संसद के चालू शीतकालीन सत्र का आज दूसरा दिन है. पहले दिन एसआईआर पर रार खुलकर दिखी. विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही में बार-बार बाधा आई. वहीं, राज्यसभा में भी विपक्ष के वॉकआउट के बाद जीरो ऑवर और स्पेशल मेंशन की कार्यवाही चली. दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सरकार बीच का रास्ता निकालने की कवायद कर ही रही थी कि अब संचार साथी के मुद्दे पर विपक्ष के तेवर तल्ख हो गए हैं.
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के कल संसद में कुत्ता लाने पर हुए विवाद को लेकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी से भी सवाल हुए. राहुल गांधी ने इस विवाद पर कहा कि आज कुत्ता ही मेन टॉपिक है, ऐसा मेरा मानना है. बेचारे कुत्ते ने क्या किया? क्या कुत्तों को यहां आने की इजाज़त नहीं है? शायद पालतू जानवरों को यहां आने की इजाज़त नहीं है. मुझे लगता है कि आजकल भारत इन्हीं चीजों पर चर्चा कर रहा है.
लोकसभा के बाद अब राज्यसभा की कार्यवाही भी दिनभर के लिए स्थगित हो गई है. मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक लौटाए जाने के बाद उच्च सदन में स्पेशल मेंशन की कार्यवाही चली. स्पेशल मेंशन के बाद सभापति सीपी राधाकृष्णन ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
उत्तराखंड से बीजेपी के राज्यसभा सांसद महेंद्र भट्ट ने राज्यसभा में स्पेशल मेंशन के दौरान चिपको आंदोलन का नेतृत्व करने वाली गौरा देवी को मरणोपरांत भारत रत्न देने की मांग की. उन्होंने कहा कि गौरा देवी सीमांत जिले चमोली के जोशीमठ विकास खंड के रैंणी गांव की भूटिया जनजाति की ग्रामीण महिला थीं. इन्होंने अपने जीवकाल में पर्यावरण संरक्षण के लिए चिपको आंदोलन की शुरुआत की थी. चिपको आंदोलन पेड़ों की कटाई के खिलाफ मातृ शक्ति की ओर से वृक्षों के आलिंगन से जुड़ा आंदोलन था. बीजेपी सांसद ने कहा कि इस आंदोलन के अब 51 वर्ष पूरे हो गए हैं. चिपको आंदोलन की गूंज पूरी दुनिया ने सुनी और यह अन्य राज्यों तक भी फैल गया. इस आंदोलन का ही परिणाम रहा कि भारत सरकार ने 15 वर्षों तक पेड़ों की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था. यह आंदोलन गौरा देवी के संघर्षों की कहानी है. उन्होंने गौरा देवी को मरणोपरांत भारत रत्न से सम्मानित करने की मांग की.
मध्य प्रदेश से बीजेपी की राज्यसभा सांसद माया नरोलिया ने नर्मदापुरम होशंगाबाद से नई दिल्ली के लिए वंदे भारत या राजधानी जैसी ट्रेन की मांग की और कहा कि यहां से बड़ी संख्या में लोग दिल्ली की यात्रा करते हैं. लेकिन कोई सीधी ट्रेन नहीं है. भोपाल से चलने वाली वंदे भारत और राजधानी को नर्मदापुरम या इटारसी तक बढ़ाया जाए, तो यात्रियों को सुविधा होगी.
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) बिल राज्यसभा में विचार और लौटाने के लिए रखा. उन्होंने कहा कि यह बिल मणिपुर के लोगों की बेहतरी के लिए लाया गया है. इसे लौटा दिया जाए. उच्च सदन ने ध्वनिमत से मतदान के बाद लौटा दिया.
मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक पर चर्चा का वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जवाब दिया. वित्त मंत्री ने कहा कि मणिपुर जीएसटी को लेकर ऑर्डिनेंस लाया गया था. यह बिल उसे ही कानूनी स्वरूप देने के लिए लाया गया है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने आज नियम 267 के तहत जो नोटिस दिया है, उसका सब्जेक्ट क्या है और कौन कौन से सदस्यों ने नोटिस दिया है. यह बताना चाहिए. ये परंपरा रही है. यहां ऐसा ही होता था और निचले सदन में भी यही किया जाता है. अचानक जिन सदस्यों ने नोटिस दिया है, उनका नाम भी नहीं पढ़ते, यह अच्छा है. आपको हर तरफ देखना चाहिए. आपको केवल एक तरफ देखते देखा गया है. आप केवल नड्डा साहब की ओर देखते हैं. सभापति ने कहा कि जब हाउस ऑर्डर में नहीं होगा, तो चेयरपर्सन कहां सभी को देख पाएगा. विपक्ष के नेता ने आगे कहा कि हम जो सब्जेक्ट आपके सामने रखते हैं. आप हमें उस पर चर्चा की इजाजत दीजिए. उन्होंने यह भी कहा कि हम इस पर अभी चर्चा चाहते हैं. यह अर्जेंट विषय है.
