डूबने से 3 और बच्चों की मौत, साफ पानी की किल्लत... यमुना के घटते जलस्तर के बीच दिल्लीवालों के सामने 3 नई टेंशन

दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है. शनिवार को रात 10 बजे जलस्तर 206.60 मीटर दर्ज किया गया. हालांकि ये अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर है. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम सही रहता है तो जल्द ही यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ जाएगा.

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यमुना का जलस्तर बढ़ने से पानी लाल किले तक पहुंच गया यमुना का जलस्तर बढ़ने से पानी लाल किले तक पहुंच गया

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 16 जुलाई 2023,
  • अपडेटेड 7:48 AM IST

दिल्ली में बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है. कई पॉश कॉलोनियां तक बाढ़ से तालाब बनी हुई हैं. बस अड्डे से लेकर आईटीओ तक का पूरा इलाका तालाब बना हुआ है. एक तरफ यमुना का जलस्तर तेजी से घट रहा है तो वहीं अब लोगों के सामने कई और चुनौतियां पैदा हो गई हैं. इनमें गंदगी के कारण फैलने वाली बीमारी, पीने का साफ पानी समेत कई परेशानियां शामिल हैं. इस सबके बीच अब अब बच्चों के डूबने के मामले डराने लगे हैं.  

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शनिवार को एक बार फिर 3 बच्चों की गड्ढे में भरे पानी में डूबकर मौत हो गई.  मामला दिल्ली के द्वारका सेक्टर-23 थाना क्षेत्र में सामने का है. यहां के सेक्टर-19 में गोल्फ कोर्स लाइन में अंडर कंस्ट्रक्शन की जगह में बने गड्ढे में भरे बाढ़ के पानी में 3 बच्चों की डूबकर मौत हो गई. हालांकि पुलिस का कहना है कि ये मौतें बाढ़ के कारण नहीं, बल्कि एक्सिडेंटल डेथ हैं. क्योंकि चार बच्चे दीवार से नीचे कूदे थे और नीचे पानी भरे गड्ढे में जा गिरे, जिनमें से तीन की मौत हो गई.

इससे पहले शुक्रवार को भी मुकुंदपुर चौक पर बारिश के पानी में नहाने गए 3 बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी. यहां एक ग्राउंड में भरे बारिश के पानी में तीनों बच्चे नहाने गए थे. पानी इतना ज्यादा था कि तीनों की डूबकर मौत हो गई. सभी जहांगीर पुरी के एच-ब्लॉक के रहने वाले थे.

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दिल्लीवालों के सामने अब हैं ये तीन चुनौतियां

-सड़कों पर गंदे पानी से बीमारी फैलने का डर
-साफ पानी की किल्लत
-बारिश होने से फिर जलभराव का डर

बीमारी फैलने का खतरा बढ़ा

वहीं यमुना का पानी भले ही कम होने लगा है लेकिन ये लोगों के लिए बड़ी मुसीबत छोड़कर जा रहा है. कारण, दिल्ली में घुसा बाढ़ का पानी तो निकल जाएगा , लेकिन पीछे छोड़ जाएगा गंदगी और बीमारी. सड़कों पर गंदगी का अंबार लग चुका है. सड़कों पर यमुना के पानी के साथ-साथ नाले का पानी, कूड़ा-कचरा और सीवर की गंदगी भी बह रही है. इसके कारण आने वाले दिनों में कई तरह की बीमारी फैलने होने का खरता पैदा हो गया है.

बारिश ने फिर बढ़ाई टेंशन

वहीं शनिवार शाम से फिर शुरू हुई बारिश ने भी टेंशन बढ़ा दी है. मौसम विभाग ने बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है. दिल्ली सरकार का कहना है कि अगर बारिश हुई तो फिर से हालात बिगड़ सकते हैं। कारण, बारिश होने से एक बार फिर यमुना का जलस्तर बढ़ेगा. साथ ही दिल्ली में पहले से ही जलभराव की समस्या से जूझ रहे इलाकों में और स्थिति खराब हो जाएगी. सीएम अरविंद केजरीवाल ने शनिवार शाम को सभी कैबिनेट मंत्रियों की बैठक बुलाई, जिसमें सभी मंत्रियों को बाढ़ प्रभावित जिलों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. 

