अभिनेता और मक्कल निधि मय्यम पार्टी के संस्थापक कमल हासन पिछले साल दिसंबर में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे. इसके बाद जनवरी की शुरुआत में कमल हासन की उनसे बातचीत भी काफी चर्चा में रही थी. इसके बाद से ही दोनों पार्टियों को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं. इन सबके बीच 27 जनवरी को हासन की पार्टी की आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान जारी किया गया, जिसमें दोनों पार्टियों के विलय की बात कही गई लेकिन जल्द ही कमल हासन की पार्टी ने बयान जारी कर इसका खंडन किया.
कमल हासन की पार्टी मक्कल निधि मय्यम ने बकायदा बयान जारी कर बताया कि हमने विलय संबंधी कोई पोस्ट नहीं की है.
बता दें कि मक्कल निधि मय्यम के इस ऐलान का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी से कमल हासन की मुलाकात बहुत अच्छी रही. वह राहुल गांधी की बुद्धिमता और भारत बचाने के उनकी प्रतिबद्धता से बहुत प्रभावित हुए हैं और राहुल गांधी से मिलने के बाद वह अपने अगले कदम पर विचार कर रहे हैं.
इस तथाकथित बयान में कहा गया था कि मक्कल निधि मय्यम से कई दौर की चर्चा के बाद यह फैसला किया गया कि सिर्फ कमल हासन ही नहीं बल्कि हम सब भारत बचाने के राहुल गांधी के इन प्रयासों में उनके साथ हैं. गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने के एक दिन बाद आज हमने एक महत्वपूर्ण फैसला किया है.
आमजन और मीडिया को सूचित किया जाता है कि मक्कल निधि मय्यम ने कांग्रेस के साथ विलय का फैसला किया है. यह विलय 30 जनवरी को होगा. इसी दिन एक हिंदुवादी सिरफरे ने महात्मा गांधी की हत्या कर दी थी. यह विलय आधिकारिक तौर पर राजघाट पर कमल हासन और राहुल गांधी की उपस्थिति में होगा. हम हिंदुत्व से लड़कर 30 जनवरी को बापू को वापस लेकर आएंगे.
Shilpa