हाल ही में हिसार और दिल्ली के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिसका केंद्र झज्जर में था. इस घटना ने एक बार फिर भूकंप के कारणों और भविष्य में उनकी भविष्यवाणी की संभावना पर चर्चा छेड़ दी है. विशेषज्ञ बताते हैं कि हमारी भारतीय प्लेट, जिसे इंडियन प्लेट कहा जाता है, लगातार दबाव में है. यह प्लेट हर साल चार से पांच सेंटीमीटर उत्तर दिशा की ओर खिसकती है. इसी संपीड़न (कम्प्रेशन) को मुक्त करने के लिए पृथ्वी पर भूकंप आते हैं.