संसद की सुरक्षा में सेंध लगाए जाने के मामले में दिल्ली पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है. जिस जूते में स्मोक कैन छुपाकर लोकसभा के अंदर उसे लेकर सागर शर्मा पहुंचा था उससे जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है.
सागर शर्मा के बैंक खातों की जांच
रिपोर्ट के मुताबिक संसद के अंदर हंगामा करने वाले सागर शर्मा ने 700 रु में वो स्पेशल जूता बनवाया था जिसमें स्मोक कैन छुपाकर अंदर ले गया था. अब पुलिस उसके और परिवारवालों के नाम पर खुले 4 बैंक अकाउंट को भी खंगाल रही है. जांच में ये भी सामने आया है कि सागर शर्मा के निजी बैंक अकाउंट से फ्लाइट का टिकट खरीदा गया था. वो बेंगलुरु और कोलकाता के दोस्तों के जरिए सागर शर्मा बाकी साथियों से जुड़ा था.
बार-बार बयान बदल रहे हैं आरोपी
दिल्ली पुलिस के मुताबिक आरोपी जिस क्रांतिकारी विचारधारा की बात कर रहे हैं जब उसके बारे में उनसे विस्तार से पूछा जा रहा है तो उन्हें उस आइडियोलॉजी के बारे में ज्यादा पता नहीं है. इससे लगता है कि इनके पीछे कोई और हो सकता है. आरोपी बार बार अपने बयान बदल रहे हैं.
वहीं दूसरी तरफ इस हंगामे के मास्टरमाइंड ललित झा को लेकर भी कई अहम खुलासे हुए हैं. दिल्ली से करीब 450 किलोमीटर दूर नागौर के कुचामन सिटी के पास त्रिशंगया गांव के होटल में महेश कुमावत ने ललित झा को रुकवाया था.
दिल्ली से आरोपियों के फोन लेकर भागा था ललित झा
ललित झा संसद भवन के बाहर से चारों आरोपियों के मोबाइल फोन लेकर सीधा महेश के पास राजस्थान पहुंचा था. ललित झा ही वो शख्स था जो संसद के बाहर हंगामा कर रहे ग्रुप के दो अन्य लोगों का वीडियो बना रहा था और सुरक्षाबलों की कार्रवाई शुरू होते ही मौके से फरार हो गया.
इसके बाद 13 दिसंबर की रात को राजस्थान में ललित और महेश ने मोबाइल से सबूतों को मिटाने के लिए आग सेंकने के बहाने चारों मोबाइल को जला दिया. हालांकि पुलिस ने जले हुए मोबाइल के टुकड़ों को बरामद कर लिया है लेकिन इसमें ललित का मोबाइल फोन नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि मोबाइल फोन में ही इस हंगामे से जुड़े हुए सबसे अहम सबूत थे.
जिस होटल में ठहरा था ललित झा उसके मालिक ने क्या कहा?
दिल्ली से भागकर राजस्थान में ललित झा जिस होटल में ठहरा था अब उसके मालिक भंवर लाल का बयान भी सामने आया है. भंवर लाल ने बताया कि जब पुलिस ने आकर उनसे पूछताछ की तब पता चला कि ललित दिल्ली में कांड करके आया था. भंवर लाल ने कहा कि मैं सिर्फ उसे नाम से जानता हूं, उसका पति और उसके बारे में और कुछ नहीं जानता हूं.
भंवर लाल ने कहा कि वो महेश को पहले से जानता है क्योंकि वो कोरोना से पहले भी उसके होटल में आता-जाता था. पुलिस ने होटल में डेढ़ दो घंटे तक उस कमरे की जांच की थी जिसमें ललित ठहरा था. भवंर लाल ने कहा कि उन्हें पहले कुछ भी पता नहीं था.
अरविंद ओझा / हिमांशु मिश्रा