मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक 11-12 जुलाई को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र भी बनेगा, जिससे कमजोर पड़े मॉनसून को ताकत मिलेगी. मॉनसून के पश्चिमी यूपी के बचे हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के कुछ और इलाकों के साथ दिल्ली में 10 जुलाई के आस-पास आगे बढ़ने की संभावना है. देश की राजधानी दिल्ली में पिछले 15 साल में इस बार मॉनसून (Monsoon) सबसे देरी से पहुंचेगा. दिल्लीवाले भले ही बारिश का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बिहार में बारिश से बुरा हाल है. बिहार के कई जिले इस वक्त भयंकर बाढ़ (Flood) की चपेट में है. गांव टापू बने हैं, नदियां उफन रही हैं, लोग पलायन कर रहे हैं.
Uttarakhand Weather: पहाड़ों पर जा रहे सैलानी रहें सावधान! देहरादून, नैनीताल में भारी बारिश का अलर्ट
9 जुलाई से 15 जुलाई तक प्रदेश में मॉनसून और अधिक सक्रिय होने की संभावना है. 9 जुलाई से प्रदेश के कुमाऊं और गढ़वाल में लगातार बारिश हो सकती है. साथ ही तेज हवाओं के चलने की संभावना है. भारी बारिश के चलते पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन की घटनाएं भी सामने आती हैं, जिससे मार्ग अवरुद्ध होते हैं. ऐसे में पर्यटकों को सतर्क रहने की जरूरत है.
उत्तराखंड के चार जिलों में मॉनसून की बारिश का दौर जारी रहेगा. अगले 24 घंटे में देहरादून, बागेश्वर, पिथौरागढ़ व नैनीताल में भारी बारिश हो सकती है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में गढ़वाल से कुमाऊं तक भारी बारिश की संभावना जताई है. 15 जुलाई तक कुमाऊं रीजन में बारिश का सिलसिला लगातार जारी रहने का अनुमान है.
हरियाणा और पंजाब दोनों ही राज्यों में भीषण गर्मी का कहर जारी रहा है. गुरुग्राम में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच रहा है. मौसम विभाग के मुताबिक अगले दो दिन में पंजाब, हरियाणा में बारिश होने की संभावना नहीं है. जबकि आठ जुलाई से मॉनसून के जोर पकड़ने की उम्मीद है.
मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के अनुसार दिल्ली में पश्चिम-दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चल सकती हैं. 8 जुलाई से 12 जुलाई तक राष्ट्रीय राजधानी में बारिश होने का अनुमान है.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में आज (मंगलवार) यानी 6 जुलाई को न्यूनतम तापमान (Minimum Temperature) 29 डिग्री सेल्सियस जबकि अधिकतम तापमान (Maximum Temperature) 40 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
बिहार में इस वक्त बाढ़ से हालात बद से बदतर हो रहे हैं. बाढ़ का पानी घरों को लील रहा है. बिहार हर साल बाढ़ का दंश झेलता है. करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं. सैंकड़ों की संख्या में लोग और मवेशी मरते हैं. एक प्रकार से बाढ़ बिहार में सालाना त्रासदी बन चुकी है, जो हर साल आती ही है. यही कारण है कि बिहार देश का सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित इलाका है. बता दें कि सुगौली के इस गांव में सिकरहना नदी से भयानक कटाव हो रहा है.
दिल्ली से लेकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में लोग मॉनसून का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं. मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि 10 जुलाई से उत्तर भारत में मॉनसून (Monsoon) की स्थिति बन रही है. ऐसे में अब जल्दी ही दिल्ली में मॉनसून दस्तक दे देगा.
मौसम पूर्वानुमान एजेंसी स्काईमेट के अनुसार उत्तर प्रदेश की तलहटी से बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और असम होते हुए नगालैंड तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है. जबकि दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है.