फैक्ट चेक: इस नुस्खे से कैंसर खत्म होने का दावा है फर्जी

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि रूस के एक वैज्ञानिक ने कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए घरेलू नुस्ख़ा तैयार किया है. जानिए आखिर क्या है वायरल पोस्ट की सच्चाई.

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आजतक फैक्ट चेक

दावा
इस दवा के तीन दाने खाने से 72 घंटे में कैंसर जड़ से हो जाएगा खत्म
सच्चाई
इस घरेलू नुस्खे के सही होने का कोई प्रमाण नहीं है.

अमनप्रीत कौर

  • नई दिल्ली,
  • 25 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 2:46 PM IST

सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है. जिसमें दावा किया जा रहा है कि रूस के एक वैज्ञानिक ने कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए घरेलू नुस्ख़ा तैयार किया है. दावे के मुताबिक नुस्ख़े से सिर्फ तीन दाने खाने से ही 72 घंटे में कैंसर जड़ से खत्म हो जाता है.

इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पड़ताल में पाया कि वायरल हो रहे वीडियो में किया जा रहा दावा गलत है. वीडियो में बताए गए नुस्खे से कैंसर का इलाज संभव है, इसका कोई प्रमाण नहीं है. पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहां देखा जा सकता है.

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यूट्यूब चैनल "Health Tips for You" ने तीन मिनट 18 सेकंड का यह वीडियो अपलोड करते हुए इसके टाइटल में लिखा: "3 दाने खाने से 72 घंटे में हो जाता है लास्ट स्टेज कैंसर भी जड़ से खत्म".

इस वीडियो में शहद, अंकुरित अनाज, लहसुन, अखरोट और नींबू से मिश्रण बनाने का तरीका बताया गया है. दावा किया गया है कि यह नुस्खा रूस के मशहूर वैज्ञानिक ने तैयार किया है और रोजाना इसका सेवन करने से कैंसर का इलाज किया जा सकता है.

खबर लिखे जाने तक इस वीडियो को दो लाख से ज्यादा लोग देख चुके थे. यह वीडियो फेसबुक पर भी काफी शेयर किया जा रहा है.

वीडियो में किए गए दावे की पड़ताल करने के लिए हमने पहले इसे ध्यान से सुना तो पाया कि वीडियो में मशहूर रूसी वैज्ञानिक का जिक्र तो किया गया है, लेकिन कहीं भी वैज्ञानिक का नाम नहीं लिया गया है. वीडियो में बताया गया इलाज कितना कारगार है, यह जानने के लिए हमने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) के कैंसर विभाग में वैज्ञानिक डॉ. सचिन कुमार से बात की.

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डॉ. सचिन ने बताया कि वीडियो में किया गया दावा गलत है, इस तरह के घरेलू नुस्खे से कैंसर के ठीक होने के कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं हैं. उन्होंने बताया कि हर ड्रग का चार फेज में क्लिनिकल ट्रायल होता है. फेज 1 में नेचुरल या सिन्थेटिक जो भी कंपाउंड हो उसकी टॉक्सिसिटी व सेफ्टी स्टडी की जाती है. फेज 1 में पास होने के बाद ही अगले फेज की स्टडी होती है. इस वीडियो में जिन चीजों का सेवन करने को कहा गया है, यह वैसे भी हमारी डायट में शामिल होते ही हैं, हालांकि इनसे कैंसर का इलाज संभव है या नहीं इसका कोई प्रमाण नहीं है.

हमने इस वीडियो को अपलोड करने वाले चैनल से इस दावे से संबंधित मेडिकल रिपोर्ट की जानकारी मांगी, लेकिन खबर लिखे जाने तक हमें कोई जवाब नहीं मिला. जवाब मिलने पर इस खबर को अपडेट कर दिया जाएगा.

ऐसे किया जाता है कैंसर का इलाज

कैंसर की पहचान होने के बाद मुख्य रूप से इसका इलाज तीन तरह से किया जाता है- सर्जरी, रेडिएशन थैरेपी और कीमोथैरेपी. इसके अलावा कुछ केसेस में बोन मैरो ट्रांसप्लांट के जरिए भी इलाज किया जाता है.

पड़ताल में साफ हुआ कि वायरल वीडियो में बताए गए कैंसर के इलाज के सही होने का कोई प्रमाण नहीं है.

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