'जो हुआ फिर से दोहराया न जाए...', पीएम मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी मामले में मालदीव के विदेश मंत्री ने कही ये बात

मालदीव को अब भारतीय पर्यटकों के बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है, जो देश की आय में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक हैं. विवाद के बाद मालदीव में भारतीय पर्यटकों की यात्राओं में संभावित गिरावट को देखते हुए मंत्री ज़मीर ने भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए मालदीव सरकार की उत्सुकता जताई.

Advertisement
विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर विदेश मंत्री एस जयशंकर के साथ मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 09 मई 2024,
  • अपडेटेड 8:52 PM IST

मालदीव के विदेश मंत्री मूसा ज़मीर ने अपने कुछ मंत्रियों द्वारा प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ की गई अपमानजनक टिप्पणियों से अपनी सरकार को अलग कर लिया. उन्होंने कहा कि, यह सरकार का रुख नहीं था और जो हुआ, वह दोबारा न हो इसे सुनिश्चित करने के लिए एक्शन लिया गया है. एएनआई दो दिए एक इंटरव्यू में, मालदीव के विदेश मंत्री ज़मीर ने सरकार के रुख को दोहराते हुए कहा, "जो हुआ, वह सरकार का विचार नहीं है और हमारा मानना ​​है कि ऐसा नहीं किया जाना चाहिए.

Advertisement

हम यह सुनिश्चित करने के लिए उचित कार्रवाई कर रहे हैं कि इसे दोहराया न जाए.' बता दें कि मालदीव के विदेश मंत्री मूसा जमीर का ये भारत का पहला आधिकारिक दौरा है. वह ऐसे समय पर भारत पहुंचे हैं, जब कुछ दिन पहले ही मालदीव ने भारतीय पर्यटकों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में मालदीव आने की अपील की थी.

भारत और मालदीव के बीच विवाद में तीन अधिकारियों द्वारा पीएम नरेंद्र मोदी के बारे में अपमानजनक पोस्ट करने पर हंगामा मच गया था. उन्होंने कहा कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के बाद मालदीव की उप युवा मंत्री मरियम शिउना, महज़ूम माजिद और मालशा शरीफ को अनिश्चित काल के लिए निलंबित कर दिया गया है, मालदीव के राष्ट्रपति कार्यालय के संचार मंत्री इब्राहिम खलील ने इसकी जानकारी मीडिया को दी थी. 

Advertisement

मालदीव को अब भारतीय पर्यटकों के बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है, जो देश की आय में सबसे बड़े योगदानकर्ताओं में से एक हैं. विवाद के बाद मालदीव में भारतीय पर्यटकों की यात्राओं में संभावित गिरावट को देखते हुए मंत्री ज़मीर ने भारत के साथ संबंध सुधारने के लिए मालदीव सरकार की उत्सुकता जताई और भारतीय पर्यटकों को फिर से अपने देश में आने के लिए आमंत्रित किया गया. 

उन्होंने कहा कि, 'पर्यटन मंत्री ने स्पष्ट रूप से कहा है कि वह स्वागत करना चाहेंगे और मैं चाहता हूं कि मैं खुद उन सभी भारतीयों का स्वागत करूं जो मालदीव की यात्रा करना चाहते हैं' मुझे विश्वास है कि निकट भविष्य में इसमें तेजी आएगी. मालदीव के पर्यटन मंत्री इब्राहिम फैजल ने हाल ही में कहा था कि हमारी सरकार भारत के साथ मिलकर काम करना चाहती है. हमारे लोग और हमारी सरकार मालदीव आने वाले भारतीयों का गर्मजोशी से स्वागत करेंगे. मैं पर्यटन मंत्री के रूप में भारतीयों से कहना चाहता हूं कि आप ज्यादा से ज्यादा संख्या में मालदीव आएं. हमारी अर्थव्यवस्था दरअसल पर्यटन पर ही निर्भर है.

ज़मीर की भारत यात्रा राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू की सरकार के तहत मालदीव के साथ तनावपूर्ण संबंधों के बीच हो रही है और जैसा कि भारत ने बीते अप्रैल में कहा है कि वह 10 मई से पहले मालदीव से अपने सैन्य कर्मियों को बदल देगा. भारत और मालदीव ने दो उच्च स्तरीय कोर समूह की बैठकें की हैं, और तीसरी जल्द ही होने की उम्मीद है. देश से भारतीय सैनिकों को हटाना  मुइज्जू की पार्टी मुख्य चुनाव अभियान था  वर्तमान में, मालदीव में डोर्नियर 228 समुद्री गश्ती विमान और दो एचएएल ध्रुव हेलीकॉप्टरों के साथ लगभग 70 भारतीय सैनिक तैनात हैं.
 

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement