पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन में गिरावट दर्ज की गई. दहशतगर्दों के कायराना हरकत की वजह से पर्यटन स्थल वीरान हो गए. जहां पर्यटकों की भीड़ लगी रहती थी वह अब खाली पड़ा है. स्थानीय कारोबार पर बुरा और गहरा असर पड़ा है.
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला का पहलगाम दौरा
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 27 और 28 मई को पहलगाम का दौरा किया. यहां से उन्होंने पाकिस्तान को सख्त संदेश दिया कि आतंकवाद पर्यटन में बाधा नहीं बन सकता है.
पर्यटन को फिर से बढ़ाने पर राज्य सरकार की रणनीति
मुख्यमंत्री ने प्रदेश के अधिकारियों के साथ जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को एक बार फिर से बढ़ाने की योजना पर चर्चा की.
अब केंद्र सरकार भी अभियान में सक्रिय
अब केंद्र की मोदी सरकार भी इसी अभियान में जुट गई है. सूत्रों के अनुसार, पहलगाम में हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार मिशन मोड पर काम करने के लिए तैयार है.
पर्यटकों में विश्वास बहाली की योजना
इसके लिए पर्यटकों में विश्वास बहाली के कदम उठाए जाएंगे और केंद्र सरकार के मंत्री और सेलिब्रिटीज जम्मू-कश्मीर में दौरे होंगे. पर्यटन को फिर से संजीवनी देने की कोशिश की जाएगी.
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राज्य सरकार को वित्तीय सहायता देने की तैयारी
राज्य सरकार की फायनेंसियल हैंडहोल्डिंग होगी यानि राज्य सरकार को वित्तीय मदद की जरूरत होगी तो केंद्र सरकार विचार करेगी. जम्मू-कश्मीर में नए पर्यटन के केंद्र विकसित किए जाएंगे.
नए पर्यटन केंद्रों के विकास की योजना
जम्मू में तीन और कश्मीर में तीन नए पर्यटन केंद्र विकसित करने की तैयारी है. इसके लिए वर्ल्ड बैंक जैसी संस्थाएं भी मदद के लिए आगे आने को तैयार है. इसके अलावा और भी पर्यटन के नए केंद्र विकसित किए जाएंगे.
पर्यटन इंफ्रास्ट्रक्चर और सहयोगी योजनाएं
जम्मू कश्मीर में पर्यटन के इंफ्रास्ट्रकचर को दुरुस्त किया जाएगा. एडवेंचर और धार्मिक पर्यटन को भी बढ़ावा दिया जाएगा. केंद्र सरकार को कुछ विदेशी सरकारों ने संपर्क कर कश्मीर में साझा बैठकें करने का पेशकश भी की है.
हिमांशु मिश्रा