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NDMC ने जलापूर्ति को लेकर जारी की एडवाइजरी

दिल्ली में पीने के पानी की किल्लत के बीच शनिवार को एनडीएमसी ने लोगों को लिए एडवाइजरी जारी की. इसमें कहा गया है कि दिल्ली जल बोर्ड के वजीराबाद और चंद्रावल स्थित जल शोधन संयंत्र बंद होने से एनडीएमसी क्षेत्र में जलापूर्ति बुरी तरह प्रभावित हुई है. निवासियों को सलाह दी जाती है कि वे पानी का उपयोग विवेकपूर्ण तरीके से करें और पानी का उपयोग केवल सबसे आवश्यक आवश्यकताओं के लिए ही सीमित करें. सभी निवासियों और व्यवसायों को अगली सूचना तक पानी के उपयोग को गंभीर रूप से सीमित करना चाहिए.

हकीकत नगर में गंदगी से परेशान लोगों ने किया प्रदर्शन

उधर, दिल्ली के तमाम इलाकों में भरे पानी की तस्वीरें सामने आ रही हैं तो वहीं गंदगी और गंदे पानी से बेहाल लोग अब सड़क पर आ गए हैं.  हकीकत नगर में भरे बाढ़ के पानी को लेकर लोगों में गुस्सा भड़का तो प्रदर्शन भी शुरू हो गया. लोगों ने सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की. लोगों का आरोप है कि बाढ़ के बावजूद सरकार उनकी मदद नहीं कर रही है. हकीकत नगर में गंदे नाले का पानी गलियों से होते हुए लोगों के घरों में घुस चुका है. लोगों का बदबू के कारण जीना दूभर है. वहीं बीमारी का डर भी अब सताने लगा है. ऐसा ही हाल शहर के अन्य इलाकों में भी देखने को मिल रहा है. 

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किंग्सवे कैंप इलाके का भी बुरा हाल है. लोगों का धैर्य जवाब दे रहा है और वो विरोध प्रदर्शन को मजबूर हैं. समस्याओं का निदान ना होने पर शनिवार को यहां के लोगों ने सड़क जाम कर अपना रोष प्रकट किया.

बस्तियों में जूझ रहे लोग

लोग अपने ही घरों में कैद हो चुके हैं. छतों पर फंसे हुए लोग इंतजार कर रहे हैं कि कब ये पानी वापस जाएगा और कब जिंदगी ट्रैक पर आएगी. दिल्ली के पॉश इलाकों का बुरा हाल है तो फिर आम बस्तियों में जिंदगी जहन्नुम बन चुकी है. घरों से अंदर पानी भरा है. बिजली की समस्या है. खाने-पीने की समस्या है और बीमारी का खतरा है. कोई सरकार को कोस रहा है तो कोई हालात पर रो रहा है. वहीं लोगों को सांप-कीड़े का भी डर सता रहा है.

घट रहा यमुना का जलस्तर

दिल्ली में यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है. शनिवार को रात 10 बजे जलस्तर 206.60 मीटर दर्ज किया गया. हालांकि ये अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर है. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि अगर मौसम सही रहता है तो जल्द ही यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ जाएगा.

दिल्ली में बाढ़ पर AAP-BJP आमने-सामने

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आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भाजपा के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार पर निशाना साधा और हथिनीकुंड बैराज से यमुना में पानी छोड़ कर दिल्ली में आई बाढ़ के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगाया. इस पर दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पलटवार किया और आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार जिम्मेदारी से बच रही है और शहर में बाढ़ जैसी स्थिति के लिए अन्य राज्यों को दोषी ठहरा रही है. ऐसा ही उन्होंने कोविड काल के दौरान किया था.

गंदे पानी में मस्ती करते नजर आए लोग

दिल्ली में भले ही नाले का गंदा पानी सड़कों पर बह रहा है लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही भी लगातार सामने आ रही है. कारण, जिस पानी से दिल्ली को डरना चाहिए था, उस पानी में चंद लोग मस्ती के नाम पर जिंदगी से खिलवाड़ करते नजर आ रहे हैं. दिल्ली की सड़कों मानों पिकनिक मानाने भी कई ग्रुप निकले हैं, जिन्हे  ये पानी गंदा नजर नहीं आ रहा, जिन्हें इस सैलाब से कोई खतरा नजर नहीं आ रहा. भले ही पुलिसवाले मौके पर हों, लेकिन कोई उनकी भी सुनने वाला नहीं है. 

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