देश के पहाड़ी राज्यों में हो रही बर्फबारी और बारिश के बाद दिल्ली से लेकर, पंजाब, राजस्थान, हरियाणा जैसे मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ गई है. उत्तराखंड, हिमाचल और जम्मू कश्मीर जैसे राज्यों में बर्फबारी हो चुकी है. अनंतनाग में बर्फबारी के कारण वारवान की ओर जा रहा एक ट्रक बर्फीली सड़क से फिसलकर खाई में जा गिरा है.
सर्दी के मौसम में बर्फ का सितम कुछ ऐसा है कि पहाड़ों पर कुदरत की चित्रकारी में बस दो रंग नजर आते हैं- सफेद और स्याह. जम्मू कश्मीर की जन्नत में जहां तक नजर जाए वहां तक बर्फ ही बर्फ है. बांदीपोरा, बडगाम, सोपोर, तंगमर्ग, सोनमर्ग और बनिहाल जैसे जगहों पर जबरदस्त बर्फबारी हो रही है.
वहीं हिमाचल प्रदेश के पहाड़ियों पर सर्दी का सितम ऐसा कि नदी, नाले औऱ झरने बर्फ में तब्दील होने लगे हैं. लाहौल में नदियां जम गईं हैं. नलों तक में बर्फ निकल रही. वहीं उत्तराखंड के गंगोत्री से लेकर यमुनोत्री, पंगोट और हर्षिल तक बर्फ ऐसी कि न पेड़ पौधों के पत्ते नजर आते हैं, न पहाड़ों पर पत्थर...न नदियों में रेत और न जमीन पर सड़क. पहाड़ों की बर्फबारी का असर मैदानों तक दिख रहा है.
(मौसम की पहली बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम)
दिल्ली के आसपास के मौसम का असर शहर पर पड़ने लगा है. पारा 5 डिग्री से नीचे लुढ़क चुका है. पहाड़ों पर घनघोर बर्फबारी और मैदानों में चलती शीतलहर का असर अब दिल्ली की सर्दी पर पड़ने लगा है.दिल्ली का तापमान औसत से नीचे लुढकने लगा है.
जम्मू कश्मीर में जबरदस्त बर्फबारी
पहाड़ों पर सर्द नजारे कुछ ऐसे हैं कि कुछ और नहीं बस बर्फ ही दिखती है. जम्मू कश्मीर का सोनमर्ग तो बर्फबारी में ऐसा रंगा है कि देखने वालों के लिए जन्नत तो यहां रहने वालों के लिए आफत से कम नहीं है. पेड़-पौधे-पत्थर-पहाड़-सड़क-इमारतें सब कुछ बर्फ तले दबा नजर आ रहा है. जोजिला से लेकर सोनमर्ग तक तमाम पहाड़ी इलाके इन दिनों बर्फ में ढंके हुए हैं. यहां नजरें वहीं तक जाती हैं जहां तक बर्फ नजर आती है...आगे आसमान और जमीन का रंग एक हो जाता है...और वो रंग होता है बर्फ की सफेदी का.
सोनमर्ग का हाल तो कुछ ऐसा है कि सड़कों पर बर्फ की परत बिछ गई है. इमारतों के ईर्द-गिर्द भी बर्फ ही बर्फ है. आसमान इस बर्फीले मौसम का सबूत दे रहा है. जम्मू-कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में ऐेसे हालात हैं। बर्फ ही बर्फ दिख रहा है. वही श्रीनगर में अभी बर्फबारी तो नहीं हुई लेकिन लगातार पारा माइनस के नीचे गोता लगा रहा है.
हिमाचल और उत्तराखंड में जमे नदी-नाले
जम्मू कश्मीर के अलावा हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊपरी हिस्सों में भी जबरदस्त बर्फबारी हुई है. लाहौल घाटी के कुछ इलाकों में तापमान माइनस 15°C से माइनस 20°C तक जा पहुंचा है. इस वजह से नदी-नाले जम गए हैं. उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाके गंगोत्री, यमुनोत्री, हर्षिल समेत कई इलाकों में रविवार जमकर बर्फबारी हुई. उसके बाद से प्रकृति का पूरा नजरा बदला हुआ है.
जम जाएगी दिल्ली ?
इस बार की सर्दी हालांकि देर से आई है लेकिन दुरुस्त भी आई है. कम से कम पहाड़ों पर जिस शिद्दत से बर्फबारी हो रही है उसका असर मैदानी इलाके में नजर आने लगा है. क्या अबकी सर्दी दिल्ली का तापमान माइनस तक तो नहीं पहुंच जाएगा. क्योंकि बीती रात दिल्ली का पारा पांच डिग्री से नीचे लुढ़क चुका था.
जम्मू कश्मीर से लेकर हिमाचल उत्तराखंड तक के पहाड़ों में हो रही बर्फबारी की तस्वीरें दिल्ली वालों को भले देखने में सुकून देती हों लेकिन इस मौसम का सर्द असर राजधानी पर पड़ना शुरू ही हुआ है कि पारा पांच डिग्री से भी नीचे लुढ़क चुका है. दिल्ली में सुबह सर्द और रातें ठिठुरन वाली होने लगी हैं.सिर्फ एक दिन यानी चौबीस घंटे में दिल्ली का पारा 3 डिग्री से भी ज्यादा नीचे लुढ़क चुका है. दिल्ली वालों को फिलहाल इस लुढ़कते पारे के संकट का सामना करना ही पड़ेगा क्योंकि अगले चार दिनों तक न्यूनतम तापमान 4 से 6 डिग्री के बीच ही रहने का अनुमान है.
राजस्थान में माइनस में पहुंचा तापमान
मैदानी इलाकों में राजस्थान का हाल देखेंगे तो वहां पारा माइनस में जा चुका है. राजस्थान के फतेहपुर शेखावटी से जो तस्वीरें आई हैं उसमें अब खेतों और फसलों पर इस कदर पाला गिर रहा है कि सुबह सुबह उन्हें देखने पर बर्फ का भ्रम भी होता है.
दरअसल राजस्थान में उत्तर की ओर से आ रही हवा के कारण फतेहपुर शेखावटी से लेकर माउंट आबू, चूरू, पिलानी, श्रीगंगानगर और बीकानेर के पूरे इलाके में जबरदस्त ठंड पड़ रही है औऱन्यूनतम तापमान माइनस एक डिग्री तक गिर रहा है. मौसम विभाग वाले बता रहे हैं कि इस इलाके में10 दिसंबर को माइनस एक डिग्री तापमान चार साल के बाद पहली बार पहुंचा है. अमूमन 10 दिसंबर को दो से चार डिग्री के बीच न्यूनतम तापमान रहा करता है.
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