दिल्ली में मेयर पद का चुनाव दिलचस्प होने जा रहा है. बताया जा रहा है कि इस चुनाव में बीजेपी भी अपना उम्मीदवार उतार सकती है. दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी के पास बहुमत है, जबकि बीजेपी विपक्ष में है. ऐसे में अगर बीजेपी अपना उम्मीदवार उतारती है तो मुकाबला दिलचस्प हो सकता है.
दरअसल, मेयर पद के लिए नामांकन का आज आखिरी दिन है. मेयर पद के लिए 26 अप्रैल को चुनाव होना है. सूत्रों का कहना है कि आखिरी कुछ घंटों में बीजेपी अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर सकती है.
सूत्रों ने बताया कि मेयर पद के लिए बीजेपी अपना उम्मीदवार उतारेगी. इस चुनाव में बीजेपी आम आदमी पार्टी को वॉकओवर नहीं देना चाहती. आम आदमी पार्टी की ओर से मेयर पद के लिए महेश खिची और डिप्टी मेयर के लिए रविंदर भारद्वाज को उम्मीदवार बनाया है.
आम आदमी पार्टी की नेता और दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने कहा कि मेयर और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवार जमीनी स्तर के कार्यकर्ता हैं. महेश कुमार और रविंदर कुमार का उम्मीदवार बनना दिखाता है कि आम आदमी पार्टी जमीन पर काम करने वाले अपने कार्यकर्ताओं को पहचानती है.
आतिशी ने आरोप लगाया कि बीजेपी चुनाव में गड़बड़ी और हेराफेरी करने में कोई कसर नहीं छोड़ती, लेकिन उम्मीद है कि वो जनादेश का सम्मान करेगी और कोई गलत कदम उठाने की कोशिश नहीं करेगी.
इस वक्त दिल्ली की मेयर शैली ओबेरॉय और डिप्टी मेयर आले मोहम्मद इकबाल हैं. दिल्ली के एमसीडी एक्ट के मुताबिक, नगर निगम का कार्यकाल तो पांच साल का होता है, लेकिन मेयर का कार्यकाल एक साल का ही होता है.
एमसीडी एक्ट के तहत, पहले साल महिला पार्षद को मेयर चुना जाता है. जबकि, डिप्टी मेयर पद के लिए कोई नियम नहीं हैं. दूसरे साल मेयर का पद सामान्य होता है, जिसमें कोई भी पार्षद चुना जा सकता है. लेकिन तीसरे साल मेयर का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित होता है. चौथे और पांचवें साल मेयर का पद अनारक्षित होता है.
दिल्ली नगर निगम के लिए 2022 में चुनाव हुए थे. उस चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 250 में से 134 वार्ड में जीत हासिल की थी. जबकि, बीजेपी को 104 वार्ड में जीत मिली थी. कांग्रेस महज 9 वार्ड में ही जीत सकी थी. आम आदमी पार्टी से पहले लगातार 15 साल तक एमसीडी पर बीजेपी का कब्जा था. बीजेपी ने 2007, 2012 और 2017 में लगातार तीन बार चुनाव जीता था.
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