संसद के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत हो गई है. यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा और इस दौरान संसद के दोनों सदनों की 15-15 बैठकें होंगी. विपक्षी दल एसआईआर, आंतरिक सुरक्षा और लेबर कोड पर चर्चा की मांग कर रहे हैं. दूसरी तरफ, सरकार चाहती है कि वंदे मातरम् पर चर्चा हो. शीतकालीन सत्र की हंगामेदार शुरुआत हुई है.
शीतकालीन सत्र के पहले दिन बिहार से बीजेपी सांसद धर्मशीला गुप्ता शून्यकाल के दौरान मौका मिलने पर भी इसलिए नहीं बोल पाईं, क्योंकि उनके पास वो नहीं था जो बोलना था. वहीं, संगीता यादव दूसरे ही विषय पर बोल गईं.
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लोकसभा के बाद अब राज्यसभा की कार्यवाही भी दिनभर के लिए स्थगित हो गई है. शून्यकाल और स्पेशल मेंशन लेने के बाद सभापति सीपी राधाकृष्णन ने कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
यूपी से बीजेपी के राज्यसभा सांसद बृजलाल ने रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठिए का मुद्दा उठाया और कहा कि यह करीब डेढ़ से दो करोड़ की तादाद में हैं. ये हमारे संसाधनों का इस्तेमाल कर रहे हैं. असम के नेली दंगे भी इन्हीं घुसपैठिए के मुद्दे पर हुए थे. वहां 40 लाख वोटर बसाए गए थे. आज भी देश में वैसे ही हालात हैं. गुजरात से बीजेपी सांसद बाबूभाई जेसंगभाई देसाई ने बच्चों में बढ़ते कैंसर का मुद्दा राज्यसभा में उठाया और यह मांग भी की है कि बच्चों के लिए विशेष कैंसर हॉस्पिटल स्थापित किए जाएं.
राज्यसभा से एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामे के बाद अब विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर दिया है. कांग्रेस, टीएमसी समेत प्रमुख विपक्षई दलों के वॉकआउट के बाद सदन की कार्यवाही जारी है. डॉक्टर बी थंबीदुरई ने दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण का मुद्दा उठाया है.
राज्यसभा की कार्यवाही हंगामे के बीच जारी है. सभापति सीपी राधाकृष्णन ने प्रेमचंद गुप्ता, राघव चड्ढा, कृष्णैया के नाम लिए. राघव चड्ढा ने कहा कि हाउस ऑर्डर में नहीं है. इस पर सभापति ने कहा कि आप नहीं बोलेंगे तो अगले वक्ता का नाम लूं. सभापति एक के बाद एक वक्ताओं के नाम लेते गए. अब्दल्ल वहाब ने भी बोलने में असमर्थता जता दी. अब सुभाषचंद्र पिल्लई बोल रहे हैं.
संसदीय कार्य मंत्री रिजिजू ने कहा कि यह मुद्दा सरकार के ध्यान में है. अगर आप यह कहोगे कि इसे आज ही लो, तो यह मुश्किल है. और भी मुद्दे हैं. कृपया थोड़ा समय दीजिए. जो बिजनेस लिस्टेड हैं, उन्हें लेने दीजिए. आपकी डिमांड खारिज नहीं हुई है. सरकार हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है. इस पर विपक्षी दलों ने टाइम को लेकर आश्वासन की डिमांड की. सभापति ने संसदीय कार्य मंत्री से इसे लेकर सवाल किया. इस पर रिजिजू ने कहा कि हम जल्दी ही इस पर आएंगे. डेरेक ने कहा कि टाइमलाइन प्रॉब्लम नहीं है. प्रॉब्लम ट्रस्ट डेफिसिट है. हम इन पर किस तरह यकीन करें.
राज्यसभा में विपक्ष ने एसआईआर पर चर्चा की डिमांड की है. विपक्षी पार्टियों ने एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया. डेरेक ओब्रायन ने कहा कि हम सभी विपक्षी पार्टियां इस बात पर सहमत हैं कि चुनाव सुधार पर चर्चा होनी चाहिए. हमने यह डिमांड बिजनेस एडवाइजरी कमेटी भी की थी. इस पर संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि केवल चार दल ही विपक्ष नहीं हैं. और भी पार्टियां हैं विपक्ष में. इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि सभी विपक्षी दल इस बात पर एकजुट हैं कि एसआईआर पर चर्चा होनी चाहिए. अगर नहीं होगा, तो हम प्रोटेस्ट करेंगे. इस पर सभापति ने कहा कि वह आपकी मांग रिजेक्ट नहीं कर रहे, थोड़ा समय मांग रहे हैं. जॉन ब्रिटास ने कहा कि हम सभी एकजुट हैं. प्रमोद तिवारी ने कहा कि 23 अधिकारी अब तक सुसाइड कर चुके हैं.
राज्यसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अनुदान मांगें पेश कर दिया है. राज्यसभा में सभापति सीपी राधाकृष्णन लिस्टेड बिजनेस ले रहे हैं.
सभापति सीपी राधाकृष्णन ने राज्यसभा में सदन के पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी. उन्होंने कहा कि चंद्रकला पाण्डेय पश्चिम बंगाल से दो बार राज्यसभा सांसद रहीं. उनका जन्म यूपी के आजमगढ़ में हुआ था. वह कलकत्ता यूनिवर्सिटी में हिंदी विभाग की हेड रहीं. उनका 17 सितंबर को निधन हो गया. सभापति ने प्रोफेसर विजय कुमार मल्होत्रा के निधन की भी सूचना दी और दिवंगत सदस्यों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया.
भारत माता के पवित्र चरणों को स्पर्श करता हूं, उनको प्रणाम करता हूं. सभी नए सदस्यों का आप सभी की तरफ से इस सदन में स्वागत करता हूं. उपराष्ट्रपति और राज्यसभा का चेयरमैन चुनने के लिए आप सभी का धन्यवाद. सभी को विश्वास दिलाता हूं कि सदन की महान परंपरा को कायम रखूंगा. उन्होंने सदन में बतौर सभापति अपने कार्यकाल की शुरुआत के मौके पर यह भी कहा कि हमें किसी की भावनाएं आहत करने का कोई अधिकार नहीं है. हमें दूसरों के भिन्न विचारों के प्रति सहनशीलता रखनी चाहिए.
राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने नए सभापति सीपी राधाकृष्णन का सदन में स्वागत किया और कहा कि सभी ने शुभकामनाएं भी दीं कि आपके नेतृत्व में ये हाउस प्रजातांत्रिक तरीके से चलेगा. एक बात जरूर ध्यान दिलाना चाहता हूं. खड़गे साहब कह रहे थे कि आप कांग्रेस के घराने से आते हैं और उसे दूसरे तरीके से देखता हूं. क्या रास्ता चुनना है, ये आपने देखा है और खुद से चुना है. कांग्रेस घराने से आते थे और संघ की शाखा जॉइन की. आपके बड़ों ने तकरीर भी की, ये भी कहा कि ये गैर राष्ट्रवादी हैं, आपका जवाब था कि मैंने उनको देखा-परखा है, साथ काम किया है और वह राष्ट्रवादी हैं और सही राष्ट्रवादी हैं. आप किसी प्रेशर में नहीं आए. स्वचेतना से आपने अपने जीवन की विचारधारा की राह तय की. यह बताता है कि आपने किस तरह से सामाजिक जीवन जिया. आपको परिवार से बहुत अच्छे संस्कार मिले,. सारा जीवन सामाजिक कार्यों में गया. आपकी आत्मा, आपका काम करने का तरीका समाज के प्रति समर्पण हमेशा दिखता रहा. आपका जीवन बेदाग रहा. जेपी नड्डा ने सीपी राधाकृष्णन के सांगठनिक कार्यों के साथ ही राज्यपाल रहते किए गए काम की भी चर्चा की और कहा कि प्रधानमंत्री ने आपको उपराष्ट्रपति के लिए चुना, जिसके आधार पर आप उपराष्ट्रपति बने हैं.
