनके शरीर का लगभग 8 प्रतिशत वजन कम हुआ था.
एली लिली ने यह भी कहा कि रिसर्च समाप्त होने तक रोगियों ने अपने वजन घटाने में कोई स्थिरता नहीं देखी यानी उनका वजन लगातार कम हो रहा था. वे तय समय के बाद भी वजन कम कर सकते हैं.
क्या गोली से साइड इफेक्ट हुए?
क्लिनिकल ट्रायल में सबसे आम साइड इफेक्ट वही थे जो इंजेक्शन वाली दवाओं में देखे जाते हैं. कंपनी ने कहा, 'साइड इफेक्ट में डायरिया, अपच, कब्ज, मतली और उल्टी थे. गोली की सबसे अधिक खुराक लेने वाले लगभग 8 प्रतिशत मरीजों ने साइड इफेक्ट के कारण गोली लेना बंद कर दिया था. अनुमान है कि सबसे अधिक खुराक लेने वाले 14 प्रतिशत लोगों को उल्टी का अनुभव हुआ जबकि 16 प्रतिशत और 26 प्रतिशत को क्रमशः मतली और दस्त की समस्या हुई.
यह अच्छी खबर थी क्योंकि वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को बड़ी चिंता थी कि GLP-1 की गोलियां गंभीर साइड इफेक्ट पैदा कर सकती हैं जो रोगियों को उन्हें लेने से डिमोटिवेट कर सकती हैं या दवा को लेने में जोखिम पैदा कर सकती हैं. हमारी दवा ने ट्रायल में लिवर इंजरी के भी कोई संकेत नहीं दिखाए हैं.'
दवा की कीमत कितनी होगी?
एली लिली द्वारा दवा की कीमत की घोषणा तब तक नहीं की जाएगी जब तक कि इसे स्वीकृति नहीं मिल जाती लेकिन संयुक्त राज्य अमेरिका में दवा महंगी होने की उम्मीद है. वॉल स्ट्रीट के कई विश्लेषकों ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि एली लिली ऑर्फोर्ग्लिप्रोन के लिए 85,317 रुपये ($1000) प्रति माह से कम एमआरपी तय करेगी, जो जेपबाउंड 92,773 रुपये ($1086) और वेगोवी 1.15 लाख ($1349) एमआरपी से कम हो सकती है.
आजतक लाइफस्टाइल डेस्क