बिहार के बाद पश्चिम बंगाल सहित कई राज्यों में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) शुरू हो चुका है. खबरें आ रही हैं कि बंगाल में इस प्रक्रिया के शुरू होते ही वहां अवैध तरीके से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिये वापस बांग्लादेश भाग रहे हैं. इसके चलते चेकपोस्ट्स पर भीड़ देखने को मिल रही है.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है जिसमें रेलवे ट्रैक से एक ट्रेन निकलते दिख रही है और बगल वाले ट्र्रैक पर मुस्लिम टोपी पहने लोगों की भारी भीड़ नजर आ रही है.
वीडियो के साथ लिखा है कि SIR की वजह से बंगाल खाली हो रहा है यानि अवैध तरीके से रह रहे लोग भाग रहे हैं.
एक इंस्टाग्राम यूजर ने वीडियो के साथ लिखा है, “बंगाल में SIR शुरू होते ही बांग्लादेश क्यों भाग रहे हैं घुसपैठिए?”.
लेकिन आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो है तो बंगाल का ही लेकिन लगभग एक साल पुराना है और इसका SIR से कोई संबंध नहीं है.
कैसे पता की सच्चाई?
वीडियो को गूगल लेंस की मदद से सर्च करने पर हमें इसका लंबा वर्जन 23 दिसंबर 2024 के एक फेसबुक पोस्ट में मिला. ये बात यहीं साफ हो गई कि वीडियो को बंगाल में चल रहे SIR से नहीं जोड़ा सकता क्योंकि ये काफी पहले से इंटरनेट पर मौजूद है. बंगाल में SIR होने की घोषणा 27 अक्टूबर को हुई थी.
इस वीडियो को अनीमेश हलदर नाम के यूजर ने शेयर किया था. उन्होंने लिखा था कि ये डाइमंड हार्बर लोकल ट्रेन है जो दक्षिण 24 परगना के मगराहट में इज्तेमा के लिए उमड़ी भीड़ के बीच से गुजर रही थी.
इज्तेमा एक तरह का सम्मेलन होता है जिसमें भारी संख्या में मुसलमान शिरकत करते हैं. इसमें इस्लाम की बुनियादी शिक्षाओं के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है.
यूट्यूब पर मगराहट के कई ऐसे वीडियो मौजूद हैं जिनमें इज्तेमा की भीड़ को रेलवे ट्रैक पर देखा जा सकता है. दिसंबर 2024 में भी ऐसे वीडियो शेयर किए गए थे.
आजतक के दक्षिण 24 परगना के संवाददाता ने हमें बताया कि रेलवे ट्रैक पर ये भीड़ इसलिए जमा होती है क्योंकि पास में ही एक मस्जिद है जहां इस इज्तेमा का आयोजन होता है. उनका कहना था कि इस सम्मेलन में बंगाल के अलावा बाहर से भी लोग आते हैं.
कुल मिलाकर, खबरों के मुताबिक, ये सच है कि बंगाल में SIR का ऐलान होने के बाद वहां से अवैध प्रवासी बांग्लादेश की ओर भाग रहे हैं लेकिन ये वीडियो उसका नहीं है.
अर्जुन डियोडिया