राजीव शुक्ला ने कहा कि आपका जन्म तमिलनाडु में भले हुआ हो, अब आपके पूरे देश के हैं. सदन चले, यह बड़ी चुनौती आपके सामने होगी. विपक्ष के पास न दफ्तर है, न अफसर हैं, एक सदन ही तो है. आप विपक्ष की ओर भी ध्यान देंगे. उन्होंने कहा कि संसदीय कार्य मंत्री भी रहा हूं, इसलिए जानता हूं. सदन चलाने की बड़ी जिम्मेदारी सत्ता पक्ष की होती है.
लोकसभा की कार्यवाही शीतकालीन सत्र के पहले दिन हंगामे की भेंट चढ़ गई. एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक 2025 बिना चर्चा के पारित हो गया. यह बिल पारित होने के बाद सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित हो गई है.
लोकसभा में एसआईआर के मुद्दे पर विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक पारित हो गया है. हंगामे के बीच ही वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस विधेयक पर अपनी बात रखी और इसके बाद यह विधेयक ध्वनिमत से पारित हो गया.
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के प्रमुख रामदास अठावले ने राज्यसभा के नए सभापति सीपी राधाकृष्णन का स्वागत किया. उन्होंने कहा कि यहां हंगामा ज्यादा नहीं होना चाहिए, हो तो भी थोड़ा थोड़ा होना चाहिए. 5-10 मिनट के बाद कार्यवाही शुरू हो जानी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि अप्रैल में एकबार और आऊंगा, क्योंकि मोदी साहब मुझे एक बार और लाने वाले हैं. अठावले ने कविता भी पढ़ी. आज मेरा बहुत ही खुश है मन, क्योंकि राज्यसभा के चेयरमैन बन गए हैं पीसी राधाकृष्णन, हाउस के लिए है गर्व का क्षण, मुझे विश्वास है कि बहुत ही अच्छा चलाएंगे राधाकृष्णन. अपने स्वागत भाषण में रामदास अठावले ने यह भी कहा- हम आपके साथ हैं, डरने की क्या बात है... उन्होंने यह भी कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे और कांग्रेस पार्टी हमारे कभी मित्र हुआ करते थे, अब मोदी साहब हमारे मित्र हैं. राजनीति में मित्र बदलते रहते हैं.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही फिर शुरू हो गई है. विपक्ष के सदस्य वेल में आकर एसआईआर पर चर्चा की मांग को लेकर हंगामा और नारेबाजी कर रहे हैं. विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक पर बोल रही हैं. यह विधेयक हंगामे के बीच ही पारित करने के लिए लिया गया है.
लोकसभा के पहले दिन से ही हंगामेदार माहौल बना हुआ है. प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष से संसद के सत्र को सुचारू रूप से चलाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि अब ड्रामा नहीं बल्कि डिलिवरी पर फोकस करना चाहिए. इसपर अखिलेश यादव ने पलटवार किया.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने नए सभापति सीपी राधाकृष्णन को बधाई दी और उन्हें दोनों पक्षों के बीच संतुलन बनाए रखने की सलाह दी. इस दौरान, उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष सदन में मुद्दों के साथ जवाब देगा.
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राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शीतकालीन सत्र के पहले दिन की कार्यवाही शुरू होने से पहले दिए बयान पर पलटवार किया है. मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा है कि पीएम मोदी ने संसद के समक्ष मुख्य मुद्दों पर बात करने की बजाय फिर से ड्रामेबाजी की डिलीवरी की है. असलियत यह है कि संसदीय मर्यादा और संसदीय प्रणाली को पिछले 11 साल से सरकार ने लगातार कुचला है. इसकी लंबी फेहरिस्त है.
राज्यसभा में भोजनावकाश हो गया है. सभापति सीपी राधाकृष्णन ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी है.
जेडीयू के राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर ने सभापति सीपी राधाकृष्णन का सदन में स्वागत किया. टीएमसी की ओर से डेरेक ओ'ब्रायन, सपा की ओर से जावेद अली खान, जॉन ब्रिटास ने भी सभापति का सदन में वेलकम किया. जावेद अली खान ने कहा कि उपसभापति जी ने बताया कि आप एक विचार के प्रति भी समर्पित रहे. लोकतंत्र के लिए भी लड़े. यह आपकी चॉइस है. आप हम सबके भी संरक्षक हैं. हमारा आपके प्रति आचरण कैसा होगा, वह सब तो रूल बुक में है. आप इस पद पर रहते हुए सदस्यों के अधिकारों का विशेष ध्यान रखेंगे. उन्होंने जगदीप धनखड़ का नाम लिए बिना कहा कि आपके जो पूर्ववर्ती थे, उन्हें विदाई देने तक का अधिकार हम सबको नहीं मिला. आप कोई मौका ऐसा निकालें, जब हम सभी उनको विदाई दे सकें.
कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा है कि सत्ता पक्ष ने संसद को हाईजैक कर लिया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष के मुद्दों को प्राथमिकता मिलनी चाहिए, लेकिन सरकार सिर्फ अपने ही मुद्दों पर चर्चा कर रही है. विपक्ष के किसी भी मुद्दे को लिस्ट ऑफ बिजनेस में जगह नहीं दी गई है. सभी विपक्षी दल चुनाव प्रक्रिया पर चर्चा चाहते थे, लेकिन सरकार का अपना ही एजेंडा चल रहा है.
लोकसभा में विपक्ष के जोरदार हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तीन बिल पेश किए. इसके बाद आसन से संध्या राय ने हंगामा कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने आसन पर जाने, सदन की कार्यवाही चलने देने की अपील की. विपक्षी सदस्य वेल में नारेबाजी करते रहे. इसके बाद से संध्या राय ने सदन की कार्यवाही दो बजे तक के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी.
लोकसभा में जोरदार हंगामे के बीच मणिपुर जीएसटी (दूसरा संशोधन) विधेयक 2025 और सेंट्र्रल एक्साइज (संशोधन) विधेयक पेश हो गए हैं. हंगामे के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में ये बिल पेश किए. वित्त मंत्री ने स्वास्थ्य सुरक्षा से राष्ट्रीय सुरक्षा सेस बिल भी पेश कर दिया है.
लोकसभा की कार्यवाही फिर से शुरू हो गई है. आसन पर संध्या राय हैं. कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया है. हंगामे के बीच लिस्टेड बिजनेस लिए जा रहे हैं.
राज्यसभा में नेता सदन जेपी नड्डा ने कहा कि जिन बातों का जिक्र मल्लिकार्जुन खड़गे ने किए हैं, फेयरवेल और अन्य की, वह उचित नहीं. अगर इस बात पर चर्चा होगी कि इधर से कहा जाएगा कि आपने उनको चीयरलीडर कहा था, दो दो नोटिस दिए थे. आज इन सब बातों की चर्चा का समय नहीं है.
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के बयान पर आपत्ति जताते हुए कहा कि आप लोगों ने भूतपूर्व चेयरमैन के बारे में अनाप-शनाप भाषा का इस्तेमाल कर रिमूवल नोटिस दिया, क्या उसे भूल गए. चेयर की गरिमा को आप लोगों ने कितना तार-तार किया है. किसी चीज को रेफर मत कीजिए.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सभापति का स्वागत कर कहा कि आप तो एस राधाकृष्णन के हमनाम हैं. आशा है, आप उनके हमखयाल भी होंगे. राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने सभापति से कहा कि यह अपील करना चाहूंगा. आप अपने आसन से ज्यादा उस तरफ न देखें, उसमें खतरा है. आप इधर नहीं देखेंगे, तो भी खतरा है. आप दोनों तरफ संतुलन बनाए रखेंगे तो अच्छा होगा. आप जिस बैकग्राउंड से आए हैं, प्रधानमंत्री ने जिक्र किया. ठीक है, हम मानते हैं. लेकिन यह भी नहीं भूलना चाहिए कि आप कांग्रेस के घराने से आए हैं. प्रधानमंत्री जोरदार तकरीर करके बाहर आए हैं, इसका जवाब हम यहां देंगे. आपके सफल कार्यकाल की शुभकामना.
राज्यसभा के डिप्टी चेयरमैन हरिवंश ने सभापति का स्वागत किया और कहा कि सात दशक से भी पहले एस राधाकृष्णन तमिलनाडु से इस सदन के सभापति हुए थे. आज आप उनके उत्तराधिकारी हुए हैं. आपका नाम भी वही है. उन्होंने सीपी राधाकृष्णन के देश की सुरक्षा, सामाजिक कल्याण से जुड़े संघर्षों की चर्चा की और कहा कि आप संवाद में विश्वास करते हैं. राज्यपाल के रूप में झारखंड, तेलंगाना, महाराष्ट्र राज्यों में रहते हुए जिलों के दौरे किए और लोगों से भावनात्मक लगाव स्थापित किया.
