एक्टर सिद्धांत चतुर्वेदी अपनी अगली फिल्म 'युध्रा' की रिलीज के लिए तैयार हैं. 'गली बॉय' में अपनी डेब्यू परफॉरमेंस के लिए खूब तारीफ पाने वाले सिद्धांत चतुर्वेदी की आखिरी रिलीज 'खो गए हम कहां' थी, जिसमें उनके किरदार को बहुत पसंद किया गया.
हाल ही में सिद्धांत का एक पुराना कमेंट फिर से चर्चा में आ गया, जिसे लेकर पहले काफी विवाद हो चुका है. अनन्या पांडे के नए शो 'कॉल मी बे' में इस कमेंट को एक मजाक के तौर पर इस्तेमाल किया गया है. 'युध्रा' के प्रमोशन में जुटे सिद्धांत चतुर्वेदी ने अब अनन्या पांडे पर किए गए अपने कमेंट को लेकर बात की है. उन्होंने बताया कि' इस कमेंटके पीछे उनका इरादा क्या था.
'लोग मुझे घमंडी समझने लगे हैं'
इंडिया टुडे के साथ एक बातचीत में सिद्धांत ने बताया, 'लोग मुझे घमंडी समझने लगे हैं, खासकर उस स्टेटमेंट के बाद जो एक्टर्स राउंडटेबल पर मैंने अनन्या पांडे को लेकर दिया था. ईमानदारी से कहूं तो ये एरोगेंस नहीं, बस कॉन्फिडेंस है. मुझे लगता है कि अगर आप अपने लिए नहीं बोलते तो इस इंडस्ट्री में सर्वाइव कर पाना मुश्किल है.'
सिद्धार्थ बताते हैं कि अगर किसी को अपनी खुद की वैल्यू नहीं पता तो वक्त-वक्त पर इस इंडस्ट्री में लोग उसपर बहुत दबाव बनाते रहते हैं. उन्होंने कहा, 'कभी-कभी अपनी रीढ़ मजबूत रखना बहुत जरूरी हो जाता है और कुछ लोगों को ये लग सकता है कि मैं दूसरों को छोटा दिखा रहा हूं या ओवर-कॉन्फिडेंट हूं लेकिन यही वो फ्यूल है जो जीवन में मुझे चलाता है.'
अपनी इमेज को लेकर बनी गलतफहमियों को दूर करते हुए सिद्धांत ने कहा कि वो बहुत मजबूत फैमिली बैकग्राउंड से नहीं आते और अभी भी परिवार के साथ ही रहते हैं. उन्हें जितना भी प्यार मिला उसपर उन्हें बहुत गर्व है लेकिन कभी-कभी वो कहना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है, जो महसूस हो रहा होता है.
काम से ज्यादा पी.आर. का शोर
सिद्धांत ने हॉलीवुड फिल्म का उदाहरण देते हुए कहा, 'आप सबकुछ अपने अंदर नहीं रख सकते क्योंकि कई पावर फोर्स हैं जो आपके दिमाग के साथ खेल रही होती हैं. 'डार्क नाईट' की तरह आप उस चैम्बर से बाहर आकर, सहारा देने वाली रस्सी को काटे बिना कामयाब नहीं हो सकते. मैं भी वो रस्सी काटकर गड्ढे से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा हूं. मैं अभी भी उसी गड्ढे में हूं और मुझे रौशनी दिखाई दे रही हैऔर मुझे फील हो रहा है कि ऐसा करने से मैं रौशनी के थोड़ा और करीब पहुंच जाऊंगा.'
इंडस्ट्री के काम करने के तरीकों पर अपने काम को लेकर सिद्धांत ने कहा, 'बहुत सारी मार्किट फोर्सेस काम कर रही हैं. इतना पी. आर. हो रहा है कि मुझे भी समझ आ रहा है. अगर आप दमदार किरदार निभाते हैं तब भी किसी और का पी.आर. आपसे बेहतर होगा. आजकल चल रहा ये पी.आर. गेम ही बॉलीवुड को नुकसान पहुंचा रहा है.'
सिद्धांत का मानना है कि बहुत सारी जगह दिखकर और पी.आर. से लोग परसेप्शन बना रहे हैं जिसमें कोई वजन नहीं होता. इसमें कोई क्रेडिबिलिटी नहीं है और इसीलिए वो ऐसा काम नहीं करना चाहते.
सिद्धांत ने कहा कि वो अपने काम से 'विश्वास और कमाई' दोनों लाना चाहते हैं. अपनी बात खत्म करते हुए वो कहते हैं, 'ये एक ऐसी चीज है जो बहुत मुश्किल है, लेकिन मैं कोशिश कर रहा हूं. मैं बहुत महत्वाकांक्षी हूं.'
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