विपक्षी सदस्यों ने मणिपुर जीएसटी बिल पर चर्चा की शुरुआत के साथ ही सदन से वॉकआउट कर दिया था. विपक्षी सदस्य अब सदन में लौट आए हैं. विपक्ष के सदस्य वेल में आकर नारेबाजी कर रहे हैं. नारेबाजी के बीच ही सभापति सीपी राधाकृष्णन ने फौजिया खान का नाम लिया. फौजिया खान ने कहा कि हाउस ऑर्डर में नहीं है. सभापति ने कहा कि आप बोलेंगी या नहीं. फौजिया खान ने कहा कि मैं नहीं बोल सकती. हर कोई एसआईआर पर चर्चा की मांग कर रहा है. आप इनकी आवाज सुनिए. इस पर सभापति ने कहा कि आप विषय पर बोलिए. विषय पर बोलेंगी, तो हम सुनेंगे. नहीं तो अगले वक्ता की ओर जाएंगे. सभापति ने इसके बाद शिवदासन का नाम लिया. उन्होंने भी एसआईआर का मुद्दा उठाया. सभापति ने उनको भी रोका और इसके बाद असम से असम गण परिषद के सांसद बीरेंद्र प्रसाद बैश्य से बोलने के लिए कहा और मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक पर चर्चा जारी रखी.
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नियम 267 में यह प्रावधान है कि सभी बिजनेस साइड कर सदन इस विषय को चर्चा के लिए लेगा. एसआईआर को पहले चर्चा के लिए लेना चाहिए. वंदे मातरम् पर कभी भी चर्चा हो सकती है. आप हार्डकोर लीडर रहे हैं. आप जानते हैं कि वंदे मातरम् हमारी तरफ से आया था, उनकी तरफ से नहीं.
राज्यसभा में एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के जोरदार हंगामे और नारेबाजी के बीच वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक पेश किया. विपक्षी सदस्यों की नारेबाजी के बीच इस बिल पर चर्चा की शुरुआत हो गई है. नॉमिनेटेड सांसद हर्षवर्धन श्रृंगला ने चर्चा की शुरुआत की है.
राज्यसभा में कार्यवाही शुरू होते ही संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि बीएसी की मीटिंग होनी है. सरकार चुनाव सुधार के मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. इस पर बीएसी की मीटिंग में चर्चा होगी. लेकिन इससे पहले वंदे मातरम् पर चर्चा होगी. हम सभी दलों से चर्चा कर इसके समय पर फैसला करेंगे. सामान्य कामकाज होने देना चाहिए. इस पर टीएमसी के फ्लोर लीडर डेरेक ओ'ब्रायन ने कहा कि 14 दलों ने लिखकर दिया है कि हम इस पर चर्चा चाहते हैं. लोग जान गंवा रहे हैं.
एसआईआर के मुद्दे पर संसद में हंगामा दूसरे दिन भी जारी है. लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने गतिरोध दूर करने की कोशिश में सभी दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ बैठक की. सूत्रों की मानें तो विपक्ष चाहता है कि सरकार सदन में आकर कहे कि चुनाव सुधारों पर चर्चा होगी. बैठक में विपक्षी दलों के फ्लोर लीडर्स ने भी कहा कि हम चाहते हैं कि सदन चले, लेकिन सरकार सदन चलाना नहीं चाहती. सपा ने साफ कहा है कि जब तक एसआईआर और चुनाव सुधार पर चर्चा नहीं होती, आवाज उठाते रहेंगे. वहीं, सरकार चुनाव सुधार पर चर्चा के लिए तैयार तो है, लेकिन चाहती है कि पहले वंदे मातरम् के 150 वर्ष पर चर्चा हो. सरकार का कहना है कि वंदे मातरम् के 150 वर्ष 7 नवंबर को पूरे हो रहे है, इसलिए इस पर पहले चर्चा होनी चाहिए. वहीं, विपक्ष ने भी दो टूक कह दिया है कि पहले चुनाव सुधार पर चर्चा हो. वंदे मातरम् के 150 वर्ष पर बाद में चर्चा हो. विपक्ष की मांग ये भी है कि संसदीय कार्य मंत्री दोनों सदनों में 2 बजे बयान दें.
(इनपुटः हिमांशु मिश्रा)
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है. विदेश मंत्री की पीएम मोदी से मुलाकात संसद भवन में हुई.
लोकसभा की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई है.एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्ष के जोरदार हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई है. पीठासीन पीसी मोहन ने कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा कर दी.
