केंद्र सरकार ने दिवाली पर पेट्रोल-डीजल से एक्साइज ड्यूटी कम कर लोगों को बड़ी राहत दी. केंद्र के फैसले के बाद भाजपा और एनडीए शासित 15 राज्यों ने वैट भी कम कर दिया. ऐसे में अब गैर भाजपा शासित राज्यों पर भी पेट्रोल और डीजल की कीमतें कम करने का दबाव पड़ रहा है.
दिल्लीवासियों को भी पेट्रोल-डीजल के रेट में और गिरावट का इंतजार है. इस मसले पर दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा, हम विचार कर रहे हैं.
केंद्र को निशाने पर लिया
मनीष सिसोदिया ने कहा, केंद्र ने एक्साइज ड्यूटी कम की है, कुछ राज्यों ने वैट कम किए हैं, हम भी एग्जामिन कर रहे हैं. पिछले 2-3 सालों में रेट कम होते रहे, केंद्र एक्साइज ड्यूटी बढ़ाती रही. इसे 15 रुपए से बढ़ाकर 34 रुपए कर दिए, अब कुछ पैसे कम कर रहे हैं और कह रहे हैं कि राज्य सरकारें कम कर दें. मैं केंद्र से अपील करूंगा कि कम से कम 15 रुपए कम करें.
भाजपा का पलटवार
भाजपा सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा, अरविंद केजरीवाल आप आखिर पेट्रोल डीजल पर वैट कम क्यों नहीं कर रहे. कभी तो दिल्ली की जनता के बारे में सोचिए. कहीं ऐसा तो नहीं अगर आपने वैट कम किया तो विज्ञापनों का खर्चा कहां से निकलेगा.
इससे पहले भाजपा ने मैप ट्वीट कर विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा. भाजपा ने ट्वीट किया, मोदी सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी कम कम करने के बाद, एनडीए शासित राज्यों ने पेट्रोल और डीजल पर वैट कम करके राहत दी है. लेकिन गैर-भाजपा शासित राज्यों को ऐसा करने से क्या रोक रहा है?
पंकज जैन