छठ पूजा पर राजनीति जारी, मुस्लिम तुष्टिकरण वाले बयान पर AAP का पलटवार

दिल्ली में इस साल भी कोरोना को देखते हुए छठ पूजा पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. बीजेपी ने इसे सीएम अरविंद केजरीवाल की तुष्टिकरण वाली राजनीति बता दिया है. अब आप ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है.

Advertisement
छठ पूजा पर राजनीति जारी छठ पूजा पर राजनीति जारी

पंकज जैन / राम किंकर सिंह

  • नई दिल्ली,
  • 13 अक्टूबर 2021,
  • अपडेटेड 5:25 PM IST
  • आप ने केंद्र को याद दिलाई पुरानी गाइडलाइन
  • मुस्लिम तुष्टिकरण वाले बयान पर AAP का पलटवार

दिल्ली में इस साल भी कोरोना को देखते हुए छठ पूजा पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी गई हैं. बीजेपी ने इसे सीएम अरविंद केजरीवाल की तुष्टिकरण वाली राजनीति बता दिया है. अब आप ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. एक तरफ राज्य सरकार ने अपना स्टैंड स्पष्ट करने का प्रयास किया है, वहीं दूसरी तरफ बीजेपी को भी आईना दिखाया है.

Advertisement

आप ने केंद्र को याद दिलाई पुरानी गाइडलाइन

आप नेता गोपाल राय ने केंद्र को उसकी नीति याद दिलाते हुए कहा कि बीते साल कोरोना के चलते केंद्र सरकार के दिशा निर्देश आए थे कि छठ पूजा नहीं कराई जानी चाहिए. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय की जो गाइडलाइन थी उसके अनुसार एक्सपर्ट की राय थी कि सबसे ज्यादा कोरोना वायरस पानी मे फैलता है और छठ पूजा पानी में खड़े होकर की जाती है इसलिए पिछली बार केंद्र सरकार के दिशा निर्देश थे कि घर में रहकर लोग छठ पूजा करें.

गोपाल राय ने आगे बताया कि इस साल उसी को देखते हुए दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने यह निर्णय लिया छठ पूजा कोविड गाइडलाइन के अनुसार ही होनी चाहिए. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने जिस तरह से छठ पूजा को लेकर राजनीति करने की कोशिश की वह इस बात को दिखा रहा है कि कहीं ना कहीं इसमें बीजेपी को पूर्वांचलयों के सम्मान की चिंता नहीं है बल्कि वह यह सब इसलिए कर रही है क्योंकि उसको लग रहा है कि डूबते को तिनके का सहारा ही बहुत है.

Advertisement

मनोज तिवारी की चिट्ठी पर कसा तंज

वहीं क्योंकि मनोज तिवारी ने इसे मुस्लिम तुष्टिकरण का नाम दे दिया था,ऐसे में आप नेता ने उन पर तंज कसा है. बयान में कहा गया है कि मुझे लगता है कि मनोज तिवारी जी को जिस तरह से बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के बाद साइड किया उसके बाद से वो उछल कूद कर रहे हैं लेकिन मुझे लगता है कि यह सही वक्त नहीं है. मनोज तिवारी दोयम दर्जे के नेता हैं. वह सांसद हैं सांसद के तौर पर जो उनके काम हैं वह करें लेकिन मामला भाजपा का है आखिर भाजपा ने अभी तक गाइडलाइंस को जारी नहीं करी. केंद्र सरकार अभी तक क्यों हाथ पर हाथ रख कर बैठी हुई है?

आम आदमी पार्टी ने यहां तक दावा कर दिया कि उनकी सरकार के दौरान ही छठ पूजा का आयोजन  बड़े स्तर पर हुआ है, बीजेपी सरकार के दौरान तो छठ का आयोजन तक नहीं किया जाता था.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement