नलजल योजना में हो रही थी खुदाई, मुगलकालीन चांदी के सिक्के मिलने का देखिए वीडियो…

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की तहसील डोंगरगांव में नलजल योजना के तहत खुदाई में मुगल शासक अहमदशाह बहादुर के समय के प्राचीन सिक्के मिले हैं. संस्कृति विभाग ने बताया कि सिक्कों में अरबी लिपि लिखी हुई है. सिक्के के निर्मित प्रतीक चिह्न के अनुसार ऐसा लगता है कि उन्हें कटक उड़ीसा के टकसाल में बनाया गया होगा. 

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संस्कृति विभाग ने सिक्कों के बारे में अहम जानकारी दी. संस्कृति विभाग ने सिक्कों के बारे में अहम जानकारी दी.

सुमी राजाप्पन

  • डोंगरगांव ,
  • 03 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 7:33 PM IST

छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले की तहसील डोंगरगांव में नलजल योजना के तहत खुदाई की जा रही है. इस दौरान मुगलकाल के 65 सिक्के मिले हैं. बताया जा रहा है कि सिक्के मुगल शासक अहमदशाह बहादुर के समय के 1748 से 1754 ई. के बीच के हैं. इसके साथ ही 3 नग बाघनखनुमा अंगूठियां और मिश्रित धातु के 2 नग कड़े भी मिले हैं. 

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प्राप्त सिक्के मुगल शासक काल के हैं. संस्कृति विभाग ने सिक्कों के बारे में यह जानकारी दी है. सिक्कों में अरबी लिपि लिखी हुई है. सिक्के के निर्मित प्रतीक चिह्न के अनुसार ऐसा लगता है कि उन्हें कटक उड़ीसा के टकसाल में बनाया गया होगा. 

देखें वीडियो... 

मुगल शासक अहमदशाह के बारे में मिल सकती है नई जानकारियां 

बहरहाल, इन सिक्कों के देखने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गई थी. इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि सात पंक्तियों में चांदी के सिक्कों को सजाया गया है. इसके ठीक नीचे बाघनखनुमा अंगूठियां रखी गई हैं. 

सबसे नीचे मिश्रित धातु के बने 2 नग कड़े रखे गए हैं. यह अपने आप में बहुमूल्य धरोहर है, जिससे मुगल शासक अहमदशाह के बारे में नई जानकारियां मिल सकती हैं.

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संभल में निकली थी खाटू श्याम की प्रतिमा

बताते चलें कि इससे पहले उत्तर प्रदेश के संभल में जनवरी के अंत में खुदाई के दौरान एक मंदिर परिसर में खाटू श्याम भगवान की पत्थर की मूर्ति निकली है. इसके बाद इलाके के लोगों की भीड़ मंदिर में उमड़ पड़ी थी. बताया जा रहा है कि पाषाण पर बाबा खाटू श्याम का शीष और तीन बाण बने हैं. मंदिर के पुजारी को सपने में खाटूश्याम बाबा का शीष दिखाई दिया था. इसके बाद उन्होंने सपने में दिखाई दी जगह पर खुदाई करवाई, तो प्राचीन प्रतिमा निकली थी. 

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