दशहरा के अवसर पर देश में हर साल रावण दहन कर बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश दिया जाता है. इस बार त्रेता युग के रावण के बजाय कलयुग के रावण को खत्म करने का आह्वान किया गया है. आज के रावण में भ्रष्टाचार, रिश्वतखोरी, प्रदूषण, गरीबी, असमानता, खराब शिक्षा व्यवस्था, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया की लत, महिला अपराध, पेपर लीक, खराब स्वास्थ्य व्यवस्था, धार्मिक और जातिगत कट्टरता, तथा ट्रैफिक जाम और खराब सड़कें शामिल हैं.