लोकसभा में जारी गतिरोध पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि हम विपक्ष के नेताओं से बात कर रहे हैं. सबकी बात हम सुनेंगे, आपकी बात भी सुनेंगे. हम चुनाव सुधार हो या कोई भी मुद्दा, पीछे नहीं हटेंगे. यह हंगामा और नारेबाजी ठीक नहीं है.
लोकसभा की कार्यवाही फिर शुरू हो गई है. आसन पर पीसी मोहन आए हैं. हंगामे के बीच लिस्टेड बिजनेस लिए जा रहे हैं.
राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित हो गई है. सभापति सीपी राधाकृष्णन ने कार्यवाही दो बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी है.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने एसआईआर को लेकर सदन में जारी गतिरोध दूर करने की कवायद शुरू कर दी है. स्पीकर ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करने के बाद फ्लोर लीडर्स के साथ बैठक की. स्पीकर की यह कवायद क्या रंग लाती है, क्या एसआईआर पर जारी गतिरोध टूटेगा?
विपक्ष एसआईआर पर तुरंत चर्चा की डिमांड पर अड़ गया है. राज्यसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एसआईआर पर तुरंत चर्चा की डिमांड करते हुए कहा कि यह अर्जेंट विषय है. वहीं, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह कोई तरीका नहीं होता है. समस्या यही है कि यह कह रहे हैं कि टाइम बताओ. उन्होंने कहा कि सरकार ने इस पर कंसल्टेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की डिमांड पर नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि कल संसदीय कार्य मंत्री ने कहा था कि हम जल्दी आएंगे. किरेन रिजिजू ने कहा कि कृपया टाइमलाइन कंडीशन मत लाइए. हम अलग-अलग विपक्षी दलों के फ्लोर लीडर्स के साथ चर्चा कर रहे हैं. जल्दी ही इस पर फैसला होगा. उन्होंने कहा कि समस्या तब है, जब आप टाइमलाइन कंडीशन लाते हैं. आप चुनाव नहीं जीत पाते हैं, जनता आपको स्वीकार नहीं करती है और उसका गुस्सा आप लोग यहां निकालते हो. यह ठीक नहीं है. अभी बताओ का तरीका नहीं होता है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने नियम 267 के तहत जो नोटिस दिया है, उसमें नोटिस देने वाले सदस्यों के नाम और नोटिस का सब्जेक्ट बताना चाहिए. ये परंपरा रही है. निचले सदन में भी यह परंपरा है. नोटिस देने वाले सदस्यों के नाम भी नहीं पढ़ते, सब्जेक्ट भी नहीं पढ़ते, यह अच्छा नहीं है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने यह भी कहा कि आज आपका पहला कार्यदिवस है. आप बस नड्डा साहब की ओर देखते हैं. इधर भी देख लिया कीजिए. खड़गे की इस बात पर सभापति ने कहा कि हाउस ऑर्डर में रहे, तो सबको सुनें. जब हाउस ऑर्डर में ही नहीं है, तब कोई चेयरमैन कैसे किसी को सुन सकता है. इस पर खड़गे ने कहा कि हाउस ऑर्डर में लाना आपका काम है, सरकार का काम है. विपक्ष का नहीं. विपक्ष के नेता ने एसआईआर पर तत्काल चर्चा की डिमांड करते हुए कहा कि 12-13 लोगों की जान जा चुकी है. यह अर्जेंट मैटर है. इस पर तत्काल चर्चा शुरू होनी चाहिए.
संसद के चालू शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सदस्यों ने एसआईआर के मुद्दे पर संसद भवन परिसर में प्रोटेस्ट किया. विपक्षी सदस्यों के इस प्रोटेस्ट में कांग्रेस संसदीय दल की प्रमुख सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ ही लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी भी शामिल हुए.
राज्यसभा में विपक्ष के सदस्य एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा कर रहे हैं. विपक्षी सदस्यों की जोरदार नारेबाजी के बीच उच्च सदन की कार्यवाही जारी है. विपक्षी सदस्य 'एसआईआर पर चर्चा हो' के नारे लगा रहे हैं.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि संसद को लेकर जिस तरह की भाषा का प्रयोग सदस्य बाहर भी कर रहे हैं, देश देख रहा है. दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र जो दुनिया का मार्गदर्शन करता है, हमारा आचरण भी संसद की मर्यादा के अनुरूप हो. स्पीकर ने लोकसभा की कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन ने सदन में स्थगन प्रस्ताव के नोटिस मिलने की जानकारी दी और कहा कि इनमें से किसी भी नोटिस को अनुमति नहीं दी गई है. इसके बाद विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया.
संसद के दोनों सदनों में आज भी हंगामा जारी है. लोकसभा में विपक्ष की नारेबाजी के बीच प्रश्नकाल की कार्यवाही चल रही है. वहीं, राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए वेल में आ गए हैं. विपक्ष के हंगामे और नारेबाजी के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही जारी है.