महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में बीएमसी चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे की अगुवाई वाले दल साथ आ गए हैं. उद्धव और राज ने मुंबई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शिवसेना (यूबीटी) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के गठबंधन का ऐलान किया. इन दोनों ही नेताओं के निशाने पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) रही. शिवसेना (यूबीटी) और एमएनएस के गठबंधन और ठाकरे ब्रदर्स पर अब सीएम देवेंद्र फडणवीस ने पलटवार किया है.
सीएम फडणवीस ने कहा है कि मुंबई में हार के डर से दो परिवारवादी साथ आए हैं. इनके साथ में आने से यह स्पष्ट हो चुका है कि जनता राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को चुनने जा रही है. उन्होंने कहा कि हाइप तो ऐसे बनाई जा रही थी, जैसे रूस और यूक्रेन ही साथ में आ गए. मानों जेलेंस्की और पुतिन बात कर रहे हैं.
सीएम फडणवीस ने कहा कि मुंबई में विकास की लहर के कारण अपनी जमानत बचाने के लिए दोनों भाई साथ आए हैं. उन्होंने दावा किया कि महाराष्ट्र की जनता एनडीए के साथ है. देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ऐसी दो पार्टियां साथ में आई हैं, जिन्होंने अपना वोट बैंक खो दिया है, जनता का विश्वास खो दिया और अपना अस्तित्व खोज रही हैं. इससे कौन सा फर्क पड़ने वाला है. ये दोनों अपना अस्तित्व बचाने के लिए साथ में आए हैं.
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उन्होंने कहा कि अस्तित्व बचाने के लिए साथ में आकर कोई चुनाव नहीं जीता जाता. मुंबई के लोगों ने हमारा विकास का काम देखा है. सीएम फडणवीस ने बीएमसी चुनाव में महायुति की जीत का दावा किया और कहा कि मुंबई हमारे साथ है, हमारे साथ रहेगी. उद्धव ठाकरे के पार्टियों को तोड़ने वाले आरोप पर उन्होंने कहा कि उद्धव बहुत ही निराश और हताश व्यक्ति हैं. बार-बार वही चीजें दोहराते हैं.
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सीएम फडणवीस ने कहा कि हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे के बाद उद्धव और राज ठाकरे के पास कोई विचार ही बचा नहीं है. इन्होंने विचारों की राजनीति दफना दी है. अब ये अवसरवादिता की राजनीति कर रहे हैं. इसलिए तुष्टिकरण कर रहे हैं.
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