पंजाब के सीनियर आईएएस अफसर संजय पोपली इन दिनों चर्चा में हैं. संजय पोपली को हाल ही में पंजाब पुलिस ने भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार किया था. जब विजलेंस टीम ने संजय पोपली के घर छापा मारा तो 1-1 किलो की 9 सोने की ईंटें, 49 सोने के बिस्किट, 12 सोने के सिक्के और 3 किलो चांदी बरामद हुई थी. इसके अलावा उनके घर से 5 महंगे मोबाइल फोन और दो स्मार्च वॉच भी बरामद की थीं. लेकिन जब विजिलेंस की टीम छापेमारी कर रही थी, तभी पोपली के 27 साल के बेटे की मौत हो गई. चंडीगढ़ पुलिस का कहना है कि पोपली के बेटे ने खुद को गोली मारकर हत्या की है. जबकि पोपली के परिवार का आरोप है कि उनके बेटे की हत्या की गई.
कौन हैं संजय पोपली, क्या हैं आरोप?
संजय पोपली पंजाब के सीनियर आईएएस अफसर हैं. वे 2008 बैच के पंजाब कैडर के अफसर हैं. संजय पोपली पर टेंडर के बदले कमीशन लेने का आरोप है. आरोप है कि संजय पोपली ने सीवरेज बोर्ड सीईओ रहते 7.3 करोड़ की सीवरेज परियोजना में ठेकेदार से 1% कमीशन की मांग की थी. ठेकेदार ने पोपली को 3.50 लाख दे दिए थे. पोपली दूसरी किश्त की मांग कर रहे थे. इसके बाद हरियाणा के करनाल इलाके के ठेकेदार ने सीएम मान की हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराई थी. इसके बाद संजय पोपली की गिरफ्तारी हुई.
संजय पोपली के घर रेड, और बेटे की मौत की पूरी कहानी
चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुलदीप सिंह चहल ने कहा कि पुष्टि के बाद पता चला है कि पोपली के बेटे ने खुद को गोली मारी है. हालांकि, अभी जांच जारी है. उधर, एसएसपी ने कहा कि इस हादसे में लाइसेंसी बंदूक इस्तेमाल की गई है. उधर, संजय पोपली की पत्नी ने कहा, ''विजिलेंस के अधिकारी हम पर दबाव बना रहे थे और हमारी नौकरानी को भी प्रताड़ित कर रहे थे कि उनके समर्थन में झूठा बयान दे. मेरे 27 साल के बेटे की मौत हो गई. वह मेधावी वकील था.
संजय पोपली की पत्नी ने कहा, उन्होंने झूठा केस बनाया और मेरे बेटे कार्तिक को छीन लिया. उन्होंने खून से सने हाथ दिखाते हुए कहा कि जब तक मुझे न्याय नहीं मिल जाता, मैं इन हाथों को नहीं साफ करूंगी. मुझे न्याय चाहिए. मेरे बेटे की हत्या की गई. पंजाब के सीएम भगवंत मान को जवाब देना चाहिए. उन्होंने दावा किया, विजिलेंस के अफसर कार्तिक को ऊपर ले गए. उसे मानसिक तौर पर उत्पीड़ित किया गया. यहां तक कि हमारी मोबाइल फोन भी छीन लिए गए.
'कोई भी अधिकारी घर में नहीं घुसा'
विजिलेंस ब्यूरो के डीएसपी अजय कुमार ने रिपोर्टर्स को बताया कि हम सामान बरामद करने के बाद उनके घर से लौट आए थे. हमारे साथ आरोपी भी था. उन्होंने बताया कि हमारी टीम के सभी सदस्यों ने पुलिस स्टेशन में बयान दर्ज करा दिया है. उन्होंने कहा, परिवार के आरोप झूठे हैं. उन्होंने बताया कि कोई भी अधिकारी घर में नहीं घुसा था. जहां से सामान बरामद हुआ, वह हिस्सा घर के बाहर था.
कांग्रेस ने साधा आप सरकार पर निशाना
कांग्रेस ने आप सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी अमरिंदर सिंह राजा ने कहा, कानून अपना काम करता है. लेकिननिहित स्वार्थों के लिए प्रक्रिया का नाटक करना जिसमें एक जान चली गई, यह माफी के लायक नहीं है. अब कार्तिक को कौन वापस लाएगा?
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