दिल्ली एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए बीजेपी के 15 साल के शासनकाल को समाप्त कर दिया था. लेकिन इस हार के बाद भी बीजेपी लगातार कहती रही कि मेयर उसका ही बनने वाला है. अब मेयर चुनाव का समय भी आ गया है. अगले साल 6 जनवरी को दिल्ली नगर निगम की पहली बैठक होने जा रही है. उस बैठक में ही मेयर का चुनाव भी किया जाएगा. मेयर के साथ ही डिप्टी मेयर का भी चुनाव उस दिन हो जाएगा. इस चुनाव में सीक्रेट बैलेट का इस्तेमाल किया जाएगा.
जानकारी के लिए बता दें कि ये पहली ऐसी नगरपालिका होगी जहां पर 250 पार्षद बैठेंगे. वहीं जो भी मेयर बनेगा वो सिर्फ सीमित समय तक पद पर बना रहेगा. पहला एक साल तो महिला के लिए रिजर्व रहने वाला है, यानी कि कोई महिला ही मेयर बनेंगी. फिर उसके बाद अनारक्षित वर्ग से मेयर चुना जाएगा, फिर आरक्षित वर्ग से आएगा, आखिर में फिर अनारक्षित वर्ग के लिए से किसी को मौका दिया जाएगा. यानी कि इस मेयर पद पर हर वर्ग को अपनी सेवा देने का मौका मिलेगा. इस चुनाव में कुल 273 वोट्स हैं. यानी कि सभी निर्वाचित पार्षद वोट डालेंगे. सभी सात लोकसभा और तीन राज्यसभा सांसद अपने वोटिंग अधिकार का इस्तेमाल करेंगे और विधानसभा के 13 सदस्य भी वोट डालेंगे. इस चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख़ 27 दिसंबर है.
इस बार के एमसीडी चुनाव की बात करें तो आम आदमी पार्टी ने 134 सीटों पर जीत हासिल की थी. बीजेपी 104 सीटों पर सिमट गई थी. 250 वार्ड वाली एमसीडी में 126 पर बहुमत था, ऐसे में आप ने आसानी से अपनी सरकार बनाई. बीजेपी ने कड़ी टक्कर जरूर दी, लेकिन आप की झाड़ू ने एक निर्णायक बढ़त हासिल की. अब इस समय दोनों आप और बीजेपी दावा कर रही हैं कि मेयर उन्हीं का बनने वाला है. ऐसे में 6 जनवरी को होने वाली वोटिंग पर काफी कुछ निर्भर करेगा.
पंकज जैन / राम किंकर सिंह