जम्मू और कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी ने अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया है. इस दौरान पार्टी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हमने अपना घोषणापत्र विकास के मुद्दों पर आधारित बनाया है, 2019 से जम्मू-कश्मीर को खुली जेल में बदल दिया गया है. हमारा मिशन संसद में जाकर लोगों के मुद्दों को उठाना है, लोगों को जिन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, उन्हें उठाना है. हमारे सभी संसाधन, खनिज बाहरी लोगों को दिए जा रहे हैं.
महबूबा ने कहा कि घोषणापत्र जेके को प्रभावित करने वाले विकास संबंधी मुद्दों पर केंद्रित है, जो 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए किसी राजनीतिक दल द्वारा जारी किए गए सबसे छोटे घोषणापत्रों में से एक है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में अनंतनाग-राजौरी सीट पर 7 मई को तीसरे चरण का मतदान होना है. महबूबा मुफ्ती ने 18 अप्रैल को इस सीट से नामांकन दाखिल किया था.
पूर्व मुख्यमंत्री ने लोगों से चुनावों का बहिष्कार न करने की अपील की थी, महबूबा ने कहा था कि मैं जम्मू-कश्मीर के सभी लोगों से अपील करती हूं कि उन्हें चुनावों का बहिष्कार नहीं करना चाहिए. कुछ लोग बहिष्कार की कोशिश कर रहे हैं. उनकी साजिशों का पर्दाफाश होना चाहिए. उन्होंने कहा कि उस उम्मीदवार को वोट दें जो आपकी आवाज उठाए. जो आपके लिए जेल गया हो.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा कि हम कोई बड़ी पार्टी नहीं हैं, हम जम्मू-कश्मीर के हालातों को ध्यान में रखकर एक छोटा घोषणापत्र जारी कर रहे हैं. अभी सबसे बड़ी जिम्मेदारी संसद में जाकर राज्य के लोगों के दर्द की आवाज उठाना है. उन्होंने कहा कि जो भूमि संबंधी कानून राज्य सूची के तहत थे, उन्हें बदल दिया गया, जिसके कारण हमारे संसाधन बाहरी लोगों को दिए जा रहे हैं. महबूबा ने कहा कि यह लोकसभा चुनाव बिजली, पानी और सड़क जैसे विकास संबंधी मुद्दों के बारे में नहीं है. ये चुनाव उस हमले को समाप्त करने के लिए है, जो 2019 के बाद हमारी गरिमा, पहचान, संपत्ति और संसाधनों पर शुरू किया गया था.
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