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया. विपक्षी सदस्य तख्तियां लेकर वेल में आ गए. स्पीकर ओम बिरला ने हंगामे पर नाराजगी जताते हुए कहा कि इस तरह से सदन को बाधित करना ठीक नहीं है. तख्तियां लेकर आप लोग आ रहे हैं, यह उचित नहीं है. पूरी दुनिया में यह संदेश जाना चाहिए कि भारत की सांसद सक्रिय रूप से चलती है और सभी सांसद इसमें भागीदारी अपनी अदा करते हैं. स्पीकर ने हंगामा कर रहे सदस्यों से अपनी सीट पर वापस जाने की अपील की और कहा कि इस तरह हंगामा करना ठीक नहीं है. स्पीकर की अपील का सदस्यों पर कोई असर नहीं हुआ और सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित करनी पड़ी.
पीएम मोदी ने राज्यसभा के सभापति सीपी राधाकृष्णन का सदन के चेयर पर स्वागत करते हुए कहा कि सभापति सामान्य परिवार से आए हैं. सीपी राधाकृष्णन का जीवन समाज को समर्पित रहा है. उन्होंने कहा कि सभापति के व्यक्तित्व से परिचित हूं. सभी सदस्य सभापति की गरिमा रखेंगे. यहां तक पहुंचना असाधारण है. प्रोटोकॉल आपको प्रभावित नहीं करता. पीएम मोदी ने कहा कि सीपी राधाकृष्णन ने खुद अपनी पहचान बनाई. काशी में पूजा-पाठ करने के बाद आपने यह संकल्प लिया कि अब नॉनवेज नहीं खाऊंगा. ऐसा मैं नहीं कह रहा कि नॉनवेज खाने वाले बुरे हैं. उन्होंने कहा कि छात्र जीवन से आपमें नेतृत्व रहा है. हम सबका मार्गदर्शन करने के लिए यहां विराजमान हैं, यह हम सबके लिए गर्व का विषय है. आपने संघर्ष का रास्ता चुना और इमरजेंसी में जिस तरह से लड़ाई लड़ी, जज्बा कुछ और ही था. उस संघर्ष में आपने जनजागृति के विविध कार्यक्रमों को अपनाया था, वह प्रेरणा देने वाली घटना रही. आपने संगठन में जो भी दायित्व संभालने का अवसर आया, उस जिम्मेदारी में चार चांद लगा दिया.
लोकसभा में प्रश्नकाल शुरू होते ही विपक्षी सदस्य वेल में आ गए और नारेबाजी शुरू कर दी. स्पीकर ओम बिरला ने विपक्ष से सदन चलने देने की अपील करते हुए कहा कि सदन चर्चा और संवाद के लिए है. सदन चलने दें. हालांकि, विपक्ष के सदस्यों पर स्पीकर की इस अपील का कोई असर नहीं हुआ और हंगामे के बीच ही कार्यवाही जारी है. इससे पहले, लोकसभा में विश्वकप जीतने पर भारतीय महिला क्रिकेट टीम, ब्लाइंड क्रिकेट टीम और कबड्डी टीम को शानदार सफलता के लिए बधाई दी गई.
राज्यसभा में पीएम मोदी ने कहा कि शीतकालीन सत्र का आज शुभारंभ हो रहा है और आपका स्वागत करना सदन के हम सभी सदस्यों के लिए आपका स्वागत करना गर्व का विषय है. आपका मार्गदर्शन हम सबके लिए गर्व का विषय है. सदन के सभी सदस्यों की ओर से आपको बहुत बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं. आपकी गरिमा की भी चिंता करेंगे. मर्यादा रखेंगे.
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने राजस्थान के बीकानेर से 14वीं लोकसभा के सदस्य रहे धर्मेद्र के साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल और तीन अन्य पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी. स्पीकर ने सदन की ओर से पूर्व सदस्यों के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और सदन में मौन भी रखा गया.
राज्यसभा में सभापति के आसन पर सीपी राधाकृष्णन हैं. सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति निर्वाचित होने के बाद संसद का यह पहला सत्र है. सीपी राधाकृष्णन का बतौर राज्यसभा सभापति यह पहला दिन भी है. इस मौके पर पीएम मोदी सदन में मौजूद हैं.
संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही राष्ट्रगान के साथ शुरू हो गई है. दोनों सदनों में राष्ट्रगान के साथ सत्र की शुरुआत के बाद लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला ने सदन के पांच पूर्व सदस्यों के निधन की सूचना दी और शोक व्यक्त किया. वहीं, राज्यसभा में जम्मू कश्मीर से उच्च सदन के नवनिर्वाचित सदस्यों को शपथ दिलाई जा रही है.
जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला संसद पहुंचे हैं.
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर विपक्ष की बड़ी बैठक चल रही है. इस बैठक में विपक्षी दलों के नेता संसद के दोनों सदनों में अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने पर मंथन कर रहे हैं. इस बैठक में राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ साथ ही डीएमके की कनिमोझी, शिवसेना (यूबीटी) की प्रियंका चतुर्वेदी, जॉन ब्रिटास, प्रेमचंद गुप्ता मौजूद हैं.
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया है. स्पीकर ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि संसद राष्ट्र की अपेक्षाओं, जन आकांक्षाओं, लोकतांत्रिक मूल्यों और जनप्रतिनिधियों की सामूहिक जिम्मेदारी की अभिव्यक्ति का सर्वोच्च मंच है. संसद का प्रत्येक सत्र हमें कर्तव्य-निष्ठा, संयम और लोककल्याण की उस प्रेरणा की ओर भी उन्मुख करता है, जो जनप्रतिनिधित्व की भावना को और गहन बनाती है. आशा है कि सभी माननीय सदस्य लोकतंत्र की स्वस्थ परंपराओं को मजबूत करेंगे और अपनी सक्रिय भागीदारी से इस सत्र को उत्पादक बनाने में सार्थक योगदान देंगे.
सपा के राज्यसभा सांसद प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले साफ कहा है कि सबसे बड़ा मुद्दा एसआईआर है. एसआईआर पर चर्चा अगर नहीं होगी, तो हम सदन नहीं चलने देंगे. अयोध्या से सपा के सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा है कि बाबा साहब ने जो मताधिकार दिया है, करो राज्यसभा में कांग्रेस के डिप्टी लीडर प्रमोद तिवारी ने भी कहा है कि एसआईर पर चर्चा होनी चाहिए. उन्होंने दो टूक कहा कि सदन चलाने की जिम्मेदारी सत्तापक्ष की भी है. बीएलओ मर रहे हैं और हम चुप बैठे रहें, ऐसा नहीं होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि राष्ट्रनीति के लिए सकारात्मकता जरूरी है. सदन हंगामे के लिए नहीं है. नारेबाजी के लिए पूरा देश खाली है. सदन में नकारात्मकता नहीं होनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष को सुझाव देने के लिए तैयार हूं, कि परफॉर्म कैसे किया जाता है. हार की हताशा सदन में ना निकालें. विपक्ष अपनी रणनीति बदले. विपक्ष भी अपना दायित्व निभाए. देश की आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कहा है कि भारत ने यह सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर. उन्होंने कहा कि यह सत्र विकसित भारत के प्रयास में और ऊर्जा भरने का अवसर है. पीएम मोदी ने कहा कि विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए और मजबूत मुद्दे उठाए. उन्होंने कहा कि यह सत्र पराजय की हताशा या विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए. नई पीढ़ी के सदस्यों को अनुभव का लाभ मिलना चाहिए. यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए. राष्ट्रनीति पर बात होनी चाहिए.
संसद का शीतकालीन सत्र आज से शुरू हो रहा है. यह सत्र 19 दिसंबर तक चलेगा और इस दौरान दोनों सदनों में 15-15 बैठकें होंगी. सरकार इस छोटे सत्र में प्राइवेट सेक्टर के लिए परमाणु ऊर्जा सेक्टर खोलने से जुड़े बिल समेत कुल 14 बिल आने हैं.