उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) होने हैं. उससे पहले यूपी चुनाव को लेकर आजतक एक बड़ी 'चुनावी महाबैठक' हुई, जिसमें योगी सरकार के जल शक्ति मंत्री डॉ. महेंद्र सिंह ने हर सवाल का बेबाकी से जवाब दिया. दिल्ली के सिंचाई विभाग की जमीन से रोहिंग्या को हटाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यूपी की जमीन पर एक भी रोहिंग्या को रहने नहीं दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि रोहिंग्या हमारी जमीन पर नहीं रह सकते हैं. वो चाहे तो केजरीवाल के पास चले जाएं. यूपी की जमीन पर अवैध कब्जा नहीं होने दिया जाएगा. हमारा पहले से यही स्टैंड है और सीएम योगी ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं. यूपी में सिंचाई विभाग की करीब 40 हजार हेक्टेयर जमीन अवैध कब्जे में थी. पिछली सरकारों ने उन्हें संरक्षण दिया. हमारे टाइम में कोई रोहिंग्या नहीं आया है. ये लोग पिछली सरकार के दौरान आकर बसे हुए थे.
महेंद्र सिंह ने कहा कि हम लोगों ने सरकार में आते ही ढाई लाख हेक्टेयर जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त करवाया है. ये बड़ी बात है कि हमने दिल्ली में जाकर रोहिंग्याओं को बाहर किया. कहीं और भी अगर रोहिंग्या का कब्जा होगा तो उसे भी खाली करवाया जाएगा.
केजरीवाल कर रहे थे बचाव
उन्होंने कहा कि हैरानी की बात तो ये है कि केजरीवाल हमारी इस मुहिम का समर्थन नहीं करते हैं. जब दिल्ली में रोहिंग्या के खिलाफ कार्रवाई की जा रही थी, तब इन्हीं के नेता उनका बचाव कर रहे थे, कह रहे थे कि कहा जाएंगे ये लोग. हमने तो स्पष्ट कह दिया कि केजरीवाल इन रोहिग्याओं को अपने घर में बसा लें. लेकिन हमारी जमीन पर ये नहीं रह सकते हैं. अभी यूपी के कुछ इलाकों में इन रोहिंग्याओं को कब्जा है. सीलमपुर में इन लोगों ने कर रखा है. हम उन सभी इलाकों को अवैध कब्जे से मुक्त जल्द करवा देंगे.
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महेंद्र सिंह ने कहा कि रोहिंग्यों ने यूपी सिंचाई विभाग की जमीन पर अवैध बस्ती बसा रखी थी. बाकायदा दिल्ली से यहां सभी सरकारी सुविधाएं दी जा रही थी. इन कैंपों में दिल्ली सरकार और ओखला विधायक अमानतुल्लाह खान की ओर से राशन सामग्री भी मुहैया करवाई जा रही थी.
बता दें कि पिछले दिनों देश की राजधानी दिल्ली के मदनपुर खादर इलाके में आज उत्तर प्रदेश सरकार का बुल्डोजर चला और सिंचाई विभाग की भूमि पर अवैध कब्जे से रोहिंग्या कैंपों को हटाया गया एवं अवैध कब्जे तोड़ दिए गए थे. सरकार ने सिंचाई विभाग की 2.10 हेक्टेयर जमीन मुक्त कराई. रोहिंग्या लंबे समय से अवैध रूप से रह रहे थे.
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