फ्रांस में कार्टून बनाने के नाम पर बेगुनाहों का कत्ल करने वालों का बचाव करने वाले मशहूर शायर मुनव्वर राना ने कहा कि मजहब एक खतरनाक खेल है और इससे इंसानों को दूर रहना चाहिए. टीचर जो अध्यापक है जिनका काम पढ़ाना है वो मोहम्मद साहब का कार्टून बनाकर क्यों दिखाएगा. उसे तो सिर्फ मोहम्मद साहब से दिक्कत है
मुनव्वर राना ने आजतक के साथ खास बातचीत में कहा' मैंने फ्रांस हिंसा को जायज नहीं ठहराया. मेरी बात को आप समझ नहीं पाती हैं या फिर मेरी बात के दूसरे मतलब निकालती हैं. मैं यह कह रहा हूं कि यहां से मकबूल फिदा हुसैन को देश छोड़कर इसलिए भागना पड़ा क्योंकि उन्होंने हिंदू मजहब से छेड़छाड़ की थी. नतीजे के तौर पर अपनी जान बचाकर देश छोड़ नहीं भागते तो उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ती. वो यहां से चले और 90 साल के बूढ़े आदमी को गैर मुल्क में दम तोड़ा.'
उन्होंने कहा कि मजहब एक खतरनाक खेल है और इससे आदमी को दूर रहना चाहिए. दुनिया में कार्टून इसलिए बनाए जाने लगे कि दुनिया में हर शख्स एक दूसरे को गालियां नहीं दे सकता था. कार्टून बनाने का मतलब है कि अल्लाह की बनाई हुई शक्ल को आप बिगाड़ कर पेश करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि टीचर जो अध्यापक है वो मोहम्मद साहब का कार्टून बनाकर क्यों दिखाएगा. उसे दिखाना है तो वो खुदा का कार्टून दिखाए, हजरत ईसा का कार्टून दिखाए, हजरत मरियम का कार्टून दिखाए लेकिन वो नहीं दिखाएंगे. इसलिए कि वो खुद खुदा को भी मानता है. उसको सिर्फ मोहम्मद साहब से दिक्कत है.
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कत्ल करने के मामले में मुनव्वर राना ने कहा कि यह बुरा हुआ. मजहब के नाम पर पूरी दुनिया में ये रोजाना हो रहा है. आतंकवाद तो आतंकवाद होता है. धर्म बड़ा है या इंसान बड़ा है, इस सवाल पर राना ने कहा कि इंसान नहीं है तो धर्म नहीं है. इंसान के बगैर धर्म का तसव्वुर नहीं हो सकता.
इससे पहले मशहूर शायर मुनव्वर राना ने फ्रांस हमले में बेगुनाहों का कत्ल करने वाले का बचाव किया. मुनव्वर राना ने तर्क देते हुए कहा कि अगर मजहब मां के जैसा है, अगर कोई आपकी मां का, या मजहब का बुरा कार्टून बनाता है या गाली देता है तो वो गुस्से में ऐसा करने को मजबूर है. साथ ही पीएम मोदी के आतंकवाद फैलाने के बयान पर कहा कि ये राफेल की दरकार है, जो उन्हें ऐसा बयान देना पड़ा है.
उन्होंने कहा कि मुसलमानों को चिढ़ाने के लिए ऐसा कार्टून बनाया गया. दुनिया में हजारों बरस से ऑनर किलिंग होती है, अखलाक मामले में क्या हुआ, लेकिन तब किसी को तकलीफ नहीं हुई. किसी तो इतना मजबूर न करो कि वो कत्ल करने पर मजबूर हो जाए.
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