तमिलनाडु के इरोड जिले के शिवगिरी में 28 अप्रैल को हुए बुजुर्ग दंपती रामसामी (75) और बक्कियाम्मल की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. दो सप्ताह की गहन जांच और 12 विशेष टीमों के प्रयासों के बाद पुलिस ने अराचलूर के रमेश, माथेस्वरन, अचियप्पन और चेन्नीमलाईपलायम के ज्ञानशेखर को हिरासत में लिया.
पुलिस के अनुसार, रामसामी और बक्कियाम्मल वेलंगट्टू वलासु गांव में अपने खेत पर बने घर में अकेले रहते थे. दो दिनों तक माता पिता से संपर्क न होने पर बाहर रहने वाला बेटा चिंतित हो गया. उसने पड़ोसियों को जानकारी दी.
आसपास के लोग जब तलाश करने पहुंचे तो रामसामी का शव घर के अंदर और बक्कियाम्मल का शव बाहर मिला. जांच में पाया गया कि बक्कियाम्मल के 369 ग्राम सोने के आभूषण गायब थे, जिनमें से 82 ग्राम पिघलाए गए आभूषण ज्ञानशेखर से बरामद किए गए.
कोयंबटूर जोन के आईजी सेंथिल कुमार ने बताया, "12 विशेष टीमों ने पूरे जिले में सीसीटीवी फुटेज की जांच की और नहर के पास मोटरसाइकिल पर संदिग्ध रूप से घूम रहे तीन लोगों की पहचान की. पूछताछ में अचियप्पन ने अपराध कबूल किया. हत्या में इस्तेमाल लकड़ी का हथियार, दोपहिया वाहन, दस्ताने और रामसामी का सेलफोन जब्त किया गया."
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने नारियल व्यापारियों के भेष में खेत में प्रवेश किया, कमजोर जगह का फायदा उठाकर दंपती की हत्या की और आभूषण चुरा लिए. पूछताछ में आरोपियों ने अविनासीपलायम में तीन अन्य लोगों की हत्या की बात भी कबूल की. यह मामला अब सीबी-सीआईडी को सौंपा गया है और तीनों मुख्य आरोपी रिमांड पर हैं.
जिला एसपी सुजाता ने कहा, "एडीएसपी की अगुवाई में आठ विशेष टीमें घटनास्थल पर तैनात थीं. सीसीटीवी फुटेज और सुरागों के आधार पर जांच आगे बढ़ाई गई. फिलहाल 80 ग्राम सोने के आभूषण गायब होने की बात सामने आई है, और हम अन्य सुराग तलाश रहे हैं."
इस हत्या ने क्षेत्र में दहशत फैला दी थी, क्योंकि यह 2024 में पल्लदम में एक अन्य बुजुर्ग दंपत्ति की हत्या की याद दिलाता है. विपक्ष के नेता एडापडी के. पलानीसामी ने डीएमके सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, "तमिलनाडु में कानून और व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है. 2022 से अब तक पांच ऐसी हत्याएं हो चुकी हैं. डीएमके सरकार को इन्हें छिटपुट अपराध कहने में शर्मिंदगी महसूस करनी चाहिए."
प्रमोद माधव