आमिर खान ने जबसे अनाउंस किया था कि वो 'सितारे जमीं पर' से कमबैक करने वाले हैं, तभी से जनता ये देखने का इंतजार कर रही थी कि वो अब क्या नया शाहकार लेकर आने वाले हैं. ये इंतजार अब पूरा हो गया है. 'सितारे जमीन पर' का ट्रेलर आ चुका है. मंगलवार देर शाम आमिर खान प्रोडक्शन्स ने जैसे ही नई फिल्म का ट्रेलर शेयर किया, जनता ने इसकी तारीफ शुरू कर दी.
'सितारे जमीन पर' में लोग कितना इंटरेस्ट ले रहे हैं इसका सबूत ये है कि 12 घंटे से भी कम समय में, यूट्यूब पर इस ट्रेलर वीडियो को 10 मिलियन से ज्यादा व्यूज मिल चुके हैं. जनता का रिएक्शन इस ट्रेलर पर बहुत पॉजिटिव है मगर ये सिर्फ इस वजह से नहीं है कि फिल्म आमिर की है. 'सितारे जमीन पर' का ट्रेलर वाकई में कई ऐसी चीजें लेकर आया है जो बहुत दमदार हैं. आइए बताते हैं क्या हैं ये चीजें...
क्लासिक अंडरडॉग कहानी
'सितारे जमीन पर' एक स्पेनिश फिल्म 'चैंपियन्स' (2018) का ऑफिशियल हिंदी रीमेक है. फिल्म में एक बास्केटबॉल टीम की कहानी है जिसके खिलाड़ियों की बौद्धिक क्षमताएं बाकी लोगों से अलग हैं. ये असल में एक रियल टीम की कहानी है जिसने स्पेन में 12 बास्केटबॉल चैंपियनशिप जीती थीं. कोर्ट ने शराब पीकर ड्राइव करने के दोषी एक बास्केटबॉल कोच को सजा के रूप में कम्युनिटी सर्विस का आदेश दिया था, जिसने इस खास बास्केटबॉल टीम को ट्रेनिंग दी थी. 'सितारे जमीन पर' में इसी कहानी को भारतीय रंग दिया गया है.
सिनेमा के पर्दे पर ऐसी कहानियां दर्शकों को बहुत अपील करती हैं जिसमें कम आंके जाने वाले किरदार कोई बड़ा कमाल करते हैं. ऐसे में ऑटिज्म और डाउन सिंड्रोम जैसी विकलांगता के साथ जिंदगी जीने वाले किरदारों की कहानी, चुनौतियों से उबर कर सरप्राइज करने वाले अंडरडॉग किरदारों की परफेक्ट कहानी है. इसी कहानी की झलक 'सितारे जमीन पर' के ट्रेलर को बहुत दमदार बना रही है.
दूसरों की चुनौतियों को ना समझने वाला अबोध कोच
'सितारे जमीन पर' में आमिर एक बास्केटबॉल कोच का रोल निभा रहे हैं. ट्रेलर उनके किरदार से ही शुरू होता है और आप देखते हैं कि ये आदमी जबरदस्त असंवेदनशील और आत्म-केन्द्रित है. लाइफ को लेकर उसका रवैया बेतरतीब है. ट्रेलर में एक किरदार, कोच बने आमिर को कह भी रहा है- 'सर आप कोच बहुत अच्छे हैं, लेकिन आदमी सुअर हैं.' यानी डिफरेंटली एबल्ड लोगों की बास्केटबॉल टीम का कोच बनना इस किरदार के लिए भी एक जिंदगी बदल देने वाला अनुभव होने वाला है.
फिल्म में ये किरदार उन लोगों को रिप्रेजेंट कर रहा है जिनके लिए 'नॉर्मल' की परिभाषा बस वही लाइफ है जो वो खुद जी रहे हैं. ऐसे लोग जो अपने से अलग क्षमता वाले लोगों के प्रति कोई सेंसिटिविटी रखते हैं. ऐसे लीडिंग किरदार का सेंसिटिव होने का सफर 'सितारे जमीन पर' देख रही जनता को भी अपने साथ-साथ डिफरेंटली एबल्ड लोगों के प्रति संवेदनशीलता सिखाएगा.
