रक्षा मामलों की संसदीय समिति की बैठक में विदेश सचिव ने ट्रंप के भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता दावे को खारिज किया. उन्होंने स्पष्ट किया कि सीजफायर द्विपक्षीय बातचीत से हुआ था. पाकिस्तान की ओर से परमाणु हमले की कोई धमकी नहीं मिली और यह संघर्ष पारंपरिक युद्ध तक सीमित रहा.