राज्यसभा की तीन सीटों पर चुनाव से पहले राजस्थान में चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है. कांग्रेस ने अपने विधायकों को बुधवार से ही जयपुर के रिजॉर्ट में ठहराया था. अब कांग्रेस ने अपने विधायकों को दूसरे होटल जेडब्ल्यू मैरियट में शिफ्ट कर दिया है. होटल के एक हॉल में आयोजित कांग्रेस विधायक दल की मीटिंग अब खत्म हो गई है. मीटिंग में शामिल हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल अब जयपुर से दिल्ली जाएंगे.
जानकारी के मुताबिक अब 17 जून को विधायकों की मॉक पोलिंग होगी. बैठक के दौरान कांग्रेस के सभी विधायकों ने एकजुटता दिखाई है. बताया जा रहा है कि मीटिंग के बाद कुछ विधायक होटल से अपने निवास चले गए हैं.
बैठक को राज्य के मुख्यमंत्री गहलोत ने संबोधित किया था. गहलोत ने अपने विधायकों से कहा, "मेरी कोशिश भी आपके साथ रहने की है. मेरे लिए मंत्री विधायक सब बराबर हैं. मैं आप लोगों के बीच रहूंगा. कोई काम हो तो आप आराम से मुझसे मिलें."
थोड़ी देर से पहुंचे थे गहलोत
विधायक दल की मीटिंग में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रात करीब साढ़े आठ बजे जेडब्ल्यू मैरियट होटल पहुंचे थे. सीएम के पहुंचने के थोड़ी देर बाद ही होटल के एक बड़े से हॉल में कांग्रेस विधायकों की मीटिंग शुरू हो गई थी.
इससे थोड़ी देर पहले राज्य के उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट होटल पहुंच गए थे. बाहर से आने वाले नेताओं में दीपेंद्र हुड्डा भी जेडब्ल्यू मैरियट पहुंचे थे. बता दें कि यह मीटिंग शाम 7:00 बजे शुरू होनी थी. लेकिन सीएम गहलोत के न पहुंच पाने की वजह से मीटिंग थोड़ी देरी से शुरू हुई.
कांग्रेस के विधायकों और मंत्रियों के अलावा इस बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, राजस्थान कांग्रेस के प्रभारी महासचिव अविनाश पांडे और राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला भी भाग ले रहे हैं.
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एक बार फिर शुरू हुई रिजॉर्ट पॉलिटिक्स
राजस्थान में कांग्रेस पर ऑपरेशन लोटस का खतरा मंडरा रहा है. एक बार फिर राज्य में रिजॉर्ट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है. कांग्रेस ने अभी तक अपने विधायकों को जयपुर में शिव विलास रिजॉर्ट में ठहराया हुआ था. लेकिन अब उन्हें जयपुर में जेडब्ल्यू मैरियट होटल में शिफ्ट कर दिया गया है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल, राजस्थान में राज्यसभा की तीन सीट पर चुनाव होना है. विधानसभा में सीटों के गणित के आधार पर ये तय था कि दो पर कांग्रेस और बची हुई एक सीट पर बीजेपी का उम्मीदवार राज्यसभा पहुंच सकता है. कांग्रेस ने केसी वेणुगोपाल और नीरज डांगी को उम्मीदवार बनाया, लेकिन बीजेपी ने बड़ा दांव चल दिया.
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बीजेपी ने एक की जगह अपने दो उम्मीदवार राजेंद्र गहलोत और ओंकार सिंह लखावत को उतार दिया. अब कांग्रेस को डर है कि बीजेपी अपने दूसरे उम्मीदवार की जीत के लिए कांग्रेस के विधायकों में तोड़फोड़ का खेल कर सकती है. इसके बाद सभी कांग्रेस और समर्थन देने वाले विधायकों को शिव विलास रिजॉर्ट में ठहराया गया था.
इसके साथ ही हालातों को देखते राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भारतीय ट्राइबल पार्टी के 2 विधायकों को लेकर अपने साथ रिजॉर्ट पहुंचे. मध्य प्रदेश और गुजरात के विधायकों को भी राजस्थान में ठहराया गया था. अब खुद राजस्थान सरकार को ऑपरेशन लोटस का खौफ सता रहा है और वो विधायकों को टूटने से बचाने की कोशिश कर रही है.
देव अंकुर / शरत कुमार