शाहिद कपूर और कृति सेनन की फिल्म 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' एक बहुत अनोखी और मजेदार कहानी लेकर आ रही है. आर्यन (शाहिद) को लड़की जैसी दिख रही एक रोबोट सिफरा (SIFRA- सुपर इंटेलिजेंट फीमेल रोबोट ऑटोमेशन) से प्यार हने लगता है. वो उसे अपने घरवालों से भी मिलवाता है, जो खुद सिफरा के फैन हो जाते हैं. मगर सिफर का रोबोट होना, आर्यन की रियलिटी में क्या कुछ ट्विस्ट लेकर आएगा, इसी की कहानी है 'तेरी बातो में ऐसा उलझा जिया'.
एक इंसान और रोबोट के बीच लव स्टोरी या गहरी इमोशनल बॉन्डिंग की कहानी पहली बार नहीं आ रही. बहुत पहले से हॉलीवुड से लेकर इंडियन सिनेमा तक में मशीनों के साथ इंसान के इमोशनल रिलेशनशिप की कहानी एक्सप्लोर की जाती रही है.
हालांकि, अबतक ऐसी अधिकतर कहानियों का टोन सीरियस रहा है. मगर 'तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया' इस कहानी को इमोशनल मगर कॉमिक अंदाज में पर्दे पर लेकर आ रही है. आइए बताते हैं इससे पहले आई ओ फिल्में जो मनुष्य और मशीन के बीच गहरे इमोशनल रिश्ते या रोमांस को बेहतरीन तरीके से एक्सप्लोर करती हैं...
1. फुंतरू
मराठी सिनेमा से आई डायरेक्टर सुजय दहके की फिल्म 'फुंतरू', बहुत कामयाब तो नहीं रही मगर इसकी एक्सपरिमेंट भरी कहानी बहुत पसंद की गई थी. एक टेक जीनियस स्टूडेंट अपनी गर्लफ्रेंड से अलग होना बर्दाश्त नहीं कर पाता और बिल्कुल उसी के जैसा दिखने वाला एक रोबोट बनाता है मगर दिक्कत तब होती है जब ये खूबसूरत रोबोट, नेगेटिव शेड्स वाला बर्ताव करने लगता है. इस प्रेम कहानी का ये पेंच ही फिल्म का सारा कनफ्लिक्ट है.
2. डीमन सीड (Demon seed)
एक साइंटिस्ट ने दुनिया का सबसे एडवांस आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस प्रोग्राम 'प्रोटियस' बना लिहा है, जो शुरू होने के कुछ दिन में ही ल्यूकीमिया का इलाज खोज लेता है. उसे और परफेक्ट बनाने के लिए साइंटिस्ट चाहता है कि उसे मानवता का पूरा ज्ञान भी सीखना चाहिए.
इसके बाद प्रोटियस सबकुछ अपनी मर्जी से करने लगता है और साइंटिस्ट के साथियों समेत बाकी लोग भी उससे नफरत करने लगते हैं. अब उसे हार्डवेयर से निकलकर एक बिल्कुल इंसानी शरीर में आना है ताकि इंसान उसे स्वीकार कर लें. प्रोटियस अब चाहता है कि, साइंटिस्ट की पत्नी सुजैन को आर्टिफिशियल स्पर्म से प्रेग्नेंट कर सके, ताकि वो जिस इंसानी शरीर को जन्म दे, उसे इन्सान स्वीकार कर लें.
3. एंड्रॉयड कुंजप्पन (Android kunjappan)
2019 में आई इस मलयालम फिल्म को क्रिटिक्स से लेकर आम जनता तक ने खूब पसंद किया था. इस कहानी में एक पिता के अड़ियल स्वभाव से परेशान एक लड़का विदेश में नौकरी करने लगता है. लेकिन पिता की केयर न कर पाने के गिल्ट में वो उन्हें एक रोबोट लाकर देता है, जो उनका ध्यान रखे. ये पिता अब रोबोट को ही अपना बेटा मानने लगता है. लेकिन पिता को परेशानी में सोचकर लड़का भी घर लौट आता है और साथ रहने लगता है.
एक दिन न्यूज में आता है कि एक सर्वेंट रोबोट ने अपने ही बूढ़े मालिक की हत्या कर दी. इसके बाद लड़के को पिता की चिंता होती है और वो उन्हें रोबोट को छोड़ देने के लिए कहता है. अब क्या ये बूढ़ा आदमी उस रोबोट से अलग हो पाएगा जिसे वो बेटे की गैरहाजरी में अपना बेटा मानने लगा है? बहुत इमोशनल कहानी के साथ आई इस फिल्म ने लोगों को थिएटर्स में रुला दिया था.
4. ए. आई.- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI: Artificial Intelligence)
हॉलीवुड के जीनियस डायरेक्टर स्टीवन स्पीलबर्ग की ये फिल्म रोबोट्स और प्यार के इमोशन को एक बिल्कुल नए तरीके से लेकर आई थी. 'AI' एक ऐसी पृथ्वी की कहानी है जहां ग्लेशियर पिघल चुके हैं और एक इलाके में सिमट चुके इंसान तकनीक के मामले में एडवांस होते जा रहे हैं. उन्होंने अपने सारे काम करने के लिए एक रोबोट बनाया है. ऐसा ही एक रोबोट, डेविड एक आर्टिफिशियल बच्चा है जिसमें रियल फीलिंग्स हैं.
अपनी 'मां', मोनिका को वो बेहद प्यार करता है, जबकि मोनिका का रियल बेटा एक भयानक बीमारी से जूझ रहा है. डेविड, मोनिका और- उसके पति के साथ बहुत खुश होकर रहता है लेकिन जब उनका रियल बेटा ठीक होकर लौट आता है, तब कहानी में बड़ा ट्विस्ट आता है!
5. हर (Her)
तलाक से गुजर रहा एक आदमी, एक नई डिवाइस ले आता है, जिसमें दुनिया का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट ऑपरेटिंग सिस्टम है. इस प्रोडक्ट का ऐड कहता है 'केवल ऑपरेटिंग सिस्टम नहीं, एक कॉन्शसनेस'. इस आदमी को ऑपरेटिंग सिस्टम की आवाज, समांथा से प्यार होने लगता है. समांथा इस आदमी की ऐसी चीजों में मदद करती है जो कोई और नहीं कर सकता. लेकिन एक ऑपरेटिंग सिस्टम के प्यार में पड़े आदमी को उसके अंदर के कनफ्लिक्ट सुलझाने में समांथा क्या कर सकती है?! रोबोट वाली लव स्टोरीज में इस हॉलीवुड फिल्म को कल्ट माना जाता है.
6. रोबोट (तमिल ऑरिजिनल टाइटल- एंथिरन)
हिंदी में 'रोबोट' और तमिल में 'एंथिरन' टाइटल से आई रजनीकांत की इस फिल्म में एक साइंटिस्ट की कहानी है, जो दुनिया की मदद करने वाला एक रोबोट बनाता है, जिसका नाम है- चिट्टी. लेकिन इंसान के बिहेवियर और इमोशंस को समझने में पक्का हो चुका ये रोबोट अपनी मर्जी से चीजें करने लगता है. और आगे चलकर साइंटिस्ट की गर्लफ्रेंड से ही प्यार करने लगता है. इंसानों जैसा बनने चला ये रोबोट इंसानों के लिए ही घातक हो जाता है. रजनीकांत की ये फिल्म भारत की सबसे कमाऊ फिल्मों में आती है.
सुबोध मिश्रा