दुबई में हुए भारत-पाकिस्तान मैच के खत्म हो जाने के बाद खबर आई कि पंजाब के संगरूर के एक कॉलेज में यूपी-बिहार के छात्रों ने कुछ कश्मीरी छात्रों की कथित रूप से पिटाई कर दी. कश्मीरी छात्रों पर आरोप था कि ये लोग क्रिकेट मैच में पाकिस्तान का समर्थन कर रहे थे और 'आजादी' के नारे लगा रहे थे. पुलिस का कहना है कि कॉलेज में तकरीबन 90 कश्मीरी छात्र पढ़ते हैं.
अब इसी मामले को लेकर सोशल मीडिया पर एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रही है. पोस्ट में एक लड़के की तस्वीर है जिसकी एक आंख पर गहरी चोट लगी दिख रही है. पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि यह लड़का भी उन्हीं 90 कश्मीरी छात्रों में से एक है जिनकी पाकिस्तान की जीत पर खुशी मनाने को लेकर पिटाई की गई है.
फेसबुक और ट्विटर पर यह तस्वीर हजारों में शेयर हो चुकी है. यूजर्स इस लड़के को देशद्रोही बताते हुए "पिटाई किए जाने पर" खुशी जाहिर कर रहे हैं. एक पोस्ट के कैप्शन में लिखा है, "पाकिस्तान की जीत पर खुशी मनाने पर लतियाये जाने वाले 90 छात्रों में से एक छात्र की दुर्लभ तस्वीर.." वायरल ट्वीट का आर्काइव यहां देखा जा सकता है.
क्या है सच्चाई?
इंडिया टुडे ने अपनी जांच में पाया कि वायरल पोस्ट में किया जा रहा दावा भ्रामक है. इस फोटो का भारत-पाकिस्तान मैच से कोई लेना-देना नहीं है. यह तस्वीर 2016 की है और जमशेदपुर के रहने वाले राहुल कुमार नाम के एक लड़के की है. फरवरी 2016 में राहुल का एक्सीडेंट हो गया था और इसी बात का जिक्र करते हुए उन्होंने इस तस्वीर को फेसबुक पर शेयर किया था.
कैसे की पड़ताल?
इस फोटो को रिवर्स सर्च करने पर हमें कोई खास जानकारी नहीं मिली. तस्वीर का इस्तेमाल करते हुए की गईं सैकड़ों पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं. सच्चाई का पता लगाने के लिए हमने इन पोस्ट पर किए जा रहे कमेंट्स देखे. सामने आया कि जांगिड़ बद्री नाम के एक व्यक्ति ने ऐसी ही एक पोस्ट पर कमेंट किया था कि पोस्ट फेक है और तस्वीर में दिख रहा लड़का उनका दोस्त राहुल है.
बद्री की फेसबुक प्रोफाइल पर मौजूद नंबर के जरिए हमने उनसे संपर्क किया. बद्री ने हमें बताया कि यह तस्वीर उनके एक फेसबुक फ्रेंड राहुल कुमार की है जो मौज-मस्ती में की गई एक पोस्ट की वजह से गलत दावे के साथ वायरल हो गई है.
मौज मस्ती में की गई पोस्ट शिवप्रसाद नाम के एक दूसरे फेसबुक यूजर ने शेयर की थी. बद्री की मदद से हमारी बात शिवप्रसाद से भी हुई. शिवप्रसाद का कहना था कि तस्वीर वाले लड़के को वो फेसबुक पर कई सालों से जानते हैं. शिवप्रसाद के मुताबिक, राहुल कुमार की ये फोटो उन्होंने एक मीम बनाकर हाल ही में पोस्ट की थी. यहीं से किसी ने यह फोटो उठा ली और पिटाई वाले दावे के साथ वायरल कर दी. बद्री, राहुल कुमार और शिवप्रसाद आपस में फेसबुक फ्रेंड हैं.
यह फोटो फेसबुक पर सबसे पहले फरवरी 2016 में आई थी जब राहुल कुमार ने ही कुछ अन्य फोटो सहित इसे शेयर किया था. राहुल ने लिखा था कि उनका एक्सीडेंट हो गया है.
इस बारे में हमने राहुल से भी संपर्क किया. उन्होंने भी इस बात की पुष्टि कर दी कि यह तस्वीर उन्हीं की है और अब गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर हो रही है. उनके साथ कोई मार पीट नहीं हुई है. राहुल की उम्र 25 साल है और वो झारखंड के जमशेदपुर में रहते हैं.
यहां हमारी पड़ताल में स्पष्ट हो जाता है कि चोटिल लड़के की इस तस्वीर का भारत-पाकिस्तान मैच से कोई लेना-देना नहीं है. मैच की आड़ लेकर शरारती तत्वों ने तस्वीर को गलत जानकारी के साथ शेयर कर दिया है.
अर्जुन डियोडिया