राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में आज (बुधवार) वायु गुणवत्ता यानी एयर क्वालिटी में मामूली सुधार देखने को मिला है, लेकिन प्रदूषण की स्थिति अभी भी खराब श्रेणी में बनी हुई है. मौसम विभाग के अनुसार, आज (10 दिसंबर) दिल्ली का औसत एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 250 के आसपास रहा, जो 'खराब' श्रेणी में आता है. हालांकि, आने वाले दो-तीन दिनों में हवा की रफ्तार बढ़ने से वायु प्रदूषण में काफी राहत मिलने की संभावना है.
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, सुबह 8 बजे शहर के अधिकतर इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से कम रहा है. बता दें कि 0-50 के बीच का AQI 'अच्छा', 51-100 'संतोषजनक', 101-200 'मध्यम', 201-300 'खराब', 301-400 'बहुत खराब' और 401-500 'गंभीर' श्रेणी में माना जाता है.
तेज हवाओं से प्रदूषण की स्थिति में सुधार
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि 10 दिसंबर की शाम से लेकर 12 दिसंबर तक हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है. जब हवा तेज चलती है तो प्रदूषक कण एक जगह नहीं रुक पाते और आसमान साफ होने लगता है. कुछ दिन पहले जब हवा की रफ्तार 15-20 किमी/घंटा तक पहुंची थी, तब दिल्लीवालों को साफ हवा में सांस लेने का मौका मिला था. एक बार फिर हवा की रफ्तार बढ़ने से प्रदूषण की स्थिति में सुधार हो सकता है.
ठंड और कोहरा भी बढ़ेगा
मौसम विभाग (IMD) के पूर्वानुमान के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में 11 और 12 दिसंबर को सुबह-शाम हल्का कोहरा छा सकता है.वहीं, न्यूनतम तापमान सामान्य से थोड़ा नीचे रहने की संभावना है, यानी रात और सुबह में ठंड बढ़ सकती है. दिल्ली में आज (बुधवार), 10 दिसंबर को अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और रात का तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकती है.
मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन दिनों में उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों (पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, उत्तरी राजस्थान) में तापमान और गिर सकता है. दिन में भी ठंडी हवाएं चलेंगी.
13 दिसंबर से फिर बदल सकता है मौसम
IMD के मुताबिक, 13 दिसंबर से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ यानी वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (Western Disturbance) पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर सकता है. इससे जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की बारिश या बर्फबारी हो सकती है. दिल्ली-एनसीआर पर इसका बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ेगा, लेकिन हवा का रुख बदलने से एक बार फिर प्रदूषण बढ़ने की आशंका है.
आशुतोष मिश्रा