कुशीनगर में जहां एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोटबंदी के खिलाफ एकजुट विपक्ष के भारत बंद पर निशाना साधा, तो वहीं विपक्ष ने पीएम से उनकी रैली में लगे सफेद धन का हिसाब मांग है. प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने मांग की है कि अब बीजेपी और प्रधानमंत्री ये बताएं कि उनकी कुशीनगर की रैली में कितना पैसा लगा और वो पैसा कहां से आया.
रैली में लगे सफेद धन का हिसाब दें पीएम: कांग्रेस
कांग्रेस के प्रवक्ता और प्रदेश के नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने पूछा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने काले धन पर लगाम लगाने की बात की है, तो पीएम ये भी बताएं कि उनकी रैलियों के पैसे जो कि सफेद धन है उसका स्रोत क्या है. क्या तमाम लोगों को पीएम की रैली के लिए चेक से पेमेंट किए गए हैं. रैली के इंतजाम में जो खर्च हुए हैं, वो पैसे किसने दिए और कुल खर्च कितना हुआ है, उन्हें जनता को इसका हिसाब देना चाहिए.
28 नवंबर को होगा भारत बंद
गौरतलब है कि रविवार को पीएम मोदी ने कुशीनगर की अपनी परिवर्तन रैली में भारत बंद को लेकर पूरे विपक्ष पर निशाना साधा और कहा जब वो काला धन बंद करने में जुटे हैं, तो लोग भारतबंद कर रहे हैं. प्रधानमंत्री के इस हमले से विपक्ष तिलमिलाया हुआ है. कांग्रेस ने कहा कि भारतबंद तो होगा, प्रदेश के बड़े नेता 28 नवंबर को लखनऊ में इसकी अगुआई करेंगे, लेकिन चक्काजाम करने की बजाए ये बंद धरना-प्रदर्शन की शक्ल में होगा.
2017 में पीएम को जनता देगी जवाब: सपा
समाजवादी पार्टी ने भी पीएम मोदी के कुशीनगर भाषण की आलोचना की और कहा है कि अब जनता उन्हें 2017 में बैलेट से जवाब देगी. पार्टी प्रवक्ता मोहम्मद शाहिद ने कहा कि समाजवादी पार्टी भी भारतबंद का समर्थन कर रही है, लेकिन पार्टी का फिलहाल रेल और सड़क बंद करने का उनका कोई इरादा नहीं है. उन्होंने कहा कि बंद का सड़कों पर असर जरूर दिखेगा.
फ्लॉप रही पीएम की कुशीनगर रैली: मायावती
बसपा प्रमुख मायावती ने पीएम की रैली को फ्लॉप रैली बताया और कहा कि विपक्ष 90 फीसदी लोगों के दर्द को समझता है. उन्होंने कहा कि विपक्ष काले धन के खात्मे का विरोध नहीं कर रहा है. मायावती ने पीएम हमला करते हुए कहा कि सिर्फ संत कबीर और बुद्ध का नाम लेने से सफलता नहीं मिलती, बल्कि उनके दिखाए रास्ते पर चलना पड़ता है. पूर्वांचल के लोगों पर प्रधानमंत्री के भाषण का कोई असर नहीं पड़ेगा.
कुमार अभिषेक / सुरभि गुप्ता