ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी गया (OTA Gaya) में आयोजित 21वीं पासिंग आउट परेड में 64 कैडेट्स पास आउट हुए. इस पासिंग आउट परेड में टेक्निकल एंट्री स्कीम (TES) के कुल 62 अधिकारी शामिल रहे. जिनमें से 8 अधिकारी मित्र देशों के भी शामिल थे. इसके अलावा स्पेशल कमीशन अधिकारी के 2 कैडेट्स पास आउट हुए हैं.
टीईएस कोर्स के 45 कैडेट्स ने भी इस परेड में भाग लिया. ये सभी इंजीनियरिंग में डिग्री प्राप्त करने के लिए विभिन्न आर्मी कैडेट ट्रेनिंग विंग्स जैसे मिलिट्री कॉलेज ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियरिंग सिकंदराबाद, मिलिट्री कॉलेज ऑफ टेलीकम्युनिकेशन इंजीनियरिंग मऊ और कॉलेज ऑफ मिलट्री इंजीनियरिंग पुणे जाएंगे.
जेंटलमैन कैडेट्स ने अपने स्मार्ट टर्नआउट और सटीक सिंक्रोनाइज्ड ड्रिल मूवमेंट से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया. इस पासिंग आउट परेड में दक्षिणी कमान के कमांडिंग इन चीफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नैन समीक्षा अधिकारी के रूप में मौजूद थे.
आयुष बरगोटी स्वर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित
पासिंग आउट टेक्निकल एंट्री स्कीम कोर्स के सभी दौर में सर्वोत्तम प्रदर्शन करने वाले जेंटलमैन कैडेट आयुष बरगोटी को प्रतिष्ठित स्वर्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया. परेड को संबोधित करते हुए समीक्षा अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नैन ने जेंटलमैन कैडेट्स को उनके उत्कृष्ट ड्रिल के लिए बधाई दी.
उन्होंने भविष्य के अधिकारियों से निस्वार्थ, समर्पित और पेशेवर सेवा प्रदान कर अपने राष्ट्र और अपने संस्थान को गौरवान्वित करने का आग्रह किया. उन्होंने विद्वान योद्धा होने के महत्व पर जोर दिया. जो युद्ध के मैदान में असंख्य चुनौतियों के बावजूद अपनी श्रेष्ठ और अनुभव युद्ध कुशलता के दम पर विरोधियों को परास्त करते हैं और बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नैन ने दी बधाई
परेड देखने वाले गर्वित माता-पिता को बधाई देते हुए लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नैन ने कहा कि वे उन भाग्यशाली लोगों में से हैं जिनके बेटों को सशस्त्र बलों में सेवा करने का अवसर मिला है और जो दुनिया में सर्वश्रेष्ठ सेवाओं में से एक है.
#IndianArmy #OTAGaya #POP Lt Gen JS Nain GOC-in-C Southern Command reviewed the impressive POP of the youngest Pre-Commissioning Training Academy of India. 64 GCs got commissioned as officers on this momentous occasion including 08 officers from Friendly Foreign Countries @adgpi pic.twitter.com/PgvzEDMkru
— Army Training Command,Indian Army (@artrac_ia) June 11, 202218 जुलाई 2011 को हुई थी OTA गया की स्थापना
बता दें, ओटीए में मित्र देशों जैसे भूटान, श्रीलंका, लाओ पीडीआर और वियतनाम के जेंटलमैन कैडेट्स अपने राष्ट्रीय सेनाओं के सफल नेता बनने के लिए यहां आते हैं. अकादमी में साथी जेंटलमैन कैडेट का मिलनसार व्यवहार इन राष्ट्रों के बीच लंबे समय तक सद्भावना बनाए रखता है. गया ओटीए की स्थापना 18 जुलाई 2011 को शौर्य, ज्ञान संकल्प के आदर्श वाक्य के साथ हुई थी. वर्तमान में अकादमी टेक्निकल एंट्री स्कीम और स्पेशल कमीशन ऑफिसर कोर्स के लिए प्रशिक्षण आयोजित करती है.
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