पैगंबर विवाद पर आज विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जिन देशों ने इस प्रतिक्रिया दी है उन्हें जवाब दे दिया गया है. एमईए के प्रवक्ता ने अरिंदम बागची ने बताया कि हमने पहले ही सभी देशों से अपने विचार स्पष्ट कर दिए हैं.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि पैगंबर विवाद पर कुवैत, कतर, सऊदी अरब या फिर जिन गुटों ने आपत्ति जताई थी. उन्हें भारत की ओर से जवाब दे दिया गया है. हमने बहुत ही स्पष्ट कर दिया है कि सरकार किसी भी बहस के दौरान या सोशल मीडिया पर किए गए किसी भी विचार का समर्थन नहीं करती है.
भारत ने जारी किया ऑफिशियल स्टेटमेंट
इन देशों को भारत की ओर से ऑफिशियल बयान दे दिया गया है. ये बयान हमारे नहीं हैं ये किसी के निजी विचार हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि हमारे दूतावास पहले से ही अपने वार्ताकारों के संपर्क में हैं ताकि हम अपने विचारों को व्यक्त कर सकें. ईरान के साथ द्विपक्षीय बैठक में इस मुद्दे पर कोई विशेष चर्चा नहीं हुई है. एनएसए के साथ बैठक के बाद उन्होंने जो रिलीज पोस्ट की, उसे वे पहले ही हटा चुके हैं. कतर में हमारे दूतावास ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया से अवगत करा दिया है. हमने अपना दृष्टिकोण बहुत स्पष्ट कर दिया है, कि वे बयान का ट्वीट सरकार के दृष्टिकोण को नहीं दर्शाते हैं. हमें यकीन नहीं है कि किसी भी देश में भारतीय सामानों का बायकॉट किया जाएगा.
OIC ने यूएन से की थी कार्रवाई की मांग
बता दें कि इस्लामिक सहयोग संगठन ने भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी पर कड़ा विरोध जताया था. संगठन ने कहा है कि पार्टी ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे. OIC ने संयुक्त राष्ट्र और मानवाधिकार परिषद से भी कार्रवाई की अपील की है. वहीं, सऊदी अरब ने नूपुर के खिलाफ कार्रवाई का स्वागत किया है.
गीता मोहन