पंजाब के जालंधर सेंट्रल से आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक रमन अरोड़ा को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी गुरुवार को उनके निवास पर छापेमारी के बाद की गई थी. आज, शनिवार को उन्हें पांच दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है.
54 वर्षीय विधायक पर आरोप है कि उन्होंने नगर निगम के कुछ अधिकारियों के साथ मिलीभगत कर झूठे नोटिस भेजकर लोगों से अवैध वसूली की. विजिलेंस ब्यूरो ने फिलहाल इस मामले की जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन जांच के दौरान यह स्पष्ट हुआ है कि विधायक ने अपने पद का दुरुपयोग कर वित्तीय लाभ कमाने की कोशिश की थी.
यह भी पढ़ें: 'भारत ने 6-7 मई को नुकसान पहुंचाया', पाक के पंजाब प्रांत की CM मरियम नवाज़ का कबूलनामा
भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के बाद एक्शन
AAP विधायक रमन अरोड़ा जालंधर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार से संबंधित शिकायतें मिली थीं. आम आदमी पार्टी ने इस गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया देते हुए बताया कि उन्हें इन जांच पड़ताल की खबर मिली, जिसके बाद सरकार ने अपने ही विधायक के खिलाफ कार्रवाई की.
पार्टी ने एक एक्स पोस्ट में कहा, "भगवंत मान सरकार का भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा कदम. कोई भी कानून के ऊपर नहीं है, न ही पार्टी का कोई सदस्य. विधायक रमन अरोड़ा के खिलाफ विजिलेंस ने फर्जी नगर निगम नोटिस, वसूली और डिजिटल फ्रॉड के संबंध में कार्रवाई की. यही असली जवाबदेही है."
यह भी पढ़ें: पंजाब: AAP विधायक रमन अरोड़ा गिरफ्तार, CM मान बोले- अपना हो या पराया, भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
भ्रष्टाचार करने वालों के लिए कोई दया नहीं- सीएम मान
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी वीडियो संदेश में भ्रष्टाचार के प्रति सरकार की गंभीरता को दोहराते हुए कहा, "भ्रष्टाचार करने वालों को कोई दया नहीं दी जाएगी. चाहे वो हमारे अपने हों या बाहर के, किसी भी भ्रष्टाचार में लिप्त व्यक्ति के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी." रमन अरोड़ा की गिरफ्तारी राज्य सरकार द्वारा उनकी सुरक्षा हटाने के कुछ ही दिन बाद की गई. पहले विधायक की सुरक्षा में 14 गनमैन तैनात थे, जिन्हें बाद में हटा दिया गया था.
aajtak.in