अनिल देशमुख की गिरफ्तारी पर शरद पवार का फूटा गुस्सा, BJP से बोले- हर दिन, हर घंटे की कीमत वसूलेंगे

शरद पवार ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, "मैं ये कह रहा हूं, तुम कितने भी छापे मार लो, कितनी भी अरेस्ट कर लो, हम आम लोगों को साथ में लेकर महाराष्ट्र राज्य मे कभी नहीं आने देंगे. आप को सौ प्रतिशत हार का सामना करना पडेगा."

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शरद पवार (फाइल फोटो) शरद पवार (फाइल फोटो)

योगेश पांडे

  • नागपुर,
  • 18 नवंबर 2021,
  • अपडेटेड 8:46 AM IST
  • तुम कितने भी छापे मार लो, हम राज्य सरकार में आने नहीं देंगे- पवार
  • पवार ने कहा- हमारे सहयोगियों को परेशान किया जा रहा

एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने ईडी, सीबीआई को लेकर एक बार फिर केंद्र सरकार पर निशाना साधा. शरद पवार ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि एनसीपी हो, कांग्रेस हो या शिवसेना, हमारे सहयोगियों को विभिन्न सरकारी एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर परेशान किया जा रहा है. 

शरद पवार ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, मैं ये कह रहा हूं, तुम कितने भी छापे मार लो, कितनी भी अरेस्ट कर लो, हम आम लोगों को साथ में लेकर महाराष्ट्र राज्य मे कभी नहीं आने देंगे. आप को सौ प्रतिशत हार का सामना करना पडेगा. मैं कह रहा हूं, तुमने अनिल देशमुख को जेल मे डाला, उनके हर दिन कि और हर उस घंटे की कीमत आज न कल जरूर वसूल होगी. 

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बदले की राजनीति हो रही- पवार

पवार ने कहा, बदले कि राजनीति की जा रही है, सत्ता का इस्तेमाल सम्मान के साथ करना पड़ता है, लेकिन इन लोगो के पैर जमीन पर नहीं हैं और सत्ता सिर चढ़ कर बोल रही है. ये जो कुछ हो रहा है ये उसी का नतीजा है.

पवार ने आगे कहा, अनिल देशमुख का ही मामला देख लीजिए. जिस अधिकारी ने आरोप लगाए थे, वह भगोड़ा घोषित कर दिया गया. कहां गायब है पता नहीं कौन से देश में है मालूम नहीं. समन है पर हाजिर नहीं हो रहा. अनिल देशमुख आज जेल के अंदर हैं. इस का मुख्य कारण है केंद्र कि सत्ता का दुरुपयोग, कुछ लोगों ने धंधा बना लिया है. उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम लिए बिना निशाना साधते हुए कहा, सत्ता हाथ से चले जाने से कुछ लोग अस्वस्थ्य हैं, हर रोज केंद्र को लिस्ट भेजते हैं और मांग करते है इनकी जांच करो. 

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पवार ने कहा, हमारे सहयोगियों को परेशान किया जा रहा

शरद पवार ने कहा, एकनाथ खड़से भाजपा में थे. वे एनसीपी में शामिल हुए, उनकी पत्नी को ईडी ने बुला लिया. फिर मामले दर्ज किए गए. ये लोग शिवसेना के संजय राउत के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए, तो उनकी पत्नी को बुलाया, बयान लिया और परेशान किया. अजीत पवार के खिलाफ कुछ नहीं कर पाए, राज्य सरकार को अस्थिर करने के प्रयास किए गए. महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक समाज के मंत्री हसन मुश्रिफ के यहां भी छापे मारे लेकिन कुछ नही मिला. ऐसे कितने उदाहरण मैं आप को बताऊं, महाराष्ट्र सरकार अपने हाथो से निकल गई यह उन्हे (भाजपा) बरदाश्त नहीं हो रहा है. 

 

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