सुप्रीम कोर्ट ने बीजेपी प्रवक्ता और वकील गौरव भाटिया के साथ नोएडा के सूरजपुर कोर्ट में हुई कथित बदसलूकी का स्वतः संज्ञान लिया है. गौरव के साथ ये घटना तब हुई जब वो अपने केस के सिलसिले में वहां पहुंचे हुए थे, और वहां वकीलों की हड़ताल चल रही थी. खबरों के मुताबिक, वकीलों ने हड़ताल का हवाला देते हुए उन्हें काम करने से रोका, लेकिन गौरव अपने केस की सुनवाई के लिए जिद करने लगे. इसी के चलते उनकी वकीलों के साथ कहासुनी हो गई.
इस घटना के संदर्भ में अब एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें दिखाई देता है कि एक व्यक्ति के साथ भीड़ में मौजूद कुछ लोग मार-पीट कर रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि ये गौरव भाटिया की वकीलों द्वारा कथित पिटाई का वीडियो है.
इस वीडियो को शेयर करते हुए एक एक्स यूजर ने लिखा, “लो आ गया विडीओ. #gauravbhatia.” ऐसे ही एक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.
आज तक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो चार साल पहले दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच हुई झड़प का है.
कैसे पता लगाई सच्चाई?
वायरल वीडियो में लोग वकीलों वाली सफेद-काली पोशाक पहने दिखाई देते हैं. पीछे दिल्ली पुलिस की दो बसें भी खड़ी दिखती हैं. जबकि गौरव भाटिया और वकीलों के बीच हुई कहासुनी वाला मामला नोएडा की एक जिला अदालत का है. इतनी बात तो यहीं साफ हो जाती है कि ये वीडियो दिल्ली की किसी अदालत में हुई मारपीट का है.
सोशल मीडिया पर कीवर्ड्स की मदद से खोजने पर वायरल वीडियो हमें नवंबर, 2019 के कई फेसबुक पोस्ट्स में मिला. यहां इसे दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में पुलिस और वकीलों के बीच हुए झगड़े से संबंधित बताया गया है.
4 मिनट 40 सेकंड लंबे इस वीडियो में वायरल वीडियो वाला हिस्सा भी देखा जा सकता है. हमें सोशल मीडिया पर इस घटना के दूसरे एंगल से शूट किये गए और भी वीडियो मिले जिनमें वायरल वीडियो में दिख रही दिल्ली पुलिस की बसें दिखाई दे रही हैं.
तीन साल पहले पुलिस और वकीलों के बीच हुई हिंसा उस वक्त काफी सुर्खियों में रही थी. हमें यूट्यूब पर इससे संबंधित कई वीडियो रिपोर्ट्स मिलीं जिनमें वायरल वीडियो से मिलते-जुलते दृश्य देखे जा सकते हैं.
दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच 2 नवंबर, 2019 को तीस हजारी कोर्ट में झड़प हो गई थी. कोर्ट परिसर के अंदर किसी वकील की पुलिस द्वारा पिटाई की घटना देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच हिंसा में बदल गई. गुस्साए वकीलों ने कई पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की जिससे कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. तब प्रदर्शनकारी वकीलों ने पुलिस की कई गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था.
विकास भदौरिया