ड्रामा नहीं, कॉमेडी के जरिए मैसेज
'सितारे जमीन पर' के ट्रेलर में जितनी कहानी समझ आ रही है, उसमें डायरेक्टर आर. एस. प्रसन्ना का ट्रीटमेंट इम्प्रेस करने वाला है. ये फिल्म आमिर की ही 2007 में आई फिल्म 'तारे जमीन पर' का स्पिरिचुअल-सीक्वल है. यानी आईडिया के लेवल पर नई फिल्म भी पुरानी की ही तरह है. ये आईडिया है- अलग बौद्धिक क्षमता वाले लोगों के प्रति लोगों की असंवेदनशीलता. आमिर ने 'तारे जमीन पर' खुद डायरेक्ट की थी और उन्होंने फिल्म की कहानी को इमोशनल ड्रामा के जरिए ट्रीट किया था.
जबकि इस बार फिल्म डायरेक्ट कर रहे प्रसन्ना ने मैसेज डिलीवर करने के लिए कॉमेडी को अपना माध्यम बनाया है. और कॉमेडी, तगड़ा सोशल मैसेज डिलीवर करने के लिए बहुत जबरदस्त माध्यम है क्योंकि लाइट मोमेंट्स के जरिए ऑडियंस लगातार कहानी से जुड़ी रहती है.
लेक्चर से आमिर की दूरी
आमिर खान की सोशल मैसेज देने वाली फिल्मों का प्रभाव ऐसा है कि उन्हें फिल्म में देखते ही लगने लगता है कि अब उनका किरदार जिंदगी का कोई नया ज्ञान देने लगेगा. उनके अधिकतर पॉपुलर किरदार ऐसे रहे हैं जो सामाजिक विसंगतियों को उघाड़ने और उन्हें सुधारने का काम करते हैं. आमिर इस तरह के नेक दिल किरदारों में जमते भी बहुत हैं और पॉपुलर भी खूब रहे हैं. मगर उनकी फिल्मों में ये चीज काफी ज्यादा बार दोहराई जा चुकी है. इसलिए 'सितारे जमीन पर' के ट्रेलर में ये एक रिफ्रेशिंग चीज है कि आमिर का लीड किरदार तमाम आम लोगों की तरह कमियों से भरा हुआ है.
ऑथेंटिसिटी का जादू
'सितारे जमीन पर' में आमिर की बास्केटबॉल टीम का हिस्सा बने स्पेशली एबल्ड खिलाड़ी, फिल्म एक्टर्स नहीं हैं. फिल्म से जुड़ी रिपोर्ट्स में बताया गया था कि आमिर ने पूरे देश से कई स्पेशली-एबल्ड लोगों को इस फिल्म के लिए कास्ट किया है. उन्हें एक्टिंग के लिए ट्रेनिंग भी दी गई. फिल्म के ट्रेलर में इन कलाकारों का काम बहुत इम्प्रेस कर रहा है. चूंकि वे खुद स्पेशली एबल्ड हैं तो उनके काम में किसी किस्म का बनावटीपन नहीं है. इस ऑथेंटिसिटी की वजह से ही ये किरदार ट्रेलर में तुरंत ही आपकी अटेंशन पकड़ लेते हैं. यहां देखें 'सितारे जमीन पर' का ट्रेलर:
'सितारे जमीन पर' दमदार एंटरटेनमेंट के साथ महत्वपूर्ण मैसेज देने वाली एक मजेदार फिल्म नजर आ रही है. ट्रेलर की बाकी सारी चीजों के साथ, इसमें चल रहा गाना भी मजेदार लग रहा है और म्यूजिक कंपोजर तिकड़ी शंकर एहसान लॉय का जादू गाने में फील हो रहा है.
पिछले कुछ समय से एक्शन और ड्रामा से भरी मसाला फिल्मों के ओवरडोज के बीच 'सितारे जमीन पर' एक बहुत फ्रेश फिल्म लग रही है. पहली झलक से तो ऐसा लग रहा है कि आमिर एक बार फिर से थिएटर्स भर देने वाली फिल्म लेकर आ रहे हैं. 'सितारे जमीन पर' का जादू जनता पर कितना असर करता है, ये देखने के लिए 20 जून का इंतजार अब और बेसब्री से किया जाएगा.
सुबोध मिश्रा