Kidney Health: सेहत की दिशा में पहला कदम है किचन में पोषण से भरपूर फूड्स का मौजूद होना. चूंकि कई फूड्स चीनी और सोडियम के छिपे हुए सोर्स होते हैं, इसलिए ये जानना जरूरी है कि आपके रेफ्रिजरेटर में वास्तव में क्या रखा है और उसे खाने से आपके सेहतऔर लिवर-किडनी-हार्ट जैसे अंगों पर क्या असर हो सकता है.
अमेरिका के नेशनल किडनी फाउंडेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, आजकल किडनी की बीमारी तेजी बढ़ रही है. इसके दो बड़े कारण डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर हैं. लेकिन अगर आपने इन बीमारियों को कंट्रोल कर लिया तो किडनी की बीमारी को आप काफी हद तक रोक सकते हैं या धीमा कर सकते हैं.
किडनी के लिए क्या ना खाएं
स्वस्थ भोजन का चुनाव करना, चीनी, फैट, सोडियम और नमक के सेवन को कंट्रोल करना किडनी की बीमारी के रिस्क फैक्टर्स से बचने में मदद कर सकता है. साथ ही ये बदलाव आपकी किडनी की सुरक्षा को भी मजबूत कर सकता है. यानी इस तरह आप काफी हद तक किडनी रोग से सुरक्षित रह सकते हैं. नेशनल किडनी फाउंडेशन ने पांच ऐसे फूड्स बताएं हैं जिन्हें एक सेहतमंद व्यक्ति को भी खाने से बचना चाहिए.
सोडा से दूर रहें
सोडा कोई पोषण नहीं देता है बल्कि चीनी से भरपूर होता है. चाहें वो नेचुरल हो या आर्टिफिशयल. चीनी वजन बढ़ने का कारण बन सकती है. कई रिसर्च में सोडा को ऑस्टियोपोरोसिस, किडनी की बीमारी, मेटाबॉलिक सिंड्रोम और दांत की बीमारियों का कारण बताया है. डाइट सोडा में कैलोरी कम हो सकती है लेकिन कोई पोषण नहीं होता. ऊपर से इसमें आर्टफिशियल स्वीटनर जैसे एडिटिव्स होते हैं. इसलिए सोडा छोड़ें और पानी पिएं. अगर आपको सादा पानी बहुत ज्यादा पीने में दिक्कत होती है तो स्वाद बढ़ाने के लिए उसमें एक या दो स्लाइस ताजे फलों का मिलाएं या फिर उसमें नींबू का रस मिला दें.
प्रोसेस्ड मीट खाना खतरनाक
किडनी को हेल्दी रखना है तो अपनी डाइट से प्रॉसेस्ड मीट को हटा दें. प्रोसेस्ड मीट सोडियम और नाइट्रेट्स का भी स्रोत हो सकते हैं जो कैंसर का रिस्क बढ़ाते हैं. इसलिए ताजा और कम फैट वाले मीट प्रॉडक्ट्स को चुनें.
टेस्टी मक्खन हेल्दी नहीं
बाजार में मिलने वाला मक्खन कोलेस्ट्रॉल, कैलोरी और सैचुरेटेड फैट्स से भरपूर होता है. इसमें अक्सर ट्रांस फैट होता है. इसलिए घर का बना शुद्ध देसी घी, मक्खन, कैनोला या
ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें.
मेयोनीज से बनाएं दूरी
सैंडविच, बर्गर और फ्राइज जैसी चीजों पर ऊपर से एक चम्मच मेयोनीज डालने से उसका स्वाद बढ़ जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ एक चम्मच मेयोनीज में भी 103 कैलोरी होती हैं. साथ ही सैचुरेटेड फैट भी बहुत होता है. लो कैलोरी और फैट वाले मेयोनीज भी बाजार में मिलते हैं लेकिन उनमें सोडियम और चीनी ज्यादा होती है, कई एडिटिव्स भी मिले हो सकते हैं. इसलिए इसकी जगह बिना फैट वाला ग्रीक योगर्ट इस्तेमाल करना हेल्दी विकल्प है. इसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है और यह सलाद के साथ अच्छी तरह घुल-मिल जाता है.
फ्रोजन मील्स
दुनिया भर में हुए कई अध्ययनों से पता चला है कि प्रॉसेसेस्ड फूड्स टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ाते हैं जबकि फ्रोजन यानी पहले से तैयार चीजें जैसे फ्रोजन पिज्जा, ग्रेवी, फूड्स में बहुत चीनी, सोडियम और फैट हो सकता है. हालांकि सभी फ्रोजन मील एक जैसे नहीं होते लेकिन जब भी संभव हो ताजा और whole foods खाना ही चाहिए. कभी-कभी फ्रोजन मील चुनते हुए भी लेबल को ध्यान से पढ़ें और लो सोडियम, बिना सोडियम वाला फ्रोजन मील ही चुनें.
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