फिल्म 'सैयारा' की सफलता ने फिल्म निर्माताओं पर एक लहर पैदा की है, जिसके चलते वे अपने प्रोजेक्ट्स के एक्टर्स, खासकर नए चेहरों को, फिल्म रिलीज से पहले इंटरव्यू देने से रोक रहे हैं. पिछले हफ्ते रिलीज हुई 'निशानची' के प्रमोशन का पूरा बोझ भी निर्देशक अनुराग कश्यप ने अपने कंधों पर उठाया. इंडिया टुडे/आजतक के साथ एक खास बातचीत में, फिल्म निर्माता ने खुलासा किया कि क्या अहान पांडे और अनीत पड्डा की सफलता के कारण उन्होंने भी अपने एक्टर्स को फिल्म सिनेमाघरों में आने से पहले पर्दे के पीछे रखा.
अनुराग कश्यप ने एक्टर्स को क्यों रखा दूर?
इसे लेकर अनुराग कश्यप ने कहा, 'नहीं, बात ऐसी नहीं है.' उन्होंने इस धारणा को तुरंत खारिज कर दिया. उन्होंने आगे कहा, 'नए कलाकारों पर बहुत ज्यादा दबाव होता है. और मुझे लगता है कि उनकी आलोचना उनकी परफॉरमेंस के आधार पर होनी चाहिए. उनकी परफॉरमेंस देखने के बाद, आपके पास सही सवाल होंगे. उनके पास सही जवाब होंगे.'
निर्देशक का मानना है कि मान्यताएं सार्वजनिक चर्चा को प्रभावित करती हैं. खासकर तब जब एक नया कलाकार खुद को साबित करने का मौका नहीं पाता. उन्होंने कहा, 'इसके अलावा सब कुछ मान्यताओं पर आधारित होता है. मुझे नहीं लगता कि जब तक आप उनकी परफॉरमेंस नहीं देख लेते, वे आपके सवालों का जवाब देने के लिए पर्याप्त रूप से तैयार होते हैं. क्योंकि लोग क्या सवाल पूछेंगे- 'आपको यह रोल कैसे मिला? प्रक्रिया कैसी थी?' ये मानक सवाल हैं, और ये कभी नहीं बदलेंगे, न ही इनका कोई प्रभाव पड़ेगा.'
अनुराग से पूछा गया कि क्या ऐश्वर्य ठाकरे के राजनैतिक बैकग्राउंड या नेपोटिज्म को लेकर बातें बन रही हैं. इसपर अनुराग कश्यप ने तुरंत कहा, 'जब आप उनका काम देखेंगे, तो ऐसा नहीं होगा. जो कोई भी राजनीति की बुनियादी जानकारी रखता है, जब आप उनकी परफॉरमेंस देखेंगे, तो वह सवाल गायब हो जाएगा.' उन्होंने अपने लीड एक्टर की परफॉरमेंस की तारीफ करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. यहां तक कि इसे 'पिछले दो-तीन दशकों में किसी एक्टर का सबसे बेहतरीन डेब्यू' भी बता दिया. कश्यप ने कहा, 'जब आप वह परफॉरमेंस देखेंगे, तो आप यह सवाल नहीं पूछेंगे, क्योंकि इसका नेपोटिज्म से कोई लेना-देना नहीं है.'
ऐश्वर्य के परिवार के सामने रखी थी शर्त
अनुराग कश्यप ने यह भी खुलासा किया कि उनके साथ काम करने वाले किसी भी कलाकार के लिए उनकी एक अनोखी शर्त होती है. डायरेक्टर ने कहा, 'मेरी पहली शर्त यह है कि मैं उनके परिवार से मिलता हूं और उनसे दूर रहने के लिए कहता हूं. अपने बच्चे को मुझे सौंप दें, और उन्हें दूर रहना होगा.' उन्होंने ये भी बताया कि ऐश्वर्य ने इस फिल्म के लिए चार साल समर्पित किए थे. उनका परिवार इस बलिदान के लिए खुशी-खुशी तैयार था.
अनुराग कश्यप ने मुस्कुराते हुए बताया कि शूटिंग से छह महीने पहले ही उन्होंने ऐश्वर्य को बताया कि वह बबलू और डबलू दोनों किरदार निभाएंगे. उन्होंने समझाया, 'मैं दो अलग-अलग एक्टर्स को कास्ट करने के लिए तैयार था, क्योंकि मैं चाहता था कि फिल्म सही बने. लेकिन मैं उनकी अभिनय क्षमता भी देखना चाहता था. वह कितनी मेहनत कर सकते हैं और कितना आगे जा सकते हैं. क्या वह दो अलग-अलग किरदार निभा पाएंगे? मैंने उनसे यूं ही पूछा, क्योंकि मैंने कई अभिनेताओं को दोहरे किरदार निभाते देखा है. लेकिन वे एक जैसे दिखते हैं, एक जैसा परफॉर्म करते हैं. उनमें रत्ती भर भी अंतर नहीं होता. मैं वह दृष्टिकोण नहीं चाहता था. लेकिन जब मैंने देखा कि उनमें वह क्षमता है, तो मैंने आगे बढ़ने का फैसला किया.' फिल्म 'निशानची', सिनेमाघरों में चल रही है. मजबूत परफॉरमेंस के बावजूद इसने बॉक्स ऑफिस पर कोई खास हलचल नहीं मचाई.
सना फरज़ीन