किसानों की मौत को लेकर बयान पर घिरे हरियाणा के कृषि मंत्री, किसान संगठन की मांग- मांगें माफी

हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल अपने बयान को लेकर घिर गए हैं. किसान संगठनों ने हरियाणा के कृषि मंत्री दलाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल (फाइल फोटोः आजतक) हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल (फाइल फोटोः आजतक)

सतेंदर चौहान

  • चंडीगढ़,
  • 13 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 11:12 PM IST
  • हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल अपने बयान को लेकर घिर गए हैं
  • दलाल ने नहीं मांगी माफी तो बर्खास्त करें सीएम- किसान संगठन

हरियाणा के कृषि मंत्री का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कृषि मंत्री से जब किसान आंदोलन के दौरान किसानों की मौत को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि घर में होते तो भी मरते. हरियाणा के कृषि मंत्री जेपी दलाल अब अपने इस बयान को लेकर घिर गए हैं. किसान संगठनों ने हरियाणा के कृषि मंत्री दलाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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जय किसान आंदोलन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य योगेंद्र यादव ने मंत्री के बयान को संवेदनहीन और अमानवीय बताते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान 200 से अधिक किसानों की मौत हुई. हरियाणा के कृषि मंत्री को तुरंत माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने साथ ही यह भी कहा है कि मंत्री का यह बयान हरियाणा को शर्मसार करने वाला है. कृषि मंत्री यदि माफी नहीं मांगते हैं तो मुख्यमंत्री उनको बर्खास्त करें. मंत्री अपने इस कृत्य का पश्चाताप इस्तीफा देकर ही कर सकते हैं.

संगठन की हरियाणा प्रदेश कार्यकारिणी के सदस्य राजीव गोदारा ने कृषि मंत्री के बयान को जले पर नमक छिड़कने जैसा बताते हुए कहा कि मंत्री इस स्तर पर उतर आए हैं कि किसानों की मौत पर संवेदना जताने की बजाय हंसी उड़ा रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि आज सबने वायरल हुआ वह वीडियो देखा है, जिसमें कृषि मंत्री संवेदनहीन और अमानवीय बयान दे रहे हैं.

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संगठन की ओर से जारी लिखित बयान में कहा गया है कि एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें हरियाणा के कृषि मंत्री से किसानों के आंदोलन को लेकर सवाल पूछे गए. आंदोलन के दौरान काल के गाल में समाए किसानों को लेकर पूछे गए सवाल पर मंत्री का जवाब आता है कि घर में होते तो भी मरते, यहां नहीं मर रहे क्या? मंत्री के इस बयान के बाद पीछे से किसी के हंसने की आवाज भी आती है.

संगठन की ओर से जारी बयान के मुताबिक कृषि मंत्री ने आगे कहा कि लाख दो लाख में 200 मर गए 6 महीने में. वीडियो में मंत्री से सवाल किया गया कि हादसे में 10 लोगों की मौत होने पर भी प्रधानमंत्री संवेदना प्रकट कर देते हैं. यहां तो 200 से अधिक किसानों की मौत हुई है. इस सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा है कि ये हादसे से नहीं मरे. स्वेच्छा से मरे हैं कुछ तो. इतना कहने के बाद मंत्री ने यह भी कहा कि मैं सभी की मौत पर संवेदना प्रकट करता हूं. किसान संगठन का दावा है कि इतना कहने के बाद हरियाणा के कृषि मंत्री के चेहरे पर भी मुस्कान नजर आती